रविवार, 31 जनवरी 2021

हलवा रस्म: शुरू हुई बजट के डिजिटल दस्तावेज तैयार करने की प्रक्रिया

वित्त मंत्री ने हलवा वितरण के साथ लांच किया ‘यूनियन बजट मोबाइल ऐप’ हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली। केंद्रीय बजट 2021-22 के लिए बजट बनाने की प्रक्रिया का अंतिम चरण शुरू हो गया है यानि वैश्विक कोरोना महामारी ने केंद्रीय बजट तैयार करने की प्रक्रिया को बदलने पर मजबूर कर दिया। हालांकि बजट दस्तावेज छापने के लिए हलवा रस्म की परंपरा अपनाई गई और हलवा वितरण के साथ इस बार छपाई के बजाए बजट के डिजिटल दस्तावेज के रूप में ‘लॉक इन’ प्रक्रिया शुरू हो गई है। केंद्रीय वित्त और कॉरपोरेट मामलों के मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण की मौजूदगी में नॉर्थ ब्लॉक में हलवा रस्म समारोह के साथ बजट बनाने की प्रक्रिया के तहत ‘लॉक इन’ प्रक्रिया शुरू हो गई है। केंद्र सरकार के एक अभूतपूर्व पहल के तहत केंद्रीय बजट 2021-22 को पेपरलेस (प्रिटिंग नहीं होगी) रूप में यानि इस बार सांसदों को बजट दस्तावेज डिजिटल स्वरूप में दिए जाएंगे। इससे पहले हर साल हलवा समारोह के आयोजन से बजट दस्तावेजों का प्रकाशन शुरू होता था। यह पहला मौका है, जब बजट दस्तावेजों का प्रकाशन नहीं होगा। हलवा रस्म के दौरान केंद्रीय वित्त मंत्री के साथ केंद्रीय वित्त और कॉरपोरेट मामलों के राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर के अलावा वित्त सचिव और राजस्व सचिव डॉ. अजय भूषण पांडेय, व्यय सचिव टी वी सोमनाथन, आर्थिक मामले के सचिव तरुण बजाज, डीआईपीएएम सचिव तुहिन कांता पांडे, वित्तीय सेवाएं विभाग के सचिव देबाशीष पांडा, मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉ. के.वी. सुब्रमण्यन, अतिरिक्त सचिव (बजट) रजत कुमार मिश्रा,और मंत्रालय के अन्य अधिकारी मौजूद थे। वहीं सीबीडीटी के चेयरमैन पी.सी. मोदी, सीबीआईसी के अध्यक्ष, एम.अजीत कुमार के अलावा वित्त मंत्रालय के अन्य अधिकारी और कर्मचारी, जो बजट की तैयारी और उसको बनाने की प्रक्रिया में शामिल है, वह भी इस अवसर पर उपस्थित थे। समारोह के बाद वित्त मंत्री ने केंद्रीय बजट 2021-22 के तैयारियों की समीक्षा की और हलवे का वितरण किया गया। ‘यूनियन बजट मोबाइल ऐप’ लॉन्च केंद्रीय बजट 2021-22 को एक फरवरी 2021 को पेश किया जाएगा। इस मौके पर वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने संसद सदस्यों और आम लोगों को आसानी से और तेजी से बजट से संबंधित दस्तावेज मिल सके, इसके लिए ‘यूनियन बजट मोबाइल ऐप’ लॉन्च किया। मोबाइल ऐप में केंद्रीय बजट से संबंधित सभी 14 दस्तावेज उपलब्ध होंगे। इसके तहत वार्षिक वित्तीय विवरण (आमतौर पर इसे बजट के रूप में जाना जाता है), अनुदान की मांग (डीजी), वित्त विधेयक आदि जैसे दस्तावेज उपलब्ध होंगे जो कि संविधान के अनुसार तय किए गए हैं। ऐप में डाउनलोडिंग, प्रिंटिंग, सर्च, जूम इन और आउट, बाईडायरेक्शनल स्क्रॉलिंग, कंटेंट और एक्सटर्नल लिंक की तालिका आदि के साथ उपयोगकर्ताओं के अनुकूल इंटरफेस उपलब्ध है। ऐप अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओं में उपलब्ध है। वहीं यह एंड्रॉयड और आईओएस प्लेटफॉर्म में उपलब्ध होगा। ऐप को केंद्रीय बजट के वेब पोर्टल www.indiabudget.gov.in से भी डाउनलोड किया जा सकता है। ऐप को आर्थिक मामलों के विभाग (डीईए) के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) द्वारा विकसित किया गया है। बजट दस्तावेज, वित्त मंत्री द्वारा 1 फरवरी, 2021 को संसद में बजट भाषण पूरा होने के बाद मोबाइल ऐप पर उपलब्ध होंगे। क्या है हलवा परंपरा गौरतलब है कि कोरोना महामारी ने कई चीजें बदल दी हैं। यही वजह है कि इस बार का आम बजट डिजिटल मोड में पेश होने वाला है। परंतु इससे पहले हर साल बजट के लिए उसके दस्तावेजों की छपाई से पहले हलवा बनाने की परंपरा रही है। हलवा तैयार होने के बाद इसका वितरण वित्त मंत्री समेत अन्य मंत्रियों और अधिकारियों में होता है। सामान्य तौर पर हलवा बनाने की रस्म में बजट निर्माण में लगे अधिकारी ही शामिल होते हैं। हलवा बनने के बाद से वित्त मंत्रालय के 50 से अधिक लोग बजट बनाने में दिन रात लग जाते हैं। बजट पेश होने से लगभग एक सप्ताह पहले से तो इन लोगों को 24 घंटे नॉर्थ ब्लॉक में ही गुजारना पड़ता है। एक बार कैद होने के बाद वित्त मंत्री द्वारा लोक सभा में बजट पेश होने के बाद ही इन्हें नॉर्थ ब्लॉक से बाहर जाने की इजाजत मिलती है। बजट छपाई एक तरह से पूर्णतया गोपनीय काम होता है। इससे जुड़ी जाटिल प्रक्रिया को हल्का-फुल्का करने के लिए हलवा सेरेमनी का आयोजन होता है। बजट छपाई की प्रक्रिया से जुड़े अधिकारी व कर्मचारी 10 दिनों के लिए पूरी दुनिया से कटे रहते हैं। इन 50 अधिकारियों व कर्मचारियों को घर जाने की भी इजाजत नहीं होती है। वित्त मंत्री के बेहद वरिष्ठ अधिकारियों को ही घर जाने की इजाजत होती है। 24Jan-2021

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