शुक्रवार, 2 अक्तूबर 2020

ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना में तेजी

326 किमी की रेल परियोजना में 215 किमी रेल लाइन का काम पूरा

अगले साल जून तक पूरा होगा कटरा-रियासी के बीच पुल का निर्माण

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।

जम्मू-कश्मीर में जम्मू से बारामूला को भारतीय रेल नेटवर्क से जोड़ने के लिए ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना के तहत 326 किमी लंबी रेलवे लाइन की योजना में से 215 किमी रेलवे लाइन बिछाने का काम पूरा हो चुका है और शेष कटरा-बनिहाल रेल सेक्शन पर 111 किमी रेलवे लाइन बिछाने और कटरा-रियासी के बीच पुल निर्माण का कार्य जारी है। उम्मीद है कि अगले साल जून तक इस परियोजना को पूरा कर लिया जाएगा।

उत्तर रेलवे के अनुसार जम्मू एवं कश्मीर को एक वैकल्पिक और विश्वनीय रेल प्रणाली मुहैया कराने के मद्देनज़र केंद्र सरकार ने जम्मू से बारामूला को भारतीय रेल नेटवर्क के साथ जोड़ने के लिए कश्मीर घाटी में 326 किलोमीटर लम्बी रेल लाईन बिछाने की (यूएसबीआरएल प्रोजेक्ट) योजना बनाई है, उसमें कुल 326 किलोमीटर लम्बे इस रेल मार्ग का निर्माण शामिल है, जिसमें से 215 किलोमीटर रेल मार्ग का कार्य पूरा हो चुका है, जिस पर रेलगाड़ियां चलाई जा रही है। अब बाकी कटरा-बनिलहाल रेल सेक्शन पर 111 किलोमीटर की रेल लाइन बिछाने का कार्य प्रगति पर है। हिमालय भू-भाग के लिए इस दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलों और सुरंगों का निर्माण कार्य बेहद कठिन अत्यधिक चुनौतीपूर्ण भी है। इसके बावजूद इस परियोजना के काम को तेजी के साथ कराया जा रहा है।

पुल निर्माण में चमत्कारी इंजीनियरिंग

उत्तर एवं उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने इस परियोजना के बारे में बताया कि परियोजना के तहत कटरा-रियासी के बीच पुल संख्या-39 स्थित है। इस पुल पर रियासी यार्ड स्टेशन का निर्माण, ऊँचे, आयाताकार, पतले, खोखले खम्बों लगभग 490 मीटर स्पैन वाला एक इंजीनियरिंग चमत्कार कहा जा सकता है और 2 लाइनों और प्लेटफॉर्मों वाला रियासी रेलवे स्टेशन यार्ड इसी पुल पर स्थित होगा। इसमें लगभग 7 हज़ार मिलियन टन ठोस इस्पात और 6700 मिलियन टन संरचनात्मक इस्पात का उपयोग किया गया है। कटरा-रियासी के बीच इस पुल संख्या के सुपर स्ट्रैक्चर के निर्माण के लिए गर्डर लगाने का कार्य शुरू हो गया है। रियासी स्टेशन यार्ड(मेन लाईन+लूप लाइन और दोनो ओर के प्लेटफॉर्म) बनाने का काम शुरू हो गया है। आठ स्पैन वाले इस पुल की लम्बाई 490 मीटर और ऊँचाई 105 मीटर है। चौधरी ने बताया कि अब तक 64 मीटर की लाँचिंग पूरी हो चुकी है। अत्याधुनिक पुल-पुश तकनीक का उपयोग करते हुए इंक्रिमेंटल लाँचिंग की जा रही है। इस पुल को जून 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य है।

02Oct-2020


 

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