पिछले 25 दिनों में 3060 श्रमिक
विशेष ट्रेनों में कराया सफर
भारतीय रेलवे ने देश में
लॉकडाउन के कारण जगह-जगह फंसे प्रवासी श्रमिकों, छात्रों, पर्यटकों एवं अन्य लोगों
के लिए पिछले दिन में 3060 श्रमिक विशेष ट्रेनों को चलाया है, जिनमें 40 लाख से भी
ज्यादा प्रवासियों ने सफर करते हुए अपने घर वापसी की है।
रेल मंत्रालय ने सोमवार को यह
जानकारी देते हुए बतया कि एक मई से अब तक भारतीय रेलवे ने इन विशेष रेलगाड़ियों के जरिए देश में विभिन्न स्थानों पर फंसे प्रवासी
श्रमिकों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्रों
और अन्य लोगों
की आवाजाही
के लिए गृह मंत्रालय के आदेश के बाद 3060 श्रमिक विशेष
ट्रेनों का संचालन किया है। इन विशेष ट्रेनों में अब तक 40 लाख से भी ज्यादा
प्रवासी अपने गंतव्य तक पहुंच चुके हैं। रेलवे के अनुसार सोमवार सुबह दस बजे तक
चलाई गई 3060 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में से 2608 ट्रेनें अपनी यात्राएं समाप्त कर चुकी थी, जबकि 453 ट्रेनें रेल पटरियों पर दौड रही थी। रेलवे के अनुसार 24 मई रविवार को रेलवे इन ट्रेनों
से 3.10 लाख प्रवासियों की घर वापसी कराई गई है। इन 3060 ट्रेनों में अब तक गुजरात से 853 ट्रेनें, महाराष्ट्र से 550 ट्रेनें, पंजाब से 333 ट्रेनें, उत्तर प्रदेश से 221 ट्रेनें तथा दिल्ली
181 ट्रेनों के अलावा अन्य राज्यों
व केंद्र शासित प्रदेशों से चलाई गई है। अब तक चलाई गई ट्रेनों में से सबसे ज्यादा
1245 श्रमिक विशेष ट्रेनें उत्तर प्रदेश पहुंची है, जबकि बिहार में 846 ट्रेनें, झारखंड में 123 ट्रेनें, मध्य प्रदेश में 112 ट्रेनें तथा ओडिशा में 73 ट्रेनें अपना सफर तय कर चुकी हैं। दो
तिहाई से भी ज्यादा अकेले ट्रेनों ने उत्तर प्रदेश व बिहार का सफर किया है। रेलवे
के अनुसार श्रमिक विशेष के अलावा नई दिल्ली को जोड़ने वाले पंद्रह शहरों के लिए 15 जोड़ी विशेष राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनें भी 12 मई से पटरियों पर
दौड़ रही हैं। जबकि एक जून से 200 और टाइम टेबल ट्रेनें शुरू करने
की योजना के
तहत टिकटों की बुकिंग की जा रही है।
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रेलवे
मुख्यालय में कोरोना संक्रमण का पांचवा मामला
हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।
भारतीय रेल के मुख्यालय रेल भवन
में एक और कर्मचारी कोरोना से संक्रमित पाया गया है, जिसके साथ अब तक रेल भवन में
पांच लोग कोरोना संक्रमण का शिकार हो चुके हैं।
यहां दिल्ली स्थित रेलवे
मुख्यालय रेल भवन
में
सोमवार को एक चतुर्थ श्रेणी के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद रेलवे में खलबली
मची हुई है। रेल भवन में पिछले एक ही सप्ताह में चार कोरोना मामले सामने आ चुके थे
,जिसके बाद सोमवार को इस कर्मचारी के कोरोना पॉजेटिव पाए जाने से अब तक रेल भवन
में इस महामारी के पांच मामले आ चुक हैं। बताया गया कि रेल भवने में कार्यरत एक
वरिष्ठ अधिकारी रविवार को भी चौथे मामले के रूप में कोरोना संक्रमित पाया गया था,
जिसके अगले ही दिन यानि आज सोमवार को लगाता पांचवा मामला सामने आया। रेलवे के
सूत्रों के अनुसार रेलवे भवन में चौथी मंजिल पर आरपीएफ के कार्यालय में दूसरा
कोरोना संक्रमित मामला आने के बाद से ही 14 अधिकारियों व कर्मचारियों को पृथक वास
में भेज दिया गया था, उसमें पिछले सप्ताह 22 मई को रेल भवन की चौथी मंजिल पर
कोरोना संक्रमित पाई गई आरपीएफ की एक महिला अधिकारी भी शामिल रही। इन्ही पृथक वास
किये गये अधिकारियों में चौथा मामला रविवार को सामने आया था। अब सोमवार को चतुर्थ
श्रेणी के रेलवे कर्मचारी के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद रेल भवन में ऐसे
पांच मामले हो गये हैं, जो कोरोना प्रकोप के शिकार हुए हैं। रेलवे के सूत्रों के
अनुसार यह चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पिछले सप्ताह 19 मई तक कार्यालय
आया था,
जिसके कोरोना
वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद उनके संपर्क आए नौ लोगों को घर में पृथक-वास के लिए भेज दिया गया है। रेलवे के एक अधिकारी के अनुसार इस चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी का
काम फाइलों को एक अधिकारी से दूसरे अधिकारी के पास ले जाने का होता है। इसलिए यह कर्मचारी किस
किस अधिकारी और कर्मचारियों के सपंर्क में आया है उसे देखते हुए ऐसे लोगों को पृथक
वास में भेजा जा रहा है। रेलवे के अनुसार अभी तक जांच रिपोर्ट में ऐसे पृथक वास के
तहत अपने घरों में रह रहे पांच लोगों की रिपोर्ट पॉजेटिव आ चुकी है।
26May-2020
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