सोमवार, 4 जनवरी 2021

अपराधिक गतिविधियों पर अंकुश को कारगर साबित होंगे पुलिस श्वान दस्ते

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने श्वान पर ‘राष्ट्रीय पुलिस के-9 पत्रिका’ का विमोचन हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली। देश में पुलिस सेवा श्वान यानि के-9 अपराधियों और आतंकवादियों के अलावा माद पदार्थो को पता लगाने में सक्षम हैं। इसलिए पुलिस सेवा श्वान (के-9) (पीएसके) दस्तों को और अधिक समृद्ध व मजबूत बनाने की पहल सुरक्षा से जुड़े मामलों के लिए कारगर साबित होगी। यह बात शनिवार को यहां नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ‘राष्ट्रीय पुलिस के-9 पत्रिका’ के प्रथम अंक का विमोचन करते हुए कही। पुलिस सेवा श्वान (के-9) पीएसके अर्थात पुलिस श्वान विषय पर देश में यह पहला प्रकाशन है। अमित शाह ने कहा कि यह एक ऐसी अनूठी पहल है, जो देश में पुलिस सेवा श्वान टीमों से संबन्धित विषयों को और अधिक समृद्ध बनाएगा। गृह मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सर्वोपरि है और सुरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं पर समान रूप से ध्यान देने के लिए हमारी सरकार ईमानदारी से प्रयास कर रही है। समाज की सुरक्षा सुनिश्चित करने में पुलिस का श्वान दस्ता एक फोर्स मल्टिप्लायर के रूप में काम कर सकता है। जैसे की ड्रोन या उपग्रहों के प्रयोग से इस देश में हो रहा है। अमित शाह ने कहा कि श्वान दस्तों का उपयोग मादक पदार्थों का पता लगाने से लेकर आतंकवादियों से मुक़ाबला करने में भली भांति किया जा सकता है। इस मौके पर केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के महानिदेशक, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और वर्चुअल माध्यम से देशभर से केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के वरिष्ठ अधिकारी भी इस समारोह में शामिल हुए। गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय की पुलिस आधुनिकरण डिविजन के तहत देशभर में पुलिस सेवा के-9 को बढ़ावा देने और उसे मुख्यधारा में लाने के लिए नवंबर 2019 में राष्ट्रीय पुलिस के-9 सेल की स्थापना हुई थी। जिस ‘राष्ट्रीय पुलिस के-9 पत्रिका’ का गृहमंत्री ने विमोचन किया है उसमें हिन्दी और अंग्रेज़ी भाषा में 11 खंड हैं। प्रथम अंक में सुरक्षा बलों कर्मियों के अलावा कई प्रतिष्ठित विदेशी विशेषज्ञों ने भी लेख लिखें हैं। यह पत्रिका साल में दो बार अप्रैल और अक्टूबर माह में प्रकाशित होगी। 03Jan-2021

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