भारतीय रेलवे ने कोरोना महामारी
में संक्रमितों के इलाज की दिशा में पांच हजार से ज्यादा ट्रेनों के कोचों को
आईसोलेशन वार्ड के रूप में तब्दील किये थे, लेकिन लॉकडाउन के दौरान एक भी कोच का इस्तेमाल
नहीं हो सका, लेकिन अनलॉक शुरू होते ही दिल्ली सरकार को उसकी मांग पर दस आईसोलेशन
वार्ड वाले कोच की एक स्पेशल ट्रेन सौंपी गई है।
रेलवे के अनुसार कोरोना वायरस के शिकार मरीजों के इलाज के
लिए भारतीय रेलवे ने भी निरस्त की गई ट्रेनों के पांच हजार से ज्यादा कोचों को
आईसोलेशन वार्ड में बदले थे, इनमें से आईसोलेशन वार्ड के रुप में पहले कोच का
इस्तेमाल दिल्ली सरकार करेगी। रेलवे के अनुसार दिल्ली में बढ़ती कोरोना मरीजों की
संख्या को देखते हुए अस्पतालों में बेड की कमी से जूझ रही दिल्ली सरकार ने भारतीय रेलवे से आईसोलेशन के रूप में बदले
कोच की मांग की, तो रलेवे ने दिल्ली में कोरोना वायरस के रोगियों
के इलाज के लिए दस आइसोलेशन वार्ड बने कोच की एक ट्रेन को तैनात कर दिया है। रेलवे के दिल्ली सरकार को
सौंपी गई कोविड-19 स्पेशल ट्रेन में कुल 10 कोच हैं। इस ट्रेन में करीब 160 कोरोना पॉजिटिव मरीजों को भर्ती
करने की व्यवस्था की गई है और कोरोना पॉजिटिव मरीजों के इलाज व क्वारंटीन से संबंधित
सभी इंतजाम किए गए हैं। वहीं इस ट्रेने के आईसोलेशन कोचों में स्वास्थ्यकर्मियों के लिए भी एक वातानुकूलित कोच को तैनात
किया गया है।
चिकित्सीय संसाधनों से लैस कोच
रेलवे के अनुसार रेलवे के दिल्ली डिवीजन की
ओर से दिल्ली सरकार को ट्रेन के इन आइसोलेशन कोच में की गई सभी चिकित्सीय
और मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था के बारे में बता दिया गया है, जिनमें पानी, बिजली, चादर, आक्सीजन सिलेंडर आदि की व्यवस्था रेलवे की तरफ से होगा।
वहीं सुरक्षा के लिए सुरक्षा बलों
को भी तैनात कर दिया गया है। इसके अलावा शकूरबस्ती वाशिंग लाइन में कुछ कमरे भी दिल्ली
सरकार को दिए जाएंगे, ताकि वहां
मरीजों की देखभाल से संबंधित कार्य के लिए तैयारी हो सके। गौरललब है रेलवे ने 5,231 डिब्बों को आइसोलेशन के लिए तैयार
किया है, उनमें से 100 डिब्बों पर नए रंग चढ़ाए जा रहे हैं, ताकि जून-जुलाई
की गर्मी में भी उसके अंदर रहने वालों को कम गर्मी से बचाव किया जा सके।
02June-2020
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