भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण
(एनएचएआई) देश के प्रत्येक राज्य की राजधानी को जोड़ने वाले ऐसे 57 राजमार्गों का राष्ट्रीय राजमार्ग के रुप में विकास करने की योजना बनाई है। इस
योजना के तहत राजमार्ग इंजीनियरों को प्रशिक्षित किया जाएगा।

कैसा होगा निर्माण का स्वरुप
एनएचएआई के अनुसार इन मॉडल नेशनल
हाई-वे के निर्माण कार्य में सड़क संकेतक, सड़क की मार्किंग, सड़क फर्नीचर और सुरक्षा सामान, उचित जंक्शन और एंट्री-एक्जिट शामिल हैं। वहीं राष्ट्रीय राजमार्गों पर उचित ड्रेनेज, पैदल चलने वाले यात्रियों के लिए जगह, स्ट्रीट लाइट, पेड़-पौधे, टोल प्लाजा, बुनियादी
सुविधाएं और सीसीटीवी कैमरा लगाने की योजना भी इन मार्गो को हाईटेक बनाने मे मदद करेगी।
दुर्घटनाओं और पर्यावरणीय उपायों के तहत दुर्घटना संभावित यानि ब्लैक स्पॉट पर विशेषरुप
से सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। मसलन इन सभी विशेषताओं के साथ यह मॉडल सड़क के एक परिपूर्ण
पाठ्यपुस्तक संस्करण की तरह दिखाई देगा।
जारी किए गये नीति दिशानिर्देश
एनएचएआई ने पहले ही अपने क्षेत्रीय
अधिकारियों व परियोजना निदेशकों को मॉडल स्ट्रेच के विकास की पहचान और योजना बनाने
और गतिविधि को समय पर पूरा करने में मदद करने के लिए नीति दिशानिर्देश जारी किए हुए
हैं। इस मामले में त्वरित निर्णय लेने के लिए पर्याप्त वित्तीय शक्तियां प्रत्यायोजित
की गई हैं। एनएचएआई मुख्यालय ऑनलाइन ई-पोर्टल (डेटा लेक) के माध्यम से प्रगति की बारीकी
से निगरानी करेगा, जहां प्रत्येक मॉडल स्ट्रेच
के चित्र/वीडियो को अन्य संबंधित जानकारी के अलावा अपलोड किया जाएगा। एनएचएआई देश के
राजमार्ग इंजीनियरों को शिक्षित करने के अलावा राजमार्ग उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित और
सुखद ड्राइविंग अनुभव प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
01June-2020
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