शनिवार, 31 अक्तूबर 2020

अब यात्रियों का सामान उनके घर से ट्रेन में पहुंचाएगा रेलवे!

भारतीय रेलवे ने पहली बार शुरू की ऐप आधारित बैग्स ऑन व्हील्स सेवा सामान को घर से ट्रेन और ट्रेन से घर तक पहुंचाने के लिए करना होगा आवेदन हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली। भारतीय रेलवे यात्रियों की बेहतर सुविधाओं के लिए लगातार नए उपायों को अपनाकर रेलवे के राजस्व में इजाफा करने की कवायद में जुटा है। रेलवे भारतीय रेलवे के इतिहास में पहली बार ऐप आधारित बैग्स ऑन व्हील्स सेवा की शुरूआत की है। मसलन ट्रेनों में यात्रा करने वाले को खाली हाथ रेलवे स्टेशन और रेलवे स्टेशन से घर पहुंचना होगा। बैग्स या सामान को लाने-ले जाने की जिम्मेदारी रेलवे संभालेगा। भारतीय रेल पहली बार बैग्स ऑन व्हील्स सेवा की शुरुआत करके यात्रियों को सुविधाएं देकर अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए नई तकनीकियों का इस्तेमाल कर रहा है। रेल यात्रियों के लिए इस ऐप आधारित बैग्स ऑन व्हील्स सेवा की शुरूआत गुरुवार को उत्तर रेलवे के दिल्ली मंडल ने की है। उत्तर एवं उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि रेलवे नित नए उपायों से राजस्व को बढ़ाने के लिए प्रयासरत है। इसी दिशा में एक नया कदम बढ़ाते हुए दिल्ली मंडल ने हाल ही में गैर-किराया-राजस्व अर्जन योजना (एनआईएनएफआरआईएस) के अंतर्गत ऐप आधारित बैग्स ऑन व्हील्स सेवा के लिए ठेका प्रदान करके मील का पत्थर स्थापित किया है, जो भारतीय रेलवे में रेलयात्रियों के लिए इस प्रकार की यह अपनी तरह की पहली अनूठी सेवा है। रेल यात्रियों के आवेदन पर इस सेवा के तहत रेलवे उनके सामान को घर से रेलवे स्टेशन में ट्रेन के संबन्धित आरक्षित कोच तक पहुंचाएगा और इसी प्रकार ट्रेन से उनके घर तक पहुंचाएगा। यानि यात्रियों को ट्रेन का सफर करने के लिए खाली हाथ ही घर से स्टेशन और स्टेशन से घर पहुंचने की सुविधा इस नई रेलवे सेवा में दी जा रही है। ऐसे मिलेगी यात्रियों को सेवा उत्तर रेलवे के अनुसार बीओडब्ल्यू ऐप एंड्रॉयड और आई फोन उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध होगा, जिसके द्वारा रेलयात्री अपने सामान को अपने घर से रेलवे स्टेशन तक लाने अथवा रेलवे स्टेशन से घर तक पहुँचाने के लिए आवेदन करेंगे। यात्री का सामान सुरक्षित तरीके से लेकर रेलयात्री के बुकिंग विवरण के अनुसार उसके कोच और घर तक पहुँचाने का कार्य ठेकेदार द्वारा किया जायेगा। रेलवे के अनुसार रेल यात्रियों को नाम मात्र के शुल्क पर सामान की डोर-टू-डोर सेवा फर्म द्वारा उपलब्ध कराई जायेगी और यात्री के घर से उसका सामान रेलगाड़ी में उसके कोच तक अथवा उसके कोच से उसके घर तक सुगमता से पहुँचाया जायेगा। यह सेवा रेलयात्रियों विशेषकर वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांग जनों और अकेले यात्रा कर रही महिला यात्रियों के लिए बहुत ही लाभदायक सिद्ध होगी। रेलवे को मिलेगा राजस्व इस सेवा की खास खूबी यह है कि सामान की सुपुर्दगी रेलगाड़ी के प्रस्थान से पहले सुनिश्चित की जायेगी। इसके फलस्वरूप यात्री कोच तक सामान लाने/ले जाने की परेशानी से मुक्त हो एक अलग ही प्रकार की यात्रा का अनुभव करेंगें। शुरूआत में यह सेवा नई दिल्ली, दिल्ली जं., हज़रत निजामुद्दीन, दिल्ली छावनी, दिल्ली सराय रौहिल्ला, ग़ाज़ियाबाद और गुडगांव रेलवे स्टेशनों से चढ़ने वाले रेलयात्रियों के लिए उपलब्ध होगी। इस सेवा से न केवल यात्री लाभान्वित होंगे बल्कि रेलवे को भी सालाना 50 लाख रुपये के गैर किराया राजस्व की प्राप्ति के साथ ही साथ में एक वर्ष की अवधि के लिए 10 फीसदी की हिस्सेदारी भी प्राप्त होगी। भारतीय रेलवे के यात्रियों ने अब तक पैलेस ऑन व्हील्स सेवा का आनंद उठाया है, अब वे बैग्स ऑन व्हील्स सेवा का भी आनन्द ले सकेंगे। 23Oct-2020

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें