गुरुवार, 14 जनवरी 2021

भारतीय रेल ने 130 किमी प्रति घंटा ट्रेन दौड़ाकर रचा इतिहास

स्वर्णिम चतुर्भुज और स्वर्णिम कोणीय खंडों गति का किया परीक्षण हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने इस नए साल की शुरूआत रेल गति की सीमा को 130 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से दौड़ाकर एक ऐतिहासिक उपलब्धि अर्जित करने के साथ की है। मसलन भारतीय रेल ने स्वर्णिम चतुर्भुज और स्वर्णिम कोणीय यानि जीक्यू-जीडी रूट के लिए अधिकतम गति को बढ़ाकर 130 किमी प्रति घंटा करने में सफलता हासिल की है। रेल मंत्रालय के अनुसार भारतीय रेलवे की यह ऐतिहासिक उपलब्धि अर्जित कर नए वर्ष की शुरुआत की है। रेलवे के अनुसार दक्षिण मध्य रेलवे जोन में दक्षिण मध्य रेलवे जोन में अप और डाउन लाइनों समेत 2824 किलोमीटर तक विजयवाड़ा-दुव्वाडा खंड को छोड़कर सिग्नल अप-ग्रेडेशन कार्य प्रगति पर है। अभी तक जीक्यू-जीडी रूट पर प्रगति पर है। इस स्वर्णिम चतुर्भुज और स्वर्णिम कोणीय में 1,612 किलोमीटर में से 1,280 किमी की दूरी पर भारतीय रेलवे ने 130 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से ट्रेन दौड़ाने का सफल परीक्षण किया, जो भारतीय रेलवे की गति सीमा के विस्तार योजना की अहम उपलब्धि है। यह संवर्धित गति सीमा तेज गति से इन खंडों में बाधाओं को हटाने के द्वारा ट्रैक एवं इसकी अवसंरचना की व्यवस्थित और नियोजित सुदृढ़ीकरण के जरिए अर्जित की जा सकी। इसमें भारी छड़ों, 260 मीटर लंबे वेल्डेड रेल पैनल बिछाने, मोड़ों एवं ढलानों में सुधार शामिल थे। रेलवे ने सभी आवश्यक अवसंरचना अपग्रेडेशन कार्यों को पूरा करने के लिए पिछले वर्ष (कोविड-19 महामारी के कारण) लॉकडाउन अवधि एवं रेलगाड़ियों की कम आवाजाही के अवसर का उपयोग किया है। जोन द्वारा किए गए इन सुधारों के आधार पर आरडीएसओ और लखनऊ ने पिछले साल जुलाई और अक्टूबर के दौरान 130 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से सभी वर्गों के इस्ट्रूमेंटेड कोचों से निर्मित कन्फर्मेटरी ऑसिलोग्राफ कार रन (सीओसीआर) के माध्यम से ऑसीलेशन परीक्षण किए। इस जांच के दौरान ट्रैक मापदंडों के अतिरिक्त सिग्नलिंग पहलू, ट्रैक्शन वितरण उपकरण, लोकोमोटिव एवं कोच फिटनेस जैसे अन्य क्षेत्रों को भी जांचा और रिकॉर्ड किया गया। ------चार ट्रैक पर मिली गति को मंजूरी--- रेल मंत्राल के अनुसार इस ऐतिहासिक उपलब्धि को हासिल करने के बाद भारतीय रेल के मुख्य सुरक्षा आयोग ने दक्षिण मध्य रेलवे जोन को चार रूटों पर अधिकतम गति सीमा 130 किमी प्रति घंटे तक बढ़ाने की मंजूरी दे दी है। इसमें स्वर्णिम कोणीय (ग्रैंड ट्रंक) के तहत 744 रूट किमी रेलमार्ग पर बल्लारशाह से काजीपेट तक 234 किमी तथा काजीपेट-विजयवाड़ा-गुडूर के 510 किमी रूट शामिल है। वहीं स्वर्णिम चतुर्भुज के तहत चेन्नई-मुंबई खंड पर 536 किमी रूट के लिए रेनिगुन्टा से गूटी तक 281 किमी तथा गूटी से वाडी तक 255 किमी तक के रेलवे ट्रैक इस मंजूरी में शामिल है। इसके अलावा सिकंदराबाद-काजीपेट तक 132 किलोमीटर की दूरी के बीच हाई-डेंसिटी नेटवर्क (एचडीएन) में अधिकतम गति सीमा पहले ही 130 किमी प्रति घंटे तक बढ़ाई गई है। रेलवे के अनुसार इन खंडों में अप और डाउन दोनों लाइनों सहित कुल 2,824 किलोमीटर में से 1412 किमी रेलमार्ग को अब 130 किमी प्रति घंटे की गति से चलाने के उपयुक्त बना दिया गया है। 10Jan-2021

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