सोमवार, 13 जुलाई 2020

देश में अब मिलेगी बेहतरीन सड़कों को रैंकिंग


राजमार्गो के आकलन के आधार पर तय होंगा रैंकिंग का स्कोर  
हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।
देश में सड़कों की गुणवत्ता और उसकी दक्षता का आकलन कराने के बाद भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण यानि एनएचएआई ने बेहतरीन सेवा के लिए सड़कों की रैंकिंग करने का निर्णय लिया है। इस निर्णय के तहत सड़क निर्माण में रियायत प्राप्‍तकर्ता, ठेकेदार और ऑपरेटर को संबन्धित राजमार्ग या कॉरिडोर पर उपलब्‍ध सेवाओं में सुधार करके अपनी रैंकिंग को बेहतर करने का मौका दिया जाएगा।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने अपने अधीनस्‍थ भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के इस निर्णय की जानकारी देते हुए बताया कि इसका मकसद देश में मजबूत और टिकाऊ सड़कों की गुणवत्ता के आधार सड़कों को बेहतरी बनाने के प्रयासों को तेज करना है। इसके लिए एनएचएआई ने देश भर में राजमार्गों की दक्षता का आकलन करने के साथ-साथ उनकी रैंकिंग करने की तैयारी की है। मंत्रालय के अनुसार राष्ट्रीय राजमार्गों के आकलन ऑडिट एवं रैंकिंग करने की जहां भी जरुरत होगी आवश्यक सुधार सुनिश्चित करना है, ताकि उनकी गुणवत्ता बेहतर हो सके तथा राजमार्गों पर आवाजाही करने वाले यात्रियों को मनभावन सफर का आनंद मिल सके। इस निर्णय के तहत आकलन के मानदंड विभिन्न अंतरराष्ट्रीय प्रथाओं या तौर-तरीकों और अध्ययनों पर आधारित होंगे, जिसका उद्देश्‍य भारतीय संदर्भ में राजमार्गों की दक्षता के मानकों को तय करना है। मंत्रालय का कहना है कि प्रत्येक मानदंड या पैमाने पर प्रत्येक कॉरिडोर द्वारा हासिल किए जाने वाला स्कोर दरअसल परिचालन के उच्च मानकों, बेहतर सुरक्षा एवं उपयोगकर्ताओं को अच्‍छे अनुभव कराने के लिए आवश्‍यक जानकारियां सुलभ कराएगा और वहीं उन सुधारात्मक कदमों को भी सुझाएगा, जिन पर अमल करके मौजूदा राजमार्गों को बेहतर बनाना संभव ही पाएगा। इससे एनएचएआई की अन्य परियोजनाओं के लिए भी डिजाइन, मानकों, प्रथाओं, दिशा-निर्देशों और अनुबंध समझौतों में खामियों को पहचानने एवं उन्‍हें पाटने में मदद मिलेगी।
आकलन के होंगे तीन मानदंड
मंत्रालय के अनुसार एनएचएआई ने सड़कों की रैंकिंग करने के लिए आकलन के मानदंड को मुख्यत: तीन अहम भागों में वर्गीकृत किया गया है, जिसमें राजमार्ग की दक्षता 45 फीसदी, राजमार्ग पर सुरक्षा 35 फीसदी और उपयोगकर्ता को मिलने वाली सेवाएं 20 फीसदी इस आकलन के निष्‍कर्षों के आधार पर व्यापक विश्लेषण किया जाएगा। इसके बाद एनएचएआई बेहरीन सड़कों की सेवाओं की समग्र गुणवत्ता बढ़ाने के लिए विभिन्‍न आवश्यक कदमों को उठाने के बारे में निर्णय लेगा। इसके अलावा सड़कों का आकलन करते समय कई और महत्वपूर्ण मानदंडों पर भी विचार किया जाएगा, जिनमें परिचालन की गति, कई दिशाओं से वाहनों की पहुंच पर नियंत्रण, टोल प्लाजा पर लगने वाला समय, सड़क संकेतक, सड़क चिन्‍ह, दुर्घटना की दर, किसी घटना से निपटने में लगने वाला समय, क्रैश बैरियर, रोशनी, उन्नत यातायात प्रबंधन प्रणाली (एटीएमएस) की उपलब्धता, संरचनाओं की कार्यक्षमता, श्रेणीबद्ध पृथक चौराहों की व्‍यवस्‍था, स्वच्छता, वृक्षारोपण, सड़क के किनारे मिलने वाली सुविधाएं और ग्राहक संतुष्टि शामिल हैं। वहीं कॉरिडोर यानी गलियारों की रैंकिंग त्‍वरित रूप से परिवर्तनशील होगी। समस्‍त गलियारों की समग्र रैंकिंग के अलावा बीओटी, एचएएम और ईपीसी परियोजनाओं के लिए भी अलग-अलग रैंकिंग की जाएगी। रैंकिंग की इस प्रक्रिया से परिचालन में दक्षता के साथ-साथ सड़कों का बेहतरीन रखरखाव भी सुनिश्चित होगा।
07July-2020

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें