रविवार, 31 मई 2020

अब ग्रामीण सड़क निर्माण में होगा कॉयर फाइबर का इस्तेमाल!





केंद्र सरकार ने कॉयर जियो टेक्सटाइल्स के इस्तेमाल को दी मंजूरी
हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।
देश में सड़कों टिकाऊ निर्माण और मजबूती के लिए केंद्र सरकार ने ग्रामीण सड़क निर्माण में कॉयर जियो टेक्टाइल्स के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है।
इस मंजूरी के बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि अब जहां सड़क निर्माण में कॉयर फाइबर के वैकल्पिक उपयोग होने से सड़कों की मजबूती मिलेगी, वहीं देश में कॉयर उद्योग को विशेष रूप से कोरोना महामारी के इस कठिन समय में प्रोत्साहन के साथ बढ़ावा मिलेगा।
केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में मंत्रालय के इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। मंत्रालय के अनुसार कॉयर जियो टेक्सटाइल्स एक पारगम्य फैब्रिक तथा प्राकृतिक, मजबूत, अत्यधिक टिकाऊ, टूट-फूट, मोड़ एवं नमी प्रतिरोधी होने के कारण ग्रामीण सड़क निर्माण के लिए एक बेहतर विकल्प होगा, जिसके इस्तेमाल के लिए सड़क परिवहन मंत्रालय लगातार प्रयासरत रहा। केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग तथा एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सड़क निर्माण में कॉयर फाइबर के वैकल्पिक उपयोग की मंजूरी मिलने अब हम कॉयर जियो टेक्सटाइल का इस्तेमाल कर सकेंगे। वहीं सरकार के इस निर्णय से कॉयर उद्योग को विशेष रूप से कोविड-19 महामारी के इस कठिन समय में बढ़ावा मिलेगा।
कैसे होगा सड़क निर्माण में इस्तेमाल
मंत्रालय के अनुसार सड़क निर्माण के लिए पीएमजीएसवाई की नई प्रौद्योगिकी दिशानिर्देशों के अनुसार प्रस्तावों के प्रत्येक बैच के सड़कों की कुल लम्बाई के 15 प्रतिशत में नई प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके निर्माण किया जाना है। इनमें से 5 प्रतिशत सड़कों का निर्माण आईआरसी मान्यता प्राप्त प्रौद्योगिकी का उपयोग होगा। आईआरसी ने भी ग्रामीण सड़क निर्माण के लिए कॉयर जियो टेक्सटाइल्स को मान्यता दी है। इन निर्देशों के अनुसार पीएमजीएसवाई -3 के तहत 5 प्रतिशत ग्रामीण सड़कों का निर्माण कॉयर जियो टेक्सटाइल्स का उपयोग करके किया जाएगा। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय ग्रामीण आधारभूत संरचना विकास एजेंसी ने कहा है कि पीएमजीएसवाई-3 के तहत ग्रामीण सड़कों के निर्माण के लिए कॉयर जियो टेक्सटाइल्स का इस्तेमाल करने का रास्ता साफ हो गया है।
सात राज्यों में सड़क निर्माण में होगा इस्तेमाल
मंत्रालय ने जानकारी दी है कि नई प्रौद्योगिकी दिशानिर्देशों के अनुसार देश के सात राज्यों में 1674 किलोमीटर सड़क का निर्माण में कॉयर जियो टेक्सटाइल्स का इस्तेमाल किया जाएगा, जिसके लिए 70 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से एक करोड़ वर्ग मीटर कॉयर जियो-टेक्सटाइल्स की आवश्यकता होगी। मंत्रालय के अनुसार कॉयर जियो टेक्सटाइल्सका उपयोग करके आंध्र प्रदेश में 164 किलोमीटर, गुजरात में 151 किलोमीटर, केरल में 71 किलोमीटर, महाराष्ट्र में 328 किलोमीटर, ओडिशा में 470 किलोमीटर, तमिलनाडु में 369 किलोमीटर और तेलंगाना में 121 किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया जाएगा।
21May-2020

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