रविवार, 31 मई 2020

अब तक 23.5 लाख से ज्यादा प्रवासियों ने की घर वापसी



पिछले बीस दिन में रेलवे ने चलाई 1773 श्रमिक विशेष ट्रेनें
हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।
भारतीय रेलवे ने पिछले बीस दिन में 1773 श्रमिक विशेष ट्रेनें चलाकर देश में लॉकडाउन के कारण जगह-जगह फंसे 23.5 लाख से भी ज्यादा प्रवासी श्रमिकों, छात्रों और अन्य लोगों की घर वापसी कराई है।
रेल मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि देशभर में
लॉकडाउन की वजह से विभिन्न राज्यों में फंसे प्रवासी श्रमिकों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य लोगों की आवाजाही को गृह मंत्रालय से मिली अनुमति के बाद एक मई को श्रमिक विशेष ट्रेनों का परिचालन शुरू किया था। बुधवार सुबह दस बजे तक इन बीस दिनों के दौरान रेलवे ने अलग राज्यों के विभिन्न शहरों से 1773 श्रमिक विशेष ट्रेने चलाने की पुष्टि की है, जिनमें 23.5 लाख से भी ज्यादा प्रवासियों को उनके गृह राज्यों तक पहुंचाया गया है। भारतीय रेलवे प्रवासी श्रमिकों व अन्य लोगों की घर वापसी सुनिश्चित कराने के लिए प्रत्येक दिन करीब 200 श्रमिक विशेष ट्रेनों का परिचालन कर रहा है, ताकि ज्यादा से ज्यादा प्रवासियों को उनके घरों तक वापसी कराई जा सके। इसी मकसद से रेलवे ने पिछले दस दिन से एक ट्रेन में अधिकतम 1200 यात्रियों की संख्या बढ़ाकर 1700 की थी। रेलवे ने दावा किया है कि एक दिन पहले मंगलवार को 205 श्रमिक विशेष ट्रेने चलाई गई, जिनमें एक ही दिन में 2.50 लाख से ज्यादा प्रवासियों को उनके गृह राज्य तक का सफर कराया गया।

अब ज्यादा ट्रेनें चलेंगी
रेलवे ने दावा किया है कि एक दिन पहले मंगलवार को 205 श्रमिक विशेष ट्रेने चलाई गई, जिनमें एक ही दिन में 2.50 लाख से ज्यादा प्रवासियों को उनके गृह राज्य तक का सफर कराया गया। कुछ राज्यों द्वारा रेलवे के अनुरोध के बावजूद इन ट्रेनों को अनुमति न देने का तोड़ निकालते हुए गृह मंत्रालय द्वारा जारी मानक संचालन प्रोटोकॉल के तहत अब रेलवे को किसी राज्यों से अनुमति नहीं लेनी होगी और रेलवे जिस राज्यों के प्रवासियों को यात्रा करानी होगी उसके लिए रेलवे अतिरिक्त ट्रेने चलाने के लिए स्वतंत्र है। गृह मंत्रालय द्वारा श्रमिक ट्रेनों के लिए जारी एसओपी के बाद रेलवे अब ज्यादा से ज्यादा प्रवासियों को विभिन्न राज्यों से उनके गृह राज्य तक आसानी से पहुंचा सकेगा। गृह मंत्रालय के दिशानिर्देशों के तहत भारतीय रेलवे ने राज्य सरकारों से अनुरोध किया गया है कि जो श्रमिक रास्ते में फंसे हुए हैं उन्हें राज्य सरकारें नजदीकी रेलवे स्टेशन के लिए पंजीकृत करके उसकी सूची रेलवे के नोडल अधिकारियों को सौंप दे, ताकि श्रमिक विशेष ट्रेनों का संचालन करके उन्हें गंतव्य स्थान तक पहुंचाया जा सके। रेलवे ने सड़कों पर आंदोलन कर रहे श्रमिकों से अपील की है कि वे धैर्य बनाए रखें और जहां है वहीं निकटतम रेलवे स्टेशनों से रेलवे विशेष ट्रेने चलाकर उनके गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था कर रहा है, जिसके लिए राज्यों के साथ रेलवे समन्वय बनाए हुए है। 
एक जून से चलेंगी अतिरिक्ति ट्रेनें
रेल मंत्रालय के अनुसार भारतीय रेलवे ने एक जून से इन श्रमिक विशेष ट्रेनों के अलावा 200 अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन करेगा, जिसके लिए समय सारणी तैयार की जा रही है। इन अतिरिक्त सभी ट्रेनों में गैर वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी के कोच होगें, जिनके लिए टिकटों की बुकिंग ऑनलाइन की जा सकेगा। इस योजना को जल्द अंतिम रुप दे दिया जाएगा। रेलवे ने सड़कों पर आंदोलन कर रहे श्रमिकों से अपील की है कि वे धैर्य बनाए रखें और जहां है वहीं निकटतम रेलवे स्टेशनों से रेलवे विशेष ट्रेने चलाकर उनके गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था कर रहा है, जिसके लिए राज्यों के साथ रेलवे समन्वय बनाए हुए है।
21May-2020

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