गृहमंत्री अमित शाह ने रक्षा मंत्री के साथ किया कोरोन अस्पताल का दौरा
हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।
केंद्र सरकार की निगरानी में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बेकाबू कोरोना
महामारी के खिलाफ चल रही जंग के लिए एक हजार बेड वाला सरदार वल्ल्लभभाई पटेल कोविड अस्पताल शुरू हो गया है। रविवार
को केन्द्रीय
गृह मंत्री अमित शाह व रक्षा मंत्री
राजनाथ सिंह ने इस कोरोना अस्पताल का दौरा किया।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने यह जानकारी देते हुए रविवार को बताया कि केंद्रीय वातानुकूलित और चिकित्सा सुविधा के साथ 25,000 वर्गमीटर में फैले सरदार वल्ल्लभभाई पटेल कोविड
अस्पताल में 250
आईसीयू
बेड की
सुविधा भी मुहैया कराई गई है। इस विशालतम कोविड अस्पताल के रविवार को दौरे में गृह
मंत्री अमित शाह व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा.
हर्षवर्धन, गृह राज्यमंत्री जी. किशन रेड्डी, डीआरडीओ के अध्यक्ष सतीश रेड्डी के
अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी मौजूद थे। दिल्ली में तेजी से
बढ़ते कोरोना मरीजों की मदद के लिए इस अस्पताल को तैयार किया गया है। मंत्रालय के
अनुसार प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली-एनसीआर में कोविड-19 के प्रबंधन और इससे निपटने के उपायों
की समीक्षा के लिए 14 जून से
लगातार कई दिल्ली सरकार के साथ बैठकें कर अनेक महत्वपूर्ण निर्णय किये और एक साझा रणनीति के तहत दिल्ली में बेकाबू
होते कोरोना संक्रमण से निपटने के उपाए किये जा रहे है, जिनमें से एक इस सबसे बड़े
अस्पताल को तैयार करना भी है। इसी प्रकार गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर दिल्ली के
निजी अस्पतालों में कोविड मरीज़ों के उपचार की दरें लगभग एक तिहाई करने, राजधानी में 20 हजार हज़ार अतिरिक्त बेड्स उपलब्ध
कराने, रैपिड एंटीजन प्रणाली का उपयोग
कर टेस्टिंग बढ़ाने, कंटेनमेंट
ज़ोन का नए सिरे से परिसीमन, सभी संक्रमित
व्यक्तियों की आरोग्य सेतु और इतिहास एप के सहयोग से कांटेक्ट ट्रेसिंग और अखिल भारतीय
आयुर्विज्ञान संस्थान के विशेषज्ञ डॉक्टर्स द्वारा मरीजों को कोविड टेलीमेडिसिन के
जरिये सलाह देने की सुविधा जैसे महत्वपूर्ण फ़ैसले लिए गए हैं।
तकनीकी सुविधाओं से निगरानी
मंत्रालय के अनुसार इस सुविधा केंद्र को सुरक्षा कर्मचारियों, सीसीटीवी निगरानी और आवागमन नियंत्रण
प्रणालियों के साथ सुसज्जित किया जायेगा। अस्पताल एकीकृत अग्नि सुरक्षा और नियंत्रण
प्रणाली से भी सुसज्जित है। साथ ही इसे पर्यावरण, सुरक्षा और अपशिष्ट निपटान प्रक्रियाओं
के संचालन डिजाइन अनुसार बनाया गया है। स्टाफ, सार्वजनिक, एम्बुलेंस और अग्निशमन सेवाओं के
लिए एक बड़ा पार्किंग क्षेत्र निर्धारित किया गया है। इस अस्पताल के चालू होने से दिल्ली
में कोरोना
बेड्स में
11 प्रतिशत की अतिरिक्त वृद्धि
होगी, जिससे वर्तमान गंभीर स्थिति
पर काबू पाया जा सकेगा। इस अस्पताल का निर्माण आपातकाल से निपटने में डीआरडीओ, गृह मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, सशस्त्र बलों, उद्योग, एमसीडी और दिल्ली प्रशासन के बीच
तालमेल का एक अनूठा प्रयास है।
06July-2020
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