गुरुवार, 7 जनवरी 2021

देश में कई ऐतिहासिक स्थलों तक शुरू होगी सी-प्लेन सेवा

केंद्र सरकार समुद्री विमान सेवा के लिए विमानन कंपिनयों से कर रही चर्चा सरकार एयरलाइन परिचालकों के साथ समुद्री विमान सेवा शुरू करने पर कर रही है विचार हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली। मोदी सरकार की पिछले कई सालों से समुदी विमान सेवा यानि सी-प्लेन सेवा शुरू करने योजना चल रही है, जिसे जल्द ही दिल्ली-अयोध्या समेत विभिन्न मार्गों पर समुद्री विमान सेवा शुरू करने की तैयारियां की जा रही है। इस परियोजना को मूलरुप देने के लिए विमानन कंपनियों के साथ विचार-विमर्श चल रहा है। जबकि पहले से ही एक सीप्लेनन सेवा अहमदाबाद के साबरमती रिवरफ्रंट और केवडि़या के बीच चलाई जा रही है। केंद्रीय बंदरगाह, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय ने सोमवार को जानकारी दी है कि मंत्रालय देश में कुछ चुनिंदा मार्गों पर सी प्लेन सेवा यानि समुद्री विमानन सेवा शुरू करने की तैयारी कर रहा है। इस परियोजना को मंत्रालय के अधीन सागरमला विकास कंपनी लिमिटेड (एसडीसीएल) के माध्यम से लागू किया जाएगा। मसलन सीप्लेयन परिचालन के लिए विभिन्न गंतव्यों के बारे में विचार किया जा रहा है। हब एंड स्पो क मॉडल के तहत प्रस्तासवित उद्गम–गंतव्य स्थालों में अंडमान और निकोबार तथा लक्षद्वीप समूह, असम में गुवाहाटी रिवरफ्रंट और उमरांसों जलाशय, दिल्लील में यमुना रिवरफ्रंट से अयोध्याद, टेहरी, श्रीनगर (उत्त राखंड), चंडीगढ़ तथा पंजाब और हिमाचल प्रदेश के कई पर्यटन स्थल, मुंबई से शिरडी, लोनावला, गणपति पुल, सूरत से द्वारका, मांडवी और कांडला, खिंडसी डेम, नागपुर और इराई डेम, चंद्रपुर (महाराष्ट्रज) और या फिर परिचालक द्वारा सुझाए जाने वाले अन्य हब और स्पो क शामिल किये जाएंगे। ऐसी ही एक सीप्लेकन सेवा अहमदाबाद के साबरमती रिवरफ्रंट और केवडि़या के बीच पहले से ही चल रही है, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 31 अक्टूुबर 2020 को कर चुके हैं। इसी तर्ज पर अब सरसकार तटवर्ती इलाकों और जलधाराओं के निकट इस तरह की और सेवाएं शुरू करने के लिए एसडीसीएल इस काम में दिलचस्पीा रखने वाले अधिसूचित और गैर अधिसूचित एयर लाइन परिचालकों को परियोजना का हिस्सा बनाने की तैयारी कर रही है। सागरमला सीप्लेमन सेवाओं (एसएसपीएस) का संयुक्त रूप से विकास और परिचालन, सागरमला विकास कंपनी लिमिटेड (एसडीसीएल) के साथ एक विशेष उद्देश्य वाहन बनाकर किया जाएगा। ------------- नदियों का भी होगा इस्तेमाल--- केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री मनसुख मंडाविया ने इस परियोजना के बारे में कहा कि देशभर में संपर्क को सुधारने और भारत को पर्यटकों के लिए आकर्षक गंतव्य बनाने की पीएम मोदी की परिकल्पिना के अनुरूप सीप्लेयन परिचालन की जल्द शुरूआत होगी। इसमें बहुत से दूरस्थ, धार्मिक, पर्यटन स्थचलों और जलधाराओं के निकट स्थित चुनिंदा स्थनलों को हवाई मार्ग से जोड़ने से यात्रा करना आसान हो जाएगा। इससे रोजगार अवसर पैदा होंगे और इन नए स्थापनों पर पर्यटन का विकास होगा जो अंतत: देश के जीडीपी में योगदान करेगा। उन्होंने कहा कि दूरदराज के इलाकों को संपर्क और आसान पहुंच मुहैया कराने की दिशा में देश की विस्तृयत तटीय रेखा और विभिन्न जलधाराओं और नदियों के इस्तेनमाल की योजना बनाई जा रही है। सीप्लेान नजदीकी जलधाराओं और नदियों का इस्तेुमाल उड़ान भरने के लिए और उतरने के लिए करेगा तथा इस तरह इन स्था नों को बहुत कम कीमत पर जोड़ सकेगा और सीप्लेडन परिचालन के लिए पारंपरिक हवाई अड्डों में बने रनवे तथा टर्मिनल इमारतों जैसी अवसंरचना की जरूरत नहीं पड़ेगी। --------------------------- समुद्र तल की सफाई का मसौदा जारी---- केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय ने प्रमुख बंदरगाहों के लिए जारी तलमार्जन यानि समुद्र तल की सफाई दिशा-निर्देश के मसौदे पर टिप्पीणियां आमंत्रित की हैं। यह मसौदा हितधारकों के साथ सलाह मशविरे के बाद तैयार किया गया है। इसका मकसद सभी प्रमुख बंदरगाहों को अपनी ड्रैजिंग (तलमार्जन) परियोजनाओं को कम लागत में और तय समय में पूरा करना सुनिश्चित करने के लिए इन दिशा-निर्देशों का पालन करना जरूरी करना है। 05Jan-2021

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