रविवार, 31 मई 2020

खादी के फेस मास्क की विदेशी बाजारों में होगी दस्तक!



खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग ने तैयार किये कई रंगों में फेस मास्क
हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ के तहत खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग ने व्यापक रूप से लोकप्रिय खादी फेस मास्क तैयार कर लिए हैं। आयोग अब खादी कॉटन और रेशम फेस मास्क के विदेशों में निर्यात की संभावनाओं को तलाशने में जुट गया है।
केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय ने गुरुवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) द्वारा व्यापक रूप से लोकप्रिय खादी फेस मास्क वैश्विकहोने के लिए तैयार है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा सभी प्रकार के गैर-चिकित्सा] गैर-सर्जिकल मास्क के निर्यात पर प्रतिबंध हटा लिए जाने के बाद खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग अब विदेशों में खादी कॉटन और रेशम फेस मास्क के निर्यात की संभावनाओं का पता लगा रहा है। मंत्रालय के अनुसार विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने भी निर्यात से प्रतिबंध हटाने के संदर्भ में 16 मई को अधिसूचना जारी कर दी है। आयोग द्वारा यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान’ के मद्देनजर ‘स्थानीय से वैश्विकआह्वान के बाद उठाया गया है। कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान फेस मास्क की अत्यधिक मांग को ध्यान में रखते हुए केवीआईसी ने क्रमशः दो स्तरीय और तीन स्तरीय कॉटन के साथ-साथ सिल्क फेस मास्क को विकसित किया है, जो पुरुषों के लिए दो रंगों में और महिलाओं के लिए कई रंगों में उपलब्ध है।
आठ लाख फेस मास्क के आर्डर मिले
मंत्रालय के अनुसार केवीआईसी को अब तक 8 लाख फेस मास्क की आपूर्ति के ऑर्डर प्राप्त हो चुके हैं और लॉकडाउन अवधि के दौरान 6 लाख से ज्यादा फेस मास्क की आपूर्ति की जा चुकी है। केवीआईसी को ये आर्डर राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री कार्यालय, केंद्र सरकार के मंत्रालयों, जम्मू-कश्मीर सरकार से प्राप्त हुए हैं और आम नागरिकों द्वारा ईमेल के माध्यम से ऑर्डर मिले हैं। फेस मास्क की बिक्री करने के अलावा पूरे देश में खादी संस्थानों द्वारा जिला प्राधिकरणों को 7.5 लाख से ज्यादा खादी के फेस मास्क मुफ्त में बांटे गए हैं। आयोग के चेयरमैन विनय कुमार सक्सेना ने इस बारे में कहा कि खादी फैब्रिक से तैयार ये डबल ट्विस्टेड मास्क न केवल गुणवत्ता और मांग के पैमाने पर खरे उतरते हैं बल्कि वे लागत प्रभावी, सांस लेने में उपयुक्त, धोने योग्य, पुन: उपयोग करने योग्य और बायो-डिग्रेडेबल हैं।
ये है केवीआईसी की योजना
मंत्रालय ने बताया कि केवीआईसी की योजना अब दुबई, अमेरिका, मॉरीशस और कई यूरोपीय और मध्य पूर्व देशों में खादी फेस मास्क की आपूर्ति करने की है, जहां पर पिछले कुछ वर्षों में खादी की लोकप्रियता काफी बढ़ी है। केवीआईसी की योजना इन देशों में भारतीय दूतावासों के माध्यम से खादी फेस मास्क बिक्री करने की है। आयोग के चेयरमैन विनय कुमार सक्सेना ने इस संबन्ध में कहा कि इन मास्क के निर्माण में केवीआईसी द्वारा विशेष रूप से डबल ट्विस्टेड खादी कपड़े का उपयोग किया जा रहा है क्योंकि यह नमी की मात्रा को अंदर तक बनाए रखने में मददगार साबित होता है और हवा को अंदर जाने देने के लिए एक आसान मार्ग प्रदान करता है। इन मास्क को जो बात विशेष रूप से खास बनाती है वह हाथ से बुने हुए कॉटन और सिल्क के कपड़े हैं। कॉटन एक मैकेनिकल अवरोधक के रूप में जबकि रेशम एक इलेक्ट्रोस्टैटिक अवरोधक के रूप में काम करता है।
22May-2020

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें