सोमवार, 25 मई 2020

लॉकडाउन में विशेष ट्रेनों के जरिए शुरु हुई रेलवे की आमदनी


अब तक 2.05 लाख ई-टिकटों से 76.22 करोड़ रुपये की कमाई
हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।
देश में कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन के बीच भारतीय रेलवे द्वारा पिछले सप्ताह शुरू की गई 15 जोडी विशेष राजधानी एक्सप्रेस में सफर करने के लिए अब तक 2.05 लाख ई-टिकटों की बुकिंग हुई है। रेलवे ने इन टिकटों की बिक्री से 76.22 करोड़ रुपये कमा लिये हैं। इन टिकटों की बुकिंग 3.80 लाख यात्रियों के सफर के लिए की गई है।
रेल मंत्रालय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि भारतीय रेल ने विशेष राजधानी एक्सप्रेस के 15 जोड़ी ट्रेनों की बुकिंग में एक सप्ताह के भीतर 2.05 लाख टिकटों की बिक्री कर 76.22 करोड़ रुपये की कमाई की है। भारतीय रेलवे ने पिछले सप्ताह मंगलवार 12 मई से 15 जोड़ी राजधानी ट्रेनों का परिचालन परिचालन शुरू किया था। पहले दिन केवल आठ ट्रेने चलाई गई, जिसमें नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से पहली ट्रेन छत्तीसगगढ़ के बिलासपुर के लिए रवाना करके शुरुआत की गई थी। रेल मंत्रालय के अनुसार इन ट्रेनों के लिए केवल आईआरसीटीसी की वेबसाइट से ऑनलाइन टिकटे बुकिंग कराने की सुविधा दी गई है। कोई भी टिकट किसी काउंटर से नहीं बेचा जा रहा है। रेलवे ने बताया कि एक सप्ताह के भीतर 2.05 लाख ई-टिकटों की बुकिंग हो चुकी है, जिनके पीएनआर पर यह बुकिंग 3.80 लाख यात्रियों के लिए हुई है।
सोमवार को 26,830 यात्रियों ने किया सफर
रेलवे के अनुसार 18 मई यानि आज सोमवार को चलाई नई दिल्ली व अन्य शहरों के बीच चलने वाली विशेष ट्रेनों में 26,830 यात्रियों के सफर कर रहे हैं या करेंगे। जबकि रविवार को 30,039 यात्री ने इन ट्रेनों से सफर तय किया था। रेलवे के अनुसार रेलवे इन विशेष ट्रेनों के अलावा गत एक मई से प्रवासियों की घर वापसी के लिए श्रमिक विशेष ट्रेने चला रहा है, जिनके जरिए लॉकडाउन में देश के विभिन्न राज्यों में फंसे 17 लाख से भी ज्यादा प्रवासी श्रमिकों, तीर्थयात्रियों, छात्रों और पर्यटकों को 1300 से भी ज्यादा श्रमिक विशेष ट्रेनों के जरिए उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा चुका है। रेलवे ने बताया कि देश में लॉकडाउन शुरू होने के बाद से ही देशभर में आवश्यक सामग्री की आपूर्ति को सुनिश्चित करने के लिए लगातार मालगाड़ियां एवं विशेष पार्सल ट्रेनें भी चला रहा है। इनके जरिए प्रतिदिन देश के एक कोने से दूसरे कोने तक खाद्यान्न जैसे कृषि उत्पाद, चीनी, नमक, पेट्रोलियम पदार्थ, उर्वरक, सब्जी, फल,  दूध तथा चिकित्सा सामग्री का लदान करके उनकी आपूर्ति की जा रही है।
19May-2020

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