रविवार, 10 मई 2020

अधीर रंजन चौधरी फिर बने लोक लेखा समिति के अध्यक्ष

मीनाक्षी लेखी सार्वजनिक उपक्रमों संबन्धी समिति की सभापति नियुक्त
हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने वर्ष 2020-21 के लिए लोकसभा की विभिन्न समितियों का पुनर्गठन किया है, जिसमें नई लोक लेखा समिति में सदन में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी को सभापति नियुक्त किया गया है। जबकि सरकारी उपक्रमों संबंघी समिति का सभापति भाजपा सांसद श्रीमती मीनाक्षी लेखी और प्राक्कलन समिति का सभापति भाजपा सांसद गरीश भालचन्द्र बापट को नियुक्त किया गया है।
लोकसभा सचिवालय के प्रवक्ता ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि संसद की लोकसभा संबन्धित विभिन्न समितियों का कार्यकाल 30 अप्रैल को समाप्त हो चुका है, जिसके एक मई से शुरू होने वाले कार्यकाल के लिए पुनर्गठित की गई वर्ष 2020-21 के लिए 22 सदस्यीय लोक लेखा समिति के लिए लोकसभा से 15 और राज्यसभा से सात सदस्यों में से पांच की नियुक्ति कर दी गई है, जबकि अभी दो रिक्त पद हैं। इस समिति के सभापति अधीर रंजन चौधरी(कांग्रेस) के अलावा लोकसभा सदस्यों टीआर बालू (द्रमुक), सुभाष चंद्र बहेरिया, सुधीर गुप्ता, विष्णु दयाल राम, दर्शना विक्रम जरदोश, अजय मिश्रा, जगदंबिका पाल, डा. सत्यपाल सिंह,, जयंत सिन्हा, तथा रामकृपाल यादव (सभी भाजपा), भर्तृहरि मेहताब (बीजद), राहुल रमेश शेवले (शिवसेना), राजीव रंजन सिंह (जदयू) तथा बालशौरी वल्लभनेनी (वाईएसआर कांग्रेस) सदस्य बने हैं, जबकि राज्यसभा के सात सदस्यों में से पांच की नियुक्ति की गई है, जिसमें भाजपा के राजीव चंद्रशेखर, सीएम रमेश व भूपेन्द्र यादव, तृणमूल कांग्रेस के सुखेंदु शेखर राय तथा शिरोमणि अकाली दल के नरेश गुजराल को लोक लेखा समिति का सदस्य नियुक्त किया गया है। इस समिति का कार्यकाल एक मई 2020 से 30 अप्रैल 2021 तक होगा। इस 22 सदस्यीय समिति में नियुक्त किये गये 20 सदस्यों में से 14 सदस्य राजग के शामिल हैं। दरअसल संसद की लोक लेखा समिति का कार्य सरकारी खर्चों के खातों की जांच करना होता है। जांच का आधार नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट होती है। कैग की रिपोर्टों में सिफारिशें होती हैं जो तकनीकी रूप से सरकार के लिए बाध्यकारी नहीं होती। सरकार संसद में इससे जुड़ी कार्रवाई के नोट्स भी रखती है।
उपक्रमों संबन्धी समिति
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने वित्तीय समितियों के संबन्धित 22 सदस्यीय सरकारी उपक्रमों संबन्धी समिति का पुनर्गठन करते हुए भाजपा सांसद श्रीमती मीनाक्षी लेखी को सभापति नियुक्त किया है। जबकि समिति के सदस्यों में लोकसभा से डा. हिना विजयकुमार गावित, चन्‍द्र प्रकाश, रघु रामकृष्ण राजू कानुमुरू, श्रीमती कनिमोझी करुणानिधि, श्रीमती पूनमबेन हेमतभाई  माडम,  अर्जुनलाल मीना, जनार्दन मिश्र, किन्‍जरापु राम मोहन नायडू , प्रो. सौगात राय, डा. अरविंद कुमार शर्मा, रवनीत सिंह, सुशील कुमार सिंह, उदय प्रताप सिंह, रामदास चन्‍द्रभानजी तडस के अलावा सात राज्यसभा सदस्यों की नियुक्ति की गई है। राज्यसभा सांसदों में प्रसन्ना आचार्य, बीरेन्द्र प्रसाद वैश्य, अनिल देसाई, संतोष कुमार जोगिनीपल्ली, ओम प्रकाश माथुर, सुरेन्द्र सिंह नागर तथा एम. शनमुगम की नियुक्ति की गई है।
प्राक्कलन समिति
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने वर्ष 2020-21 के लिए लोकसभा की 30 सदस्यीय प्राक्कलन समिति का भी पुनर्गठन किया है, जिसका सभापति भाजपा सांसद गिरीश भालचन्द्र बापट को बनाया गया है। समिति के अन्य सदस्यों में कल्याण बनर्जी, प्रदान बरुआ, सुदर्शन भगत, अजय भट्ट, पीपी चौधरी, नन्द कुमार सिंह चौहान, निहाल चंद चौहान, पर्वतगौडा चंदनगौडा गद्दीगौडर, डा. संजय जायसवाल, धर्मेन्द्र कुमार, श्रीनिवास केसिनेनी, मोहनभाई कल्याणी कुंदरिया, कुंवर दानिश अली, दयानिधि मारन, पिनाकी मिश्रा, के. मुरलीधरन, एस.एस. पलानीमनिक्कम, कमलेश पासवान, डा. केसी पटेल, कर्नल राज्यवर्धन राठौर, विनायक भाउराव राउत, अशोक कुमार रावत, मागुण्‍टा श्रीनिवासुलु रेड्डी, राजीव प्रताप रुडी, फ्रांसिस्को सारदीना, जुगलकिशोर शर्मा, प्रताप सिम्हा, संगीता कुमारी सिंह देव तथा प्रवेश साहिब सिंह वर्मा को शामिल किया गया है।
06May-2020


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