सोमवार, 19 अक्तूबर 2020

देश की राष्ट्रीय बेरोजगारी दर घटकर 6.8 फीसदी पहुंची

छत्तीसगढ़ में तेजी कम हुई बेरोजगारी की दर हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच आर्थिक गतिविधियां तेज होने के साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ने लगे हैं। मसलन अगस्त के मुकाबले देश में सितंबर माह में राष्ट्रीय स्तर पर बेरोजगारी दर में कमी दर्ज की गई, जिसमें असम में सबसे कम 1.2 फीसदी है, जबकि छत्तीसगढ़ में सबसे तेजी से बेरोगारी दर घटकर दो फीसदी रह गई है, जबकि हरियाणा में सबसे ज्यादा 19.1 फीसदी है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी (सीएमआईई) की जारी रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रीय स्तर पर देश में बेरोजगारी की दर 6.8 प्रतिशत दर्ज की गई, जिसमें शहरी क्षेत्रों में 7.9 प्रतिशत और ग्रामीण क्षेत्रों में 6.3 प्रतिशत की दर रही। जबकि इससे पिछले महीने अगस्त में राष्ट्रीय स्तर पर देश में बेरोजगारी दर 8.35 फीसदी दर्ज की गई थी, जिसमें शहरी बेरोजगारी दर 9.83 फीसदी और ग्रामीण बेरोजगारी दर 7.65 फीसदी पर थी। कोरोना संकट के कारण अनलॉक के दौरान जून माह में देश की बेरोजगारी दर 10.99 फीसदी तक पहुंच गई थी, लेकिन इस बीच बढ़ती आर्थिक गतिविधियों के लिए मिली छूट के साथ बेरोजगारी दर लगातार कम होती आ रही है। यह समय था जब कोरोना काल के दौरान लॉकडाउन के कारण देश में तमाम आर्थिक गतिविधिया थमने के कारण राष्ट्रीय स्तर की बेरोजगारी दर अप्रैल में 23.5 फीसदी और मई में 21.7 फीसदी तक पहुंच गई थी। बेहतर सुधार से दूसरे पायदान पर छत्तीसगढ़ सीएमआईई की ताजा रिपोर्ट के अनुसार बेरोजगारी के आंकड़ो के विश्लेषण में पाया गया कि सितंबर में सबसे कम 1.2 फीसदी की बेरोजगारी दर के साथ असम पहले पायदान पर है, जिसके बाद छत्तीसगढ़ में बेरोगारी दर में तेजी से कमी दर्ज की गई। सितंबर माह में छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी की दर 2.0 फीसदी रह गई है, जो अगस्त माह में 5.6 फीसदी बेरोजगारी दर के रूप में दर्ज हुई थी। इससे पहले जून माह की 14.4 फीसदी के मुकाबले घटकर जुलाई माह में नौ प्रतिशत की दर पर आ गयी थी। ताजा रिपोर्ट के अनुसार इसके अलावा देश में सितंबर माह में दर्ज की गई बेरोजगारी दर में राजस्थान में 15.3, दिल्ली में 12.2, बिहार में 11.9, हरियाणा में 19.1, पंजाब में 9.6, महाराष्ट्र में 4.5, पश्चिम बंगाल में 9.3, उत्तर प्रदेश में 4.2, झारखण्ड में 8.2 और ओडिशा में 2.1 प्रतिशत है। औद्योगिक व कृषि गतिविधियों का असर छत्तीसगढ़ सरकार के प्रवक्ता का दावा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा लिए गए निर्णयों और फैसलों से छत्तीसगढ़ में उद्योगों सहित कृषि क्षेत्र में गतिविधियां तेजी से संचालित हो रही हैं, जिससे छत्तीसगढ़ में रोजगार के अवसर लगातार बढ़ रहे हैं और बेरोजगारी की दर में कमी दर्ज की जा रही है। राज्य सरकार द्वारा लिए गए फैसलों से कोरोना काल में भी राज्य में लोगों को आर्थिक गतिविधियों से जोड़कर रखा गया। छत्तीसगढ़ में अप्रैल माह के अंतिम सप्ताह से ही औद्योगिक गतिविधियां प्रारंभ हो गई थी। वर्तमान में लगभग शत-प्रतिशत उद्योगों में कोरोना से रोकथाम और बचाव के साथ काम शुरू हो गया है। अच्छी बारिश से राज्य में कृषि की गतिविधियों में तेजी आयी है। मनरेगा में अधिक से अधिक रोजगार मूलक कार्यों के संचालन और लघुवनोपज की खरीदी से प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़े। राजीव गांधी किसान न्याय योजना सहित किसान हितैषी योजनाओं तथा जनकल्याणकारी फैसलों से उत्साहजनक वातावरण बना है। अनलॉक होते ही छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था ने गति पकड़ी, जिसकी वहज से छत्तीसगढ़ में जीएसटी कलेक्शन बढ़ा, ऑटोमोबाईल, कृषि सहित अन्य क्षेत्रों में तेजी आयी। 19Oct-2020

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