अब एक ट्रेन में 1200 के बजाए
अधिकतम 1700 श्रमिकों को मिलेगी जगह
रेल मंत्रालय ने बताया कि 11 मई
सोमवार तक भारतीय रेलवे द्वारा प्रवासी श्रमिकों और अन्य लोगों को देश के विभिन्न
स्थानों से उनके गृह राज्यों या उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए 468 ‘श्रमिक स्पेशल’ ट्रेनों को चला चुका है। इन ट्रेनों
में कोरोना वायरस से बचाव को देखते हुए अधिकतम 1200 यात्रियों को ही बैठाया जा रहा
है। रेलवे के अनुसार सोमवार तक इन ट्रेनों के जरिए पांच लाख से भी अधिक प्रवासी
सफर कर चुके हैं। इन ट्रेनों में प्रवासियों को निशुल्क यात्रा कराने के साथ भोजन
और पानी जैसी सुविधाएं भी दी जा रही हैं। सोमवार दोपहर तक इन ट्रेनों के परिचालन
के बारे में कहा कि देश भर के विभिन्न राज्यों से कुल 468 ‘श्रमिक स्पेशल’ ट्रेनें
चलाई गई हैं, जिनमें
से 363 ट्रेनें अपने गंतव्य तक पहुंच भी चुकी हैं और 105 ट्रेनें फिलहाल अपने-अपने गंतव्यों की और सफर तय कर रही हैं। अपने
गंतव्य तक पहुंची इन 363 ट्रेनों का परिचालन जिन विभिन्न राज्यों में समाप्त
हुआ, उनमें
सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश 172 ट्रेने पहुंच चुकी हैं, जबकि बिहार में 100 ट्रेने,
मध्य प्रदेश में 30 ट्रेने, ओडिशा में 25 ट्रेने, झारखंड में 22 ट्रेने, राजस्थान
में चार ट्रेने, महाराष्ट्र में तीन ट्रेने, तेलंगाना व पश्चिम बंगाल में दो-दो
ट्रेने, आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और तमिलनाडु में एक-एक ट्रेन अपना सफर
पूरा कर चुकी है। इन स्पेशल ट्रेनों ने प्रवासियों को अनेक शहरों तक पहुंचाया है जिनमें तिरुचिरापल्ली, टिटलागढ़, बरौनी, खंडवा, जगन्नाथपुर, खुर्दा रोड, प्रयागराज, छपरा, बलिया, गया, पूर्णिया, वाराणसी, दरभंगा, गोरखपुर, लखनऊ, जौनपुर, हटिया, बस्ती, कटिहार, दानापुर, मुजफ्फरपुर, सहरसा इत्यादि शामिल हैं। इन विशेष श्रमिक ट्रेनों
में 75 फीसदी ट्रेने यूपी और बिहार में पहुंची हैं।
हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।
देश में कोरोना संकट में
लॉकडाउन के कारण भारतीय रेलवे एक मई से सोमवार तक देश में विभिन्न स्थानों पर फंसे प्रवासी
श्रमिकों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, विद्यार्थियों और अन्य लोगों को उनके गंतव्य तक
पहुंचाने के लिए ‘श्रमिक स्पेशल’ ट्रेनों का संचालन कर चुका
है।

श्रमिक स्पेशल में बढ़ाई यात्री क्षमता
भारतीय रेलवे के अनुसार लॉकडाउन के दौरान अधिक से
अधिक प्रवासियों को घर पहुंचाने के प्रयास में रेलवे ने अब ‘श्रमिक विशेष’ गाड़ियों में 1200 की जगह 1700 यात्रियों को भेजने का निर्णय लिया है और इन ट्रेनों
का रास्ते में केवल तीन रेलवे स्टेशनों पर ठहराव करेगा। इस संबन्ध में रेल
मंत्रालय ने सभी रेलवे जोनों को आदेश जारी करते हुए कहा कि राज्यों में
गंतव्य के अलावा तीन जगहों पर गाड़ियों के ठहराव कराया जाए, जिसके लिए
राज्य की सरकारों ने आग्रह किया है। गौरतलब है कि श्रमिक विशेष गाड़ियों
में 24 डब्बे हैं और प्रत्येक
डब्बे में 72 यात्रियों को ले
जाने की क्षमता है। सामाजिक मेल जोल से दूरी के प्रोटोकॉल का पालन करने के लिये वर्तमान
में प्रत्येक डब्बे में 54 यात्रियों को लेकर
ले जाया जा रहा है।
12May-2020
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