रेलवे ने सफर के दौरान मुफ्त 74
लाख भोजन व एक करोड़ पानी की बोतले बांटी
हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।
भारतीय रेलवे ने 25 मई की
अर्धरात्रि तक 3276 श्रमिक विशेष ट्रेनों के जरिए लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न
राज्यों में फंसे 44 लाख से भी ज्यादा प्रवासी श्रमिकों एवं अन्य लोगों सफर कराते
हुए उनकी घर वापसी कराई है। इस दौरान रेलवे ने अब तक इन ट्रेनों में यात्रियों को
74 लाख से ज्यादा भोजन और एक करोड़ से ज्यादा पीने के पानी की बोतले भी मुफ्त देने
का दावा किया है।
रेल मंत्रालय ने मंगलवार को कहा
कि एक मई से भारतीय रेलवे द्वारा शुरू की गई श्रमिक विशेष ट्रेनों के जरिए 44 लाख
से ज्यादा प्रवासी
श्रमिकों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्रों
और अन्य लोगों
को उनके गंतव्य तक पहुंचाया है। इसके लिए 25/26 मई की अर्धरात्रि तक रेलवे ने 3276
श्रमिक विशेष ट्रेनों का परिचालन किया है। रेलवे ने कहा कि 25 मई 223 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में 2.8 लाख यात्रियों को विभिन्न राज्यों से उनके
गृहराज्य में गंतव्य तक पहुंचाया है। जबकि 24 मई रविवार को रेलवे रिकार्ड 3.10 लाख
प्रवासियों की घर वापसी कराई थी। रेलवे ने यह भी जानकारी दी है कि इन ट्रेनों में
सफर करने वाले प्रवासी यात्रियों को आईआरसीटीसी ने 4 लाख से
अधिक मुफ्त भोजन और एक करोड़ से अधिक पानी की बोतलें वितरित
कीं हैं। रेलवे ने इस स्पष्टीकरण
को फिर दोहराया है कि भारतीय रेलवे इन श्रमिक ट्रेनों पर खर्च हो रहे खर्च का 85
फीसदी खर्च खुद वहन कर रहा है जबकि 15 फीसदी खर्च राज्यों को करना होगा।
उत्तर प्रदेश पहुंची सर्वाधिक
ट्रेनें
इन 3276 ट्रेनों में अब तक गुजरात से 897 ट्रेनें, महाराष्ट्र से 590 ट्रेनें, पंजाब से 358 ट्रेनें, उत्तर प्रदेश से 232 ट्रेनें तथा दिल्ली
201 ट्रेनों के अलावा अन्य राज्यों
व केंद्र शासित प्रदेशों से चलाई गई है। अब तक चलाई गई ट्रेनों में से सबसे ज्यादा
1428 श्रमिक विशेष ट्रेनें उत्तर प्रदेश पहुंची है, जबकि बिहार में 1178 ट्रेनें, झारखंड में 164 ट्रेनें, मध्य प्रदेश में 120 ट्रेनें तथा ओडिशा में 128 ट्रेनें अपना सफर तय कर चुकी हैं। रेलवे
के अनुसार श्रमिक विशेष के अलावा नई दिल्ली को जोड़ने वाले पंद्रह शहरों के लिए 15 जोड़ी विशेष राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनें भी 12 मई से पटरियों पर
दौड़ रही हैं। जबकि एक जून से 200 और टाइम टेबल ट्रेनें शुरू करने
की योजना के
तहत टिकटों की बुकिंग की जा रही है।
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महाराष्ट्र का मामला सुलझा, तो चलेंगी 145 ट्रेनें
रेल मंत्रालय के अनुसार मंगलवार 26 मई को महाराष्ट्र से 145 ट्रेनें चलाई जा रही है या चलेगीं। मंत्रालय के अनुसार मध्य रेलवे इन ट्रेनों के परिचालन के
लिए सावधानीपूर्वक
योजना और निरंतर प्रयास के बाद अपने संसाधनों को बहुत ही कम समय में जुटा हुआ है, ताकि महाराष्ट्र
से अधिसूचित इन 145 श्रमिक ट्रेनें चलाई जा सकें। गौरललब है
क फेडरेशन
ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र
लिखकर मीडिया और मनोरंजन उद्योग में काम फिर से शुरू करने के लिए दिशा-निर्देशों का
प्रस्ताव दिया है। मध्य रेलवे के हवाले से रेल मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि 25 मई के लिए रेलवे ने महाराष्ट्र से प्रवासियों के लिए 125 ट्रेनों
की पेशकश की थी, लेकिन राज्य सरकार 25 मई को सुबह दो बजे तक केवल 41ट्रेनों की जानकारी दे सकी थी, इनमें से केवल 39 ट्रेनें ही चल सकीं, क्योंकि स्थानीय अधिकारियों
द्वारा यात्रियों की संख्या ही नहीं जुटाई जा सकी थी।
27May-2020
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