शनिवार, 3 अक्तूबर 2020

देश हर स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्र में पहुंचेगा शुद्ध पानी

जल जीवन मिशन: गांधी जयंती पर शुरू किया 100 दिवसीय अभियान

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।

केंद्र सरकार के देश में हर ग्रामीण घरों में नल कनेक्शन के जरिए शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए चलाए जा रहे जल जीवन मिशन के तहत देश के हर स्कूल व आंगनवाड़ी केंद्र में स्वच्छ जल पहुंचाने के लिए 100 दिनों का लक्ष्य तय किया गया है, जिसके तहत महात्मा गांधी की जयंती के उपलक्ष्य में एक 100 दिवसीय अभियान की शुरूआत की गई।           

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड में नमामि गंगे मिशन के तहत 29 सितंबर को मेगा परियोजनाओं का उद्घाटन करने के दौरान प्रत्येक ग्रामीण के घरों में जलापूर्ति सुनिश्चित करने हेतु जल जीवन मिशन के कार्यान्वयन हेतु ग्राम पंचायतों और पानी समितियों के लिए 'मार्गदर्शिका' का विमोचन करने के साथ ही जल जीवन मिशन का नये ‘लोगोका अनावरण करते हुए देशभर के स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में पाइप के जरिए

सुरक्षित जलापूर्ति सुनिश्चित करने हेतु गांधी जयंती यानि 2 अक्टूबर से 100 दिवसीय अभियान के शुरूआत का ऐलान किया था। उसी के तहत शुक्रवार को इस अभियान की शुरूआत करते हुए केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने 100 दिनों के भीतर देश के हर स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र में स्वच्छ जल पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। इस मौके पर स्वच्छ भारत मिशन की छठी वर्षगांठ पर यहां एक संवाददाता सम्मेलन में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि 100 दिनों का यह अभियान देश के हर बच्चे के समग्र विकास को सुनिश्चित कर उनके चेहरे पर मुस्कान लाने का एक अवसर है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत राज्यों का लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग नोडल विभाग के रूप में शिक्षा, महिला एवं बाल कल्याण, पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास जैसे अन्य विभागों के साथ मिलकर ग्राम पंचायतों और/या इसकी उप-समितियों को शामिल करके इस अभियान का नेतृत्व करेगा।

अभियान को जनांदोलन बनाए सभी राज्य

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जयंती पर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री शेखावत ने सभी मुख्यमंत्रियों और उप राज्यपालों से अपील करते हुए एक पत्र लिखा है, जिसमें शेखावत ने आग्रह किया है कि वे अपने अपने राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में इस 100 दिनों के अभियान का नेतृत्व करते हुए इसे एक जन आंदोलन बनाकर लक्ष्य को हासिल करें। उन्होंने कहा कि इस अभियान के जरिए जल जीवन मिशन का लक्ष्य महिलाओं और बच्चों पर विशेष ध्यान देने के साथ घरों में पानी की आपूर्ति करना है। उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए स्वच्छ जल सुनिश्चित करना मिशन की प्राथमिकता है, क्योंकि वे जल-जनित बीमारियों जैसे टाइफाइड, दस्त, हैजा आदि के लिए अति संवेदनशील होते हैं और अपने प्रारंभिक वर्षों में दूषित जल पीने के कारण बार-बार होने वाले संक्रमण में दुर्बल प्रभाव हो सकते हैं। इसलिए इस अभियान में जन सहयोग अति आवश्यक है।

संदूषित जल समस्या का समाधान

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री शेखावत ने राज्यों के मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में यह भी कहा कि स्वच्छ जल की उपलब्धता उन क्षेत्रों में स्थिति बहुत अधिक जटिल है, जहां आर्सेनिक, फ्लोराइड और अन्य भारी धातुओं आदि से जल स्रोत दूषित पाए जाते हैं। ऐसे में लंबे समय तक दूषित पानी पीने से आर्सेनिकोसिस, फ्लोरोसिस जैसी बीमारियां हो सकती हैं, जिससे स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याएं पैदा हो सकती हैं। इन गंभीर मुद्दों से निपटने के लिए स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र, स्वास्थ्य सेवा केंद्र आदि में नल के पानी के कनेक्शन के जरिए ही स्वच्छ जल सुनिश्चित करने के लिए जल जीवन मिशन के तहत प्रावधान किए गए हैं।

03Oct-2020





 

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