आखिर श्रम दिवस पर भारतीय रेलवे
ने शुरू की ‘श्रमिक विशेष ट्रेने’
आज चलाई जा रही हैं छह मार्गो
पर स्पेशल ट्रेने
हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।
देश में लॉकडाउन के कारण
अलग-अलग जगह फंसे प्रवासी मजदूरों, छात्रों, पर्यटकों व अन्य लोगों को अपने-अपने
घरों को जाने के लिए राज्यों की मांग पर भारतीय रेलवे ने विशेष रेल सेवा शुरू कर
दी है। भारतीय रेलवे ने प्रवासियों के एक राज्य से दूसरे राज्य में आवागमन के
‘श्रमिक विशेष ट्रेनें’ शुरू की हैं। इन ट्रेनों को राज्यों की मांग के आधार पर
चलाया जाएगा।
रेल मंत्रालय के प्रवक्ता ने
शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि दो दिन पहले गृह मंत्रालय ने देशभर में
जगह-जगह फंसे प्रवासी मजदूरों, छात्रों, पर्यटकों व अन्य लोगों अपने-अपने राज्यों
में सड़क मार्ग से आवागमन की अनुमति दी थी, जिसके लिए संबन्धित राज्यों का बसों की
व्यवस्था करने के दिशानिर्देश दिये गये थे। कई राज्यों ने बसों से प्रवासियों के
एक दूसरे राज्यों में आवागमन के दिशानिर्देशों पर एतराज जताते हुए रेलगाड़ियों की
व्यवस्था करने की मांग उठाई। इसके बाद गृह मंत्रालय के जारी संशोधित दिशानिर्देशों
के तहत भारतीय रेलवे ने शुक्रवार को ऐसे प्रवासी कामगारों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य व्यक्तियों को स्थानांतरित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय श्रम
दिवस के मौके पर ‘श्रमिक विशेष ट्रेनें’ शुरू करने का निर्णय लिया है, जो लॉकडाउन होने के कारण विभिन्न स्थानों पर
फंसे हुए हैं। हालांकि रेलवे ने यह नहीं बताया कि ऐसे विशेष ट्रेनें कितनी होगी यह जानकारी
नहीं दी, लेकिन जैसे मांग होगी उसी आधार पर राज्यों के साथ समन्वय बनाकर चलाई
जाएगी। रेलवे के अनुसार ये विशेष ट्रेने राज्य सरकारों के अनुरोध पर तय किये गये
स्थान से दूसरे स्थान तक जाएगी। रेलवे ने इसके लिए स्पष्ट किया है कि रेलवे स्टेशन से रेलवे अपनी स्क्रीनिंग, संगरोध यदि आवश्यक हो और आगे की यात्रा के लिए सभी व्यवस्था करेगा, क्योंकि राष्ट्र के सामने कोरोना संकट के समय भारतीय रेलवे
के सभी अधिकारी और कर्मचारी भारतीयों की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिसके लिए सभी का समर्थन और सहयोग की अपेक्षा भी करते हैं।
जांच के बाद यात्रा करने की
अनुमति
रेल मंत्रालय के अनुसार इन विशेष ट्रेनों को ऐसे फंसे
हुए लोगों
का गंतव्य तक भेजने और लाने यानि आवागमन करने के लिए सभी लॉकडाउन के मानक प्रोटोकॉल के अनुसार संबंधित राज्य सरकारों के अनुरोध पर बिंदु से बिंदु तक
चलाया जाएगा। रेलवे और राज्य सरकारें इन ‘श्रमिक विशेष ट्रेनें’ के समन्वय और सुचारू संचालन
के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त करेंगी। इन ट्रेनों में सवार
होने से पहले आवागमन करने वाले यात्रियों की राज्यों
द्वारा जांच करना जरुरी होगा और केवल स्पर्शोन्मुख पाए जाने वालों को ही यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी। राज्य सरकारों
को ऐसे लोगों के समूह बनाने के बाद ही रेल यात्रा का मौका दिया जाएगा। आदेशों के
अनुसार सामाजिक सुरक्षा मानदंडों और अन्य सुरक्षा संबन्धी सावधानियों का पालन पर
नामित लोगों को ट्रेन में समायोजित किया जा सकेगा। यह भी शर्ते तय की गई हैं कि प्रत्येक यात्री को फेस कवर
लगाना अनिवार्य होगा। ऐसे यात्रियों को मूल स्टेशन पर भेजने वाले राज्यों द्वारा भोजन और पीने का पानी उपलब्ध कराया जाएगा। रेलवे लंबे रेल मार्गों की यात्रा के दौरान ही केवल एक भोजन प्रदान करेगा। जबकि गंतव्य पर पहुंचने पर उनके भोजन एवं अन्य
सुविधाएं प्रदान करने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।
सुरक्षा उपायों पर अमल
अनिवार्य: गृह मंत्रालय
उधर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अपने आदेशों का हवाला
देते हुए शुक्रवार को स्पष्ट कहा है कि रेल मंत्रालय द्वारा चलाई जाने वाली विशेष ट्रेनों से
देश भर में विभिन्न स्थानों पर फंसे प्रवासी श्रमिकों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, विद्यार्थियों और अन्य व्यक्तियों की आवाजाही की अनुमति
देने का आदेश जारी किया गया है। रेल
मंत्रालय ऐसे लोगों की आवाजाही सुनिश्चित
करने के लिए राज्यों व केंद्र
शासित प्रदेशों के साथ समन्वय के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करेगा। इसके आलवा रेल मंत्रालय को टिकटों की बिक्री, रेलवे स्टेशनों एवं रेल प्लेटफॉर्मों पर तथा ट्रेनों के
भीतर सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने और अन्य सुरक्षा उपायों पर अमल के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश
भी स्पष्ट
किये गये हैं।
शुक्रवार को छह मार्गो पर चलेगी
ट्रेने
रेल मंत्रालय के अनुसार
केंद्रीय गृह मंत्रालय के जारी किये गये दिशानिर्देशों के आधार पर शुक्रवार एक मई
को छह रेलमार्गो पर श्रम विशेष ट्रेने चलाई जा रही हैं, जिनमें लिंगमपल्ली से हटिया, अलुवा से भुवनेश्वर, नासिक से लखनऊ, नासिक से भोपाल, जयपुर से पटना और कोटा से हटिया तक इन ट्रेनों को चलाया
जा रहा है।
02May-2020
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