शनिवार, 2 जनवरी 2021

नए साल पर रेलवे ने चलाई तीन जोड़ी विशेष ट्रेन

जल्द बहाल हो सकती हैं और कुछ रेलगाड़ियां हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली। कोरोना महामारी के कारण प्रभावित रेल परिचालन में धीरे-धीरे रेलवे यात्रियों की सुविधा के लिए विशेष ट्रेनें चला रहा है। इसी प्रयासों के तहत रेलवे ने छपरा-वाराणसी, आगरा फोर्ट-लखनऊ तथा कोयम्बटूर-हज़रत निजामुद्दीन के बीच तीन जोड़ी विशेष रेलगाड़ियां चलाने का निर्णय लिया है। रेलवे ने यह भी संकेत दिये हैं कि जल्द ही अन्य कुछ रेलगाड़ियों को बहाल करने पर विचार विमर्श किया जा रहा है। उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि यात्रियों की सुविधाओं के मद्देनजर रेलवे तीन जनवरी से छपरा और वाराणसी के बीच दैनिक विशेष रेलगाड़ी का संचालन करेगा। इसके तहत छपरा-वाराणसी सिटी स्पेशल रेलगाड़ी 03 जनवरी को से छपरा से तड़के 03.35 बजे प्रस्थान कर उसी दिन सुबह 09.00 बजे वाराणसी सिटी पहुँचेगी। वापसी दिशा में उसी दिन वाराणसी सिटी-छपरा स्पेशल रेलगाड़ी वाराणसी सिटी से सांय 06.25 बजे प्रस्थान कर मध्यरात्रि 00.20 बजे छपरा पहुँचेगी। यह विशेष रेलगाड़ी सुरायमानपुर, बलिया, फेफना, चिलखर, रासरा, रतनपुरा, इंद्रा जं., मऊ जं., दुल्हापुर, जखनियां, सादत तथा औडनिहार जं. स्टेशनों पर दोनों दिशाओं में ठहरेगी। इसी प्रकार चार जनवरी से आगरा फोर्ट-लखनऊ-आगरा फोर्ट सुपर फास्ट इंटर सिटी स्पेशल रेलगाड़ी शुरू की जाएगी, जो चार जनवरी से 31 मार्च तक आगरा फोर्ट स्टेशन से सुबह 06.31 बजे प्रस्थान कर उसी दिन दोपहर 12.25 बजे लखनऊ पहुँचेगी। वापसी दिशा में यह सुपर फास्ट इंटरसिटी एक्सप्रेस स्पेशल रेलगाडी 4 जनवरी से 31 मार्च तक लखनऊ जं. से सांय 03.55 बजे प्रस्थान कर उसी दिन रात्रि 09.49 बजे आगरा फोर्ट पहुँचेगी। दोनो दिशाओं में यह रेलगाड़ी रास्ते में यमुना ब्रिज, टुंडला, फिरोजाबाद, शिकोहाबाद, इटावा, भरथना, फफॅूंद, झींझक, रूरा, पनकी धाम, कानपुर सेन्ट्रल तथा उन्नाव स्टेशनों पर दोनों दिशाओं में ठहरेगी। ----दक्षिण भारत के लिए साप्ताहिक ट्रेन--- रेलवे के अनुसार तीन जनवरी से 31 जनवरी तक कोयम्बटूर से प्रत्येक रविवार को सांय 04.15 बजे प्रस्थान कर रवाना होने वाली कोयम्बटूर-हज़रत निजामुद्दीन-कोयम्बटूर साप्ताहिक सुपर फास्ट स्पेशल रेलगाड़ी तीसरे दिन दोपहर 02.15 बजे हज़रत निजामुद्दीन पहुँचेगी। वापसी दिशा में यह साप्ताहिक सुपर फास्ट स्पेशल रेलगाड़ी 06 जनवरी से 03 फरवरी तक प्रत्येक बुधवार को हज़रत निजामुद्दीन से सुबह 07.00 बजे प्रस्थान कर तीसरे दिन सुबह 06.30 बजे कोयम्बटूर पहुँचेगी। रास्ते में यह रेलगाड़ी दोनों दिशाओं में कोयम्बटूर नार्थ, तिरूपपुर, ईरोड, सलेम, कृष्णाराजापुरम, येलहंका, हिंदूपुर, धर्मावरम, अननंतपुर,द्रोणाचलम जं., कुरनुल सिटी, महबूबनगर, काचीगुडा, काजीपेट, बल्लारशाह, नागपुर, बेतुल, ईटारसी, भोपाल, बीना, झाँसी, ग्वालियर, आगरा छावनी तथा मथुरा जं. स्टेशनों पर दोनों दिशाओं में ठहरेगी। --------------------------- रेलवे बोर्ड के नए अध्यक्ष सुनीत शर्मा ने संभाला कार्यभार हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं सीईओ के पद नियुक्त किये गये सुनीत शर्मा ने अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया है। शर्मा को एक दिन पहले ही कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ के रूप में नियुक्ति को मंजूरी दी थी। रेल मंत्रालय के अनुसार शुक्रवार को यहां रेल भवन में सुनीत शर्मा ने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ के पद पर कार्यभार ग्रहण किया। शर्मा ने इस पद पर विस्तार का कार्यकाल समाप्त कर चुके वीके यादव का स्थान लिया है। इससे पहले शर्मा ने सितंबर 2019 से पूर्वी रेलवे के महाप्रबंधक के रूप में कार्यरत थे। मंत्रालय के अनुसार मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक सुनीत शर्मा को विभिन्न पदों पर भारतीय रेलवे में सेवा देने का 40 से अधिक वर्षों का अनुभव है। उन्होंने ऑपरेशनल वर्किंग, डिपो और वर्कशॉप में काम किया है। वह मुंबई में परेल वर्कशॉप के मुख्य कार्यशाला प्रबंधक थे, जहां वे पहाड़ी रेलवे के लिए नैरो गेज लोकोमोटिव बनाने में सहायक थे। ---आतंकी हमले के दौरान रेलवे टीम में शामिल--- मंत्रालय के एक अधिकारी ने यह भी जानकारी दी कि वह मुंबई में परेल वर्कशॉप के मुख्य कार्यशाला प्रबंधक थे, तो वह 2006 के मुंबई उपनगरीय ट्रेन विस्फोटों के दौरान रेलवे की उस टीम का हिस्सा थे, जिसने आतंकवादी हमले के कुछ घंटों बाद उपनगरीय नेटवर्क को ट्रैक पर रखा था। एडीआरएम मुंबई सीएसटी के रूप में वह वर्ष 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के दौरान भी वह उस टीम का हिस्सा बने, जिसने मुंबई सीएसटी, मध्य रेलवे में हमलों के बाद प्रबंधन किया था। टीमफ मैकेनिकल इंजीनियर डीजल लोकोमोटिव वर्क्स वाराणसी के रूप में वे इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव उत्पादन शुरू करने के लिए एक टीम लीडर थे। डीजल से इलेक्ट्रिक इंजनों में कंवर्जन एक रिकॉर्ड समय में और दुनिया में कहीं भी पहली बार उनके नेतृत्व में हुआ। ---ये उपलब्धियां भी शर्मा के नाम--- महाप्रबंधक मॉडर्न कोच फैक्ट्री रायबरेली के रूप में उन्होंने एक वर्ष में बहुत अधिक आवश्यक आधुनिक यात्री डिब्बों के आउट टर्न को दोगुना करके एक रिकॉर्ड कायम किया। पूर्वी रेलवे के महाप्रबंधक के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने मालगाड़ियों की गति को एक रिकॉर्ड स्तर तक बढ़ाने और नई लाइनों और विद्युतीकरण की कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को पूरा करने के लिए पहल की। शर्मा ने अपने तीन दशक लंबे करियर में कई पेशेवर पुरस्कार जीते हैं। महाप्रबंधक (आधुनिक कोच फैक्ट्री रायबरेली) और चीफ मैकेनिकल इंजीनियर (बनारस लोकोमोटिव वर्क्स) के रूप में, कारखानों ने सर्वश्रेष्ठ उत्पादन इकाइयों के लिए पुरस्कार जीता है। शर्मा ने जर्मनी और फ्रांस में पेशेवर प्रशिक्षण में भाग लिया और उन्होंने अमेरिका में कानेर्गी मेलन यूनिवर्सिटी में एक एडवांस लीडरशिप और मैनेजमेंट कोर्स किया है। उन्होंने लोकोमोटिव के निर्माण के लिए एक सलाहकार के रूप में ईरान का दौरा किया। 02Jan-2021

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