हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।
कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन
के कारण कमजोर होती आर्थिक व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए केंद्र सरकार उपाय
करने में जुटी है, तो ऐसे ही उपाय में राष्ट्रीय राजमार्ग पर चलने वाले फास्टैग
लगे वहानों को टोल प्लाजाओं से गुजरना आसान नहीं होगा। मसलन यदि वाहन पर लगे
फास्टैग में बैलेंस नहीं होगा तो ऐसे वाहन से दोगुना टोल टैक्स वसूला जाएगा।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं
राजमार्ग मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि लॉकडाउन के बीच ही मंत्रालय ने मोटर
नियमों में संशोधन करते हुए एक अधिसूचना जारी की है, जिसके अनुसार यदि किसी वाहन पर
लगा फास्टैग खराब है या उसका बैलेंस खत्म हो चुका है और वह नेशनल हाइवे पर टोल
प्लाजा से गुजरता है तो प्लाजा की टोल लेन में जाने पर ऐसी स्थिति में वाहन से
दोगुना टोल टैक्स की वसूली की जाएगी। मंत्रालय की जारी इस अधिसूचना से पहले दोगुना
टोल टैक्स उसी वाहन से वसूल करने के नियम थे जिन वाहनों पर फास्टैग न लगा हो।
मंत्रालय के अनुसार राष्ट्रीय राजमार्ग के टोल प्लाजाओं पर वाहनों की भीड यानि
लंबी लाइन से छुटकारा पाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई ई-टोल प्रणाली
15 दिसंबर 2019 को लागू कर दी गई थी, जिसमें चरणबद्ध तरीके से हाइवे के सभी टोल
प्लाजाओं पर फास्टैग बनाई गई, हालांकि इसमें विलंब और फास्टैग की उपलब्धता के अभाव
के के कारण मंत्रालय को प्लाजाओं पर फास्टैग लेन की अनिवार्यता को कई बार विस्तार
देना पड़ा और फरवरी के अंत तक नेशनल हाइवे के टोल प्लाजाओं पर फास्टैग लेन बनाने
का काम पूरा होने के बाद फास्टैग को अनिवार्य रुप से लागू कर दिया गया। मसलन एक
मार्च 2020 से बिना फास्टैग लगे वाहन से टोल प्लाजाओं पर दोगुना टोल लेने का नियम
शुरू हो गया, ताकि सभी वाहनों को फास्टैग के लिए जागरुक किया जा सके। ऐसे में यदि
कोई बिना फास्टैग लगा वाहन गलती से फास्टैग लेन में घुस गया तो उससे दोगुना टेक्स
वसूलने का प्रावधान लागू हो जाता है। अब हाल ही में जो नियम लागू किया गया है उसके
तहत भले ही किसी वाहन पर फास्टैग लगा हो और वह काम कर रहा है या उसमें पर्याप्त
बैलेंस है तो ठीक है अन्यथा उससे भी दोगुना टोल वसूला जाएगा। मंत्रालय के अनुसार
हालांकि एक मार्च से फास्टैग के जरिए अनिवार्य की गई ई-टोल प्रणाली के तहत अभी तक
एक करोड़ से भी ज्यादा फास्टैग बिक चुके हैं। इसमें से 30 लाख फास्टैग
नवंबर और दिसंबर में जारी की गए हैं और रोज 1.52 से 2 लाख फास्टैग की बिक्री हो रही है।
जनवरी में 20 करोड़ का जुर्माना वसूला
जनवरी, 2020 में नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया
(NHAI) ने फास्टैग लेन में घुसने
वाले 18 लाख डिफॉल्टर्स से 20 करोड़ रुपये की वसूली की है. इन
लोगों ने नेशनल हाइवे के टोल प्लाजा पर फास्टैग लेन में बिना फास्टैग के घुस गए थे।
18May-2020
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