शनिवार, 31 अक्तूबर 2020

देश की सीमाओं को तकनीकी के जरिए अभेध बनाने का काम तेज

आतंकवाद, साइबर अपराध और सीमा सुरक्षा की नई चुनौतियों से निपटने को पुलिस आधुनिकीकरण पुलिस स्मृति दिवस के मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली। देश की सेवा में अपना बलिदान न्यौछावर करने वाले पुलिसकर्मियों के लिए मनाए जा रहे पुलिस स्मृति दिवस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि देश सीमाओं को अभेद बनाने के लिए मानव बल के साथ तकनीकी के काम को तेजी से अंजाम दिया जा रहा है। वहीं देश में आतंकवाद, साइबर अपराध और सीमा सुरक्षा की नई चुनौतियों से निपटने के मकसद से पुलिस आधुनिकीकरण लिए देश की पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैयार करने के लिए एक व्यापक आधुनिकीकरण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। नई दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर ‘पुलिस स्मृति दिवस’ के मौके पर पुलिस और केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के जवानों और अधिकारियों को संबोधित करते हुए शाह ने यह जानकारी दी। यहां पहुंचकर गृह मंत्री अमित शाह ने पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर देश की सुरक्षा, एकता, अखंडता और सार्वभौमिकता की रक्षा के लिए सीमा पर तैनात सशस्त्र बलों के जवानों और देशभर के सभी पुलिसकर्मियों के सर्वोच्च बलिदान के लिए समग्र देश की ओर से कृतज्ञतापूर्वक नम आँखों से श्रद्धांजलि अर्पित की। शाह ने कहा कि 2014 में जब मोदी जी देश के प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने एक ऐसे स्मारक का निर्माण करने का फैसला लिया जो देश के लोगों को पुलिसकर्मियों के बलिदान की याद दिलाता रहे। उन्होंने कहा कि यह स्मारक सिर्फ पत्थर, ईंट, चूने और सीमेंट से बना स्मारक नहीं है, यह स्मारक हमें हमेशा याद दिलाता है कि इन वीर जवानों ने देश की आजादी को अमरत्व देने का काम किया है। गृह मंत्री ने कहा कि उनके खून का एक-एक कतरा देश को विकास के पथ पर आगे ले गया है, कई नौनिहालों के भविष्य को संवारा है और देश के आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त किया है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में अपनी जान गंवाने वाले 343 पुलिसकर्मियों के बलिदान को भी यहां स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस के सामने आतंकवाद, फेक करेंसी, नारकोटिक्स कंट्रोल, शस्त्रों की तस्करी, मानव तस्करी, साइबर क्राइम और महिलाओं के विरुद्ध अपराध जैसे बहुत सारी नई चुनौतियां आ रही हैं। केंद्र सरकार ने इन नई चुनौतियों और बढ़ते डाइमेंशन के लिए एक सुगठित पुलिस मॉडर्नाइजेशन प्रोग्राम शुरू किया है। वहीं देश की सीमाओं को अभेध बनाने के लिए मानव बल के साथ टेक्नोलॉजी को भी जोड़ने की जरूरत को पूरा करने के लिए सरकार विस्तार से काम कर रही है। उन्होंने इस मौके पर यह भी जानकारी दी कि हाल ही में संसद सत्र के दौरान रक्षा शक्ति यूनिवर्सिटी और फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी संबन्धित दो विधेयक पारित किए गए। रक्षा शक्ति यूनिवर्सिटी से छात्रों को इस क्षेत्र में अपना कैरियर बनाने में मदद मिलेगी। इसी तरह फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी के माध्यम से वैज्ञानिकों की कमी पूरी करने का प्रयास किया जाएगा। इसलिए मनाया जाता है स्मृति दिवस गृह मंत्रालय के अनुसार लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स में 21 अक्तूबर 1959 में लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स में भारी हथियारों से लैस चीनी सेना द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में शहीद हुए दस पुलिसकर्मियों की याद में हर साल ‘पुलिस स्मृति दिवस’ मनाया जाता है। राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर आयोजित इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, गृह सचिव अजय कुमार भल्ला, आईबी निदेशक अरविंद कुमार, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के महानिदेशक तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। पीएम मोदी ने भी दी श्रद्धांजलि प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने पुलिस स्‍मृति दिवस पर कर्तव्य निभाने के दौरान शहीद हुए पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। मोदी ने कहा कि पुलिस स्‍मृति दिवस पर हम पूरे भारत में कार्यरत पुलिसकर्मियों और उनके परिवारों के प्रति आभार व्यक्त करते हैं। हम कर्तव्य निर्वहन के दौरान शहीद हुए सभी पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि देते हैं। उनके बलिदान और सेवा को हमेशा याद किया जाएगा। आपदा प्रबंधन में सहायता से लेकर कोविड-19 से लड़ने तथा भयावह अपराधों को सुलझाने से लेकर कानून और व्यवस्था को बनाए रखने तक हमारे पुलिसकर्मी हमेशा बिना हिचके अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं। हमें उनके परिश्रम और नागरिकों की सहायता के प्रति तत्परता पर गर्व है। 22Oct-2020

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