बुधवार, 20 मई 2020

प्रवासियों को विभिन्न जिलों तक का सफर कराने को भी तैयार रेलवे


जिलाधिकारियों से लॉकडाउन में फंसे ऐसे लोगों व उनके गंतव्यों की सूची मांगी
हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।
श्रमिक विशेष ट्रेनों से अपने गृह राज्यों में घर तक जाने के लिए परेशानी का सामना कर रहे प्रवासियों की सुविधा के लिए भारतीय रेलवे अब विभिन्न जिलों तक भी ऐसी ट्रेने चलाने को तैयार है। इसके लिए भारतीय रेलवे ने ऐसे जिलों के जिलाधिकारियों से वहां फंसे प्रवासियों और उनके गंतव्य स्थानों की सूची मांगी है।
रेल मंत्रालय के अनुसार भारतीय रेलवे करीब 1200 श्रमिक विशेष ट्रेने चलाकर अब तक 15 लाख से भी ज्यादा प्रवासियों की घर वापसी करा चुका है। अपने गृह राज्य तक पहुंचे प्रवासियों को घर तक आवगमन में आ रही परेशानी को दूर करने के केंद्र सरकार ने राज्यों को परिवहन व्यवस्था करने को कहा है, वहीं ऐसी स्थिति से निपटने के लिए भारतीय रेलवे विभिन्न जिलों तक भी ऐसी ट्रेने चलाने को तैयार है, इसके लिए रेलवे ने ऐसे जिलों के जिलाधिकारियों से प्रवासियों और उनके गंतव्य स्थान की सूची नोडल अधिकारियों को सौंपने को कहा है, ताकि प्रवासियों की समस्याओं का समाधान किया जा सके। रेलवे के अनुसार भारतीय रेल देशभर में ऐसे सभी जिलों के लिए श्रमिक विशेष ट्रेने चलाने को तैयार हैं जो जिले रेलवे से जुड़े हुए हैं। वहीं रेल मंत्री पीयूष गोयल ने जिलाधिकारियों से इसके लिए कार्ययोजना तैयार करके नोडल अधिकारियों के माध्यम से ऐसी ट्रेनों को चलाने के लिए आवेदन करने को कहा है। गोयल ने कहा कि भारतीय रेल एक दिन में करीब 300 श्रमिक स्पेशल रेलगाड़ियां चलाने में सक्षम है, लेकिन मौजूदा हालातों को देखते हुए ऐसी सभी ट्रेनों का संचालन नहीं हो पा रहा है। इन विशेष ट्रेनों को राज्यों की मांग के आधार पर चलाया जा रहा है। इसके बावजूद भारमीय रेलवे ऐसे विभिन्न जिलों तक ट्रेनें चलाने की क्षमता रखता है जो रेलवे मार्ग के संपर्क में हैं। रेलवे के अनुसार श्रमिक विशेष ट्रेनों को ज्यादातर आंध्र प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल, गोवा, झारखंड जैसे विभिन्न राज्यों से चलाया जा रहा है, जिनका प्रवासियों के साथ उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार,छत्तीसगढ, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मणिपुर, मिजोरम, ओडिशा, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल तक चलाया जा रहा है
कार्ययोजना से समाधान संभव
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने प्रवासी श्रमिकों के सामने आ रही परेशानी को देखते हुए ट्रवीट के जरिए जिलाधिकारियों से इसके लिए कार्ययोजना तैयार करने का आग्रह किया है, जिसके लिए जिलाधिकारी संबन्धित जिलों में श्रमायुक्त के जरिए ऐसे प्रवासियों की पहचान करके उनके गंतव्य स्थानों की सूची बनाने की उचित योजना बनाएं तो रेलवे ऐसे फंसे हुए प्रवासियों को आसानी से उनके घर वापसी कराने को तैयार है। ऐसे समन्वय के साथ कार्ययोजना से किसी भी समस्या का समाधान संभव है।
रेलवे के अनुसार श्रमिक विशेष ट्रेनों को ज्यादातर आंध्र प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल, गोवा, झारखंड जैसे विभिन्न राज्यों से चलाया जा रहा है, जिनका प्रवासियों के साथ उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार,छत्तीसगढ, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मणिपुर, मिजोरम, ओडिशा, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल तक चलाया जा रहा है। 
18May-2020

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