केंद्र सरकार से मिलेगी 1500 करोड़ रुपये की वित्तीय मदद
हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।
हरियाणा में जल संरक्षण की दिशा में ‘मेरा पानी-मेरी
विरासत’ जैसी
महत्वपूर्ण
परियोजना के तहत
फसलों के
विविधिकरण का विस्तार करने के लिए केंद्र सरकार 500 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता देगा।
वहीं राज्य में तालाबों के जीर्णोद्धार और जलशोधन के लिए भी केंद्र सरकार से 1000 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता मिलेगी।
नई दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में गुरुवार को यह जानकारी हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ हुई बैठक में हरियाणा की विभिन्न जल संरक्षण
परियोजनाओं पर चर्चा के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए दी। हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कहा कि
केंद्र सरकार
ने हरियाणा
में जल संरक्षण की जारी परियोजनाओं के कार्यान्वयन पर संतोष
जताया और इन परियोजनाओं
क्रियान्वयन को तेजी से आगे बढ़ाने की दिशा में केंद्रीय वित्तीय मदद का भरोसा दिया। बैठके
दौरान ही केंद्रीय
जल शक्ति मंत्री शेखावत ने हरियाणा की जल संरक्षण
परियोजनाओं की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘मेरा पानी-मेरी विरासत’ योजना के अंतर्गत धान फसल की अपेक्षा
कम जल के उपयोग वाली अन्य फसलों की कृषि के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा
है। इस योजना के अंतर्गत निर्धारित किए गए एक लाख हेक्टेयर क्षेत्र के लक्ष्य से भी
अधिक क्षेत्र में धान की अपेक्षा अन्य फसलों की कृषि की योजना क्रियांवित की जा रही
है। इस योजना के अंतर्गत फसलों के विविधिकरण के विस्तार के लिए हरियाणा को केंद्र सरकार से 500 करोड़ रुपए की सहायता मिलेगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत
वर्ष 2022 तक प्रदेश के प्रत्येक घर में नल
से शुद्ध जल आपूर्ति करने के लिए जल जीवन मिशन के तहत हरियाणा में हुई प्रगति
की भी केंद्र ने प्रशंसा की है। इसी वर्ष 15 अगस्त को
हरियाणा के 1000 गांवों में यह योजना शुरू होगी।
14 हजार तालाबों का होगा जीर्णोद्धार
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत तालाबों के जीर्णोद्धार व जल शोधन के लिए भी केंद्र सरकार द्वारा हरियाणा को मैचिंग
ग्रांट के रूप में 1000 करोड़ रुपए की राशि मुहैया कराई
जाएगी। गौरतलब है कि राज्य के 14000 तालाबों के जीर्णोद्धार की योजना को भी योजनाबद्ध तरीके से कार्यान्वित की जा रही
है। वर्तमान
में महाग्राम योजना में शामिल क्षेत्रों के 20 तालाबों
में यह कार्य प्रगति पर है। तालाबों के जल को जैविक विधि से शुद्ध करने की योजना के अंतर्गत
केंद्र हरियाणा में सोनीपत जिला के जुआं गांव के तालाब के लिए पायलेट प्रोजेक्ट आरंभ
करेगा। अटल भूजल योजना के अंतर्गत हरियाणा प्रदेश में गिरते भूजल को नियंत्रित करने
के लिए 1000 वाटर रीचार्ज वेल स्थापित किए जाएंगे।
यमुना नदी में जल प्रवाह का विरोध
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कहा कि रिवर यमुना मॉनीटिरंग कमेटी द्वारा यमुना नदी
में 50 क्यूमेक जल प्रवाहित करने की अनुशंसा
का हरियाणा द्वारा जल शक्ति मंत्रालय के समक्ष तर्क संगत रूप से विरोध किया गया है
और केंद्र ने हरियाणा के तर्क को सही बताया है। हरियाणा के लिए यमुना में 50 कयूमेक जल प्रवाहित किया जाना साध्य नहीं
है। इस दौरान हरियाणा के सिंचाई एवं
जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव देवेंद्र सिंह भी मौजूद रहे।
10July-2020
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