मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त ने 130 किमी लंबे नव-विद्युतीकृत रेल सेक्शन का किया निरीक्षण
ट्रायल के बाद धुरी-जाखल व धुरी-लैहरा मुहब्बत रेल लाइन पर यातायात की मंजूरी
हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।
भारतीय रेलवे के कायाकल्प की दिशा में 2024 तक देश के समूचे रेलवे ट्रैक को
विद्युतीकरण में तब्दील करने के लक्ष्य के तहत अंबाला मंडल में धुरी-जाखल और धुरी-लैहरा मुहब्बत
रेल सेक्शनों पर 130 किमी रेलवे ट्रेक का विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो गया है। इस ट्रेक
का ट्रायल के दौरान मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त ने रेलवे अधिकारियों के साथ निरीक्षण
किया, जो सुरक्षा मानकों में खरा पाया गया है।
उत्तर रेलवे एवं उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने गुरुवार को यह
जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा और पंजाब में उत्तर रेलवे के अम्बाला मंडल के अंतर्गत 62 किलोमीटर धुरी-जाखल और 68 किलोमीटर धुरी-लैहरा मुहब्बत इकहरी
रेल सेक्शनों पर विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो गया है, जिसके बाद इस ट्रेक का गुरुवार को 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक की गति का ट्रायल किया गया। ट्रायल में सुरक्षा की
दृष्टि से मजबूत इस रेलवे ट्रेक को रेल यातायात के लिए खोल दिया गया है। चौधरी के
अनुसार गुरुवार को इस 130 किमी लंबे विद्युतीकृत रेलवे सेक्शन का मुख्य रेल
संरक्षा आयुक्त शैलेश कुमार पाठक ने गहन निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान रेलवे के प्रमुख बिजली इंजीनियर
निखिल पांडे, रेल विकास
निगम लिमिटेड के मुख्य प्रबंध निदेशक प्रदीप गौड़, अम्बाला मंडल के मंडल रेल प्रबंधक
गुरिन्दर मोहन सिंह तथा प्रधान कार्यालय मंडल और रेल विकास निगम लिमिटेड के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी पाठक के साथ मौजूद
रहे। मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त पाठक ने इस दौरान मोटर ट्रॉली द्वारा धुरी-जाखल और
धूरी-लैहरा मुहब्ब सेक्शनों का विस्तृत संरक्षा निरीक्षण किया। इसके साथ ही बिजली के इंजन द्वारा करंट
कलैक्शन टेस्ट और स्पीड ट्रायल भी किये गये। जाखल-धुरी और धुरी-लैहरा मुहब्बत-धुरी
रेल सेक्शनों पर 120 किलोमीटर
प्रति घंटा की गति तक का स्पीड ट्रायल सफलतापूर्वक किया गया। इस ट्रायल के तहत करंट कलैक्शन परीक्षण ऑलिवर-जी
तकनीक से किए गए। दरअसल ‘जी’ करंट कलैक्शन के लिए वीडियो रिकॉर्डिंग
और जीपीएस मार्किंग सिस्टम वाले ऑवर-हेड लाइन निरीक्षण का एक प्रकार है। चिंगारी-रहित
करंट कलैक्शन सुनिश्चित करने की यह एक बेहद भरोसेमंद तकनीक है।
रेलगाड़ियों के परिचालन के लिए खुला ट्रैक
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने बताया कि इस निरीक्षण के दौरान इस रेलवे ट्रैक पर पड़ने वाले रोड-ओवर-ब्रिजों/रोड-अंडर-ब्रिजों, रेल-फाटकों और फुट–ओवर-ब्रिजों जैसे निर्माण के साथ ही मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त
पाठक ने इन सेक्शनों पर आने वाले
रेलवे स्टेशनों व वहां उपलब्ध कराई गयी सुविधाओं का भी निरीक्षण किया। उत्तर रेलवे
के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने बताया कि मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त ने किए गए विद्युतीकृत
कार्य पर संतोष प्रकट किया और इन सेक्शनों पर रेलगाडियां चलाने की मंजूरी दे दी गई। इन रेलवे लाइनों को रेल
यातायात के लिए खोल दिया गया है और उत्तर रेलवे ने इन पर रेल परिचालन शुरू कर दिया
है।
17July-2020
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