शनिवार, 9 जनवरी 2021

देश में दुनिया की पहली डबल स्टैक लॉन्ग हॉल कंटेनर ट्रेन शुरू

मोदी ने किया हरियाणा में न्यू रेवाडी से न्यू मदार कॉरिडोर का उद्घाटन वेस्टनर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के जरिए राजस्थान से जुड़ा हरियाणा ओ.पी. पाल अटेली/रेवाडी (हरियाणा)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय रेलवे की सबसे बड़ी परियोजना डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के तहत पिछले सप्ताह यूपी को 351 किमी लंबी ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का न्यू खुर्जा से न्यू भाऊपुर सेक्शन को राष्ट्र को समर्पित करने के बाद गुरुवार को हरियाणा में वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के 306 किमी लंबे पहले सेक्शन न्यू रेवाडी से न्यू मदार का उद्घाटन किया। वहीं पीएम ने देश में दुनिया की पहली डबल स्टैक लॉन्ग हॉल कंटेनर ट्रेन को हरी झंडी देकर रवाना किया। पीएम मोदी ने गुरुवार को सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये हरियाणा के अटेली में आयोजित एक समारोह में 5800 करोड़ की लागत से बने वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर यानि डब्ल्यूडीएफसी के पहले सेक्शन के रुप में 306 किमी लंबे न्यू रेवाडी से न्यू मदार तक का समर्पित माल गलियारा को देश को समर्पित करने के अलावा 1.5 किमी लंबी दुनिया की पहली डबल स्टेक लॉन्ग हॉल कंटेनर ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह ट्रेन इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन पर न्यू अटेली से न्यू किशनगढ़ तक पहुंची। इस अवसर पर रेल मंत्री पीयूष गोयल, राजस्थाीन के राज्यपाल कलराज मिश्र और हरियाणा के राज्य्पाल सत्यदेव नारायण आर्य के अलावा दोनों राज्यों के मुख्यवमंत्री क्रमश: अशोक गहलोत और मनोहर लाल खट्टर उपस्थित थे। हभी मौजूद रहें। -------------------------------- हरियाणा के साथ राजस्थान के शहरों को मिलेगा फायदा वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर यानि पश्चिमी समर्पित माल गलियारे के इस पहले सेक्शन के शुरू होने से हरियाणा और राजस्थान को सीधा फायदा मिलेगा। रेलवे के अनुसार हरियाणा के महेंद्रगढ़ व रेवाडी जिले में इस सेक्शन की लंबाई करीब 79 किमी है, जबकि राजस्थान के जयपुर, अजमेर, सीकर, नागौर व अलवर जिले में करीब 227 किमी क्षेत्र को कवर करेगा। इस सेक्शन में कुल 9 नए स्टेशन बने हैं, जिनमें से छह स्टेशन न्यू दबला, न्यू भगेगा, न्यू श्री माधोपुर, न्यू पचर मलिकपुर, न्यू सकुन और न्यू किशनगढ़ क्रॉसिंग स्टेशन होंगे। जबकि न्यू रेवाड़ी, न्यू अटेली और न्यू फुलेरा जंक्शन स्टेशन होंगे। वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के पहले सेक्शन के शुरू होने से ना सिर्फ उद्योगों को लाभ मिलेगा, बल्कि किसानों की फसलों को भी सस्ती ढुलाई में तेजी से बाजारों तक पहुंच बनेगी। इससे राजस्थान और हरियाणा के औद्योगिक क्षेत्र रेवाड़ी, मानेसर, नरनौल, फुलेरा और किशनगढ़ को नए पंख मिलेंगे। कठुवा पर कॉनकोर का कंटेनर डिपो का भी इस्तेमाल किया जा सकेगा। यहीं नहीं माल गलियारे के इस सेक्शन के शुरू होने से गुजरात के कांडला, पिपाव, मुंद्रा और दहेज जैसे पश्चिमी बंदरगाहों से सामानों की आवाजाही ज्यादा सुरक्षित व तेजी से हो सकेगी। ------------------------- 100 किमी/घंटा की गति से दौड़ेगी मालगाड़ी देश में माल वाहक रेलगाड़ियों के अलग रेलपथ के लिए डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर परियोजना के तहत ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर 90 किमी प्रति घंटे से अधिक गति दर्ज की गई है। उसी तर्ज पर इस वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर भी अब 100 किमी प्रति घंटा की गति से मालगाड़ी को दौड़ाया जा सकेगा। वर्तमान में भारतीय रेलवे ट्रेकों में मालगाड़ियों की अधिकतम औसतन गति 75 किमी प्रति घंटा है। डीएफसी पर मालगाड़ी की औसत गति को 26 किमी प्रति घंटा से बढ़ाकर 70 किमी प्रति घंटा किया जाना है। डीएफसीसीआईएल की ओर से तैयार की गईं डबल स्टेक लॉन्ग हॉल कंटेनर ट्रेन 25 टन एक्सल लोड में सक्षम हैं। इससे चार गुना ज्या दा सामान को गंतव्य तक पहुंचाया जा सकेगा। ------------------------------ जून 2022 तक पूरा किया जाना है डीएफसी भारतीय रेलवे की देश मे सबसे बड़ी इस परियोजना का निर्माण ‘डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड(डीएएफसीसीआईएल) द्वारा किया जा रहा है, जिसे समर्पित मालवहन गलियारा के निर्माण और संचालन के लिए विशेष रूप से स्थापित किया गया है। डीएफसीसीआईएल के प्रबंध निदेशक रविंद्र कुमार जैन व डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के महाप्रबंधक (ऑपरेशंस)वेद प्रकाश ने जानकारी दी कि भारतीय रेल में बदलाव के लिहाज से देश में मालवाहक रेलगाड़ियों के लिए दो डेडीकेटेट फ्रेट कॉरिडोर तैयार हो रहे हैं। डीएफसीसीआईएल की ओर से निर्माण किए जा रहे ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर और वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के निर्माण को जून 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य तय है। इसमें ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर 1,856 रूट किमी और वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर 1,504 रूट किमी होगा। ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पंजाब के लुधियाना के नजदीक साहनेवाल से पश्चिम बंगाल के दानकुनी तक होगा। यह कॉरिडोर हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड से होकर गुजरेगा, तो वहीं वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर उत्तर प्रदेश के दादरी से मुंबई में जवाहरलाल नेहरू पोर्ट तक होगा, जो हरियाणा, राजस्थान, यूंपी महाराष्ट्र और गुजरात से होकर गुजरेगा। ईस्टर्न और वेस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर का काम साल जून 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि इस परियोजना के पूरे होने से उद्योगों, व्यापारियों, कारोबारियों, किसानों और देश की अर्थव्यवस्था को सीधा फायदा होगा। इसके अलावा आम जनता को भी सस्ती दरों पर सामान मिल सकेगा। --------------------- देश में बनेंगे तीन ओर माल गलियारे देश में माल यातायात के लिए अलग से रेलवे ट्रैक बिछाने के मकसद से डेडीकेटेट फ्रेट कॉरिडोर के लिए छह परियोजनाओं को हरी झंडी दी जा चुकी है, जिनमें फिलहाल दो परियोजनाओं ईस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर दादरी से पश्चिम बंगाल और वेस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर पर तेजी से काम चल रहा है। जिसका नतीजा है कि उत्तर प्रदेश में पूर्वी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर यानि ईडीएफसी के 351 किलोमीटर लंबे न्यू भाऊपुर-न्यू खुर्जा सेक्शन और हरियाणा में 306 किमी लंबे न्यू रेवाडी से न्यू मदार सेक्शन का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद इन ट्रैकों पर मालगाड़ियों को उतारकर चालू कर दिया गया है। इनके अलावा रेलवे तीन और गलियारे पूर्वी तट गलियारा, पूर्वी-पश्चिम गलियारा और उत्तर-दक्षिण उप-गलियारा पर काम कर रही है, जिनके लिए सर्वे का काम 2021 तक पूरा हो जाएगा। इन तीनों समर्पित माल गलियारों को वर्ष 2030 तक पूरा किये जाने का लक्ष्य रखा गया है। ------------------- डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के सात सेक्शनों पर कार्य जारी डीएएफसीसीआईएल के अधिकारी ने बताया कि अब रेवाड़ी—मदार के 306 किलोमीटर के इस खंड पर भी मालवहन शुरू होने के बाद मदार-पालनपुर तक 335 किलोमीटर के इस खंड का काम मार्च 21 तक पूरा होने की उम्मीद है। रेवाड़ी-दादरी के 122 किलोमीटर के इस कॉरिडोर का काम दिसंबर 21 तक पूरा हो जाएगा। वहीं खुर्जा से दादरी सेक्शन के 48 किलोमीटर का काम जून 2021 तक पूरा होगा। इसी प्रकार लुधियाना-खुर्जा के 401 किलोमीटर खंड का काम जून 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य है।जबकि पालनपुर-मकरपुरा (जेएनपीटी) तक 738 किलोमीटर के इस खंड का काम जून 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा। ----------------------- देश के ग्रोथ इंजन को नई ऊर्जा: मोदी पीएम मोदी ने न्यू अटेली से न्यू किशनगढ़ तक 1.5 किमी लंबी मालगाड़ियों की शुरुआत करने के बाद कहा कि देश में मालगाड़ियों के लिए अलग ट्रैक के रूप में बनाए जा रहे डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से किसानों, उद्यमियों, व्यापारियों के लिए नए अवसर लाएगा। उन्होंने कि यूपी व हरियाणा में इस कॉरिडोर के रूप में मालगाड़ियों को मिले अगल रेल रूट से माल लदान व ढुलाई में तेजी आएगी। उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे में पहले टिकट बुकिंग से लेकर यात्रा खत्म होने तक शिकायतों का ही अंबार रहता था, लेकिन आज भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर का काम 2 पटरियों पर एकसाथ चल रहा है। यानि एक पटरी निजी व्यक्ति के विकास को आगे बढ़ा रही है और दूसरी पटरी पर देश के ग्रोथ इंजन को नई ऊर्जा मिल रही है। किसानों को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाने के लिए चल रहे महायज्ञ ने आज एक नई गति हासिल की है। बीते दिनों आधुनिक डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के माध्यम से किसानों के खातों में सीधे 18,000 करोड़ रुपये से ज्यादा ट्रांसफर किए गए हैं। इन उद्योगों को मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा 1. कैमिकल एंड फर्टिलाइजर 2. एग्रो एंड फूड प्रोसेसिंग 3. पावर प्लांट्स 4.वेयरहाउसिंग 5.मैन्युफैक्चरिंग एंड एक्सपोर्ट यूनिट्स ————————————— डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर व एयरपोर्ट से बढ़ेगा लॉजिस्टिक हब ईस्टर्न–वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर और जेवर एयरपोर्ट को देखते हुए यहां पर लॉजिस्टिक हब विकसित किए जा रहे हैं। यमुना प्राधिकरण ने 1400 हेक्टेयर और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण क्षेत्र में करीब 700 एकड़ में लॉजिस्टिक हब विकसित करने का खाका खींचा जा चुका है। इन्हीं संभावनाओं को देखते हुए प्रदेश सरकार ने लॉजिस्टिक व वेयर हाउसिंग को उद्योग की श्रेणी में कर दिया है। जमीनों के दाम कम होने से निवेशकों को फायदा मिलेगा। जेवर में एयरपोर्ट आने और ईस्टर्न व वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का जंक्शन गौतम बुद्ध नगर में बनने से लॉजिस्टिक हब की जरूरत बढ़ी है। यही कारण है कि अब औद्योगिक विकास प्राधिकरणों ने लॉजिस्टिक हब के लिए अपनी योजना बना ली है। प्रदेश सरकार ने इसकी गंभीरता को देखते हुए लॉजिस्टिक व वेयर हाउसिंग की श्रेणी को व्यावसायिक से बदलकर औेद्योगिक में कर दिया है। अब इनके निवेशकों को औद्योगिक दर पर जमीन मिल सकेगी। अब पहले से सस्ती दर पर जमीन प्राधिकरण दे सकेंगे। 08Jan-2021

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