देश के पाचं राज्यों में लगाई गई 960 कोच वाली ट्रेनें
हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।
भारतीय रेलवे ने देश में कोरोना महामारी के खिलाफ जंग को जारी रखते हुए आईसोलेशन
वार्ड में तब्दील किये गये 5231 रेलवे कोचों को देशभर में तैनात करने के लिए कमर
कस ली है। अब तक रेलवे ने देश के पांच राज्यों में 960 आईसोलेशन वार्ड वाली
ट्रेनों को तैनात कर दिया है, जिनमें दिल्ली में नौ जगहों पर 503 कोच के साथ तैनात
की गई कोरोना ट्रेनें भी शामिल हैं।
रेल मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि देश में कोरोना वायरस
का संक्रमण को रोकने की दिशा में भारतीय रेलवे ने पहले से ही निरस्त की गई ट्रेनों
के 5231 कोचों को आईसोलेशन वार्ड यानि कोरोना देखभाल केंद्र के रूप में तब्दील कर
लिया था। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बेकाबू होते कोरोना के खिलाफ जंग को तेज
करने के लिए केंद्र सरकार ने कमान संभालते हुए दिल्ली सरकार के साथ मिलकर इस दिशा
में ठोस कदम उठाने शुरू कर दिये हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की दो दिन तक
विभिन्न स्तरों पर दिल्ली में कोरोना से निपटने के लिए हुए मंथन में कई महत्वपूर्ण
निर्णयों पर अमल होना शुरू हो गया है। इनमें दिल्ली में रेलवे के कोरोना देखभाल
केंद्रों के रूप में तब्दील किये गये कम से कम 500 ट्रेन कोचों का इस्तेमाल करने
के निर्णय पर रेलवे ने पहले ही कमर कस ली है। रेलवे के अनुसार दिल्ली में नौ अलग
अलग रेलवे स्टेशनों पर 503 आईसोलेशन वार्ड युक्त ट्रेनों को तैनात कर दिया गया है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आनंद विहार टर्मिनल रेलवे स्टेशन के सात प्लेटफार्मो
पर 260 कोरोना देखभाल केंद्र वाले कोच लगाए गये हैं। इसके अलावा दिल्ली कैंट रेलवे
स्टेशन पर 33 कोच, आदर्शनगर रेलवे स्टेशन पर 30 कोच, सफदरजंग रेलवे स्टेशन पर 21
कोच, पटेल नगर रेलवे स्टेशन पर 26 कोच, शाहदरा व तुगलकाबाद रेलवे स्टेशन पर 13-13
कोच, सराय रोहिल्ला स्टेशन पर 50 कोच तैनात किये जा चुके हैं। जबकि शकूरबस्ती
रेलवे स्टेशन पर अनलॉक-1 शुरू होते ही 59 आईसोलेशन कोचों को तैनात किया जा चुका
था। देश भर
में अब तक 960 आईसेलेशन
वार्ड में परिवर्तित किये गये कोचों में दिल्ली में लगाए गये 503 कोचों के अलावा
बाकी 459 कोचों में राज्यों की मांग पर यूपी में 372, तेलंगाना में 60, आंध्र प्रदेश
में 20 और मध्य प्रदेश में पांच कोरोना देखभाल केंद्र वाली ट्रेनों को तैनात किया
गया है। रेल मंत्रालय
ने
बताया कि ये सभी कोच वातानुकूलित हैं, जिनमें लैपटॉप तथा फोन के लिए चार्जिंग प्वाइंट, चिकित्सक कक्ष, नर्सिंग कक्ष
और स्वास्थ्यकर्मी कक्ष की सुविधा दी गई है।
चिकित्सक टीम राज्य तैनात करेंगे
रेल मंत्रालय के अनुसार राज्यों में तैनात किये गये आईसोलेशन वार्ड कोचों में
कोरोना मरीजों के पृथकवास के अलावा इलाज के लिए भी उपयोग किया जाएगा। इन कोचों में
चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों की तैनाती राज्य सरकार द्वारा की जानी है। रेलवे
के अनुसार छह मई को जारी गृह मंत्रालय के दिशानिर्देशों के तहत भारतीय रेलवे राज्य
सरकार के अधिकारियों की मदद के लिए इन कोचों में प्रत्येक स्थान पर दो अधिकारी
तैनात कर रही है। रेलवे ने बताया कि गर्मी के मौसम को देखते हुए रेलवे ने इन कोचों
में विशेष पेंट किये हैं और अन्य सभी चिकित्सीय सुविधाओं के साथ पानी जैसी
सुविधाएं भी प्रदान की गई हैं। मसलन इन कोचों को ऑक्सीजन सिलेंडर, कंबल, चिकित्सा
सामग्री, संक्रमणमुक्त की गई बर्थ समेत आवश्यक
चिकित्सा उपकरणों से लैस किया गया है। इसके अलावा रेलवे मरीजों की देखभाल के लिए राज्य सरकार की मदद
करने के लिए तत्पर रहेगा। गृह मंत्रालयों के दिशानिर्देशों के अनुसार इन कोचों का उपयोग उन क्षेत्रों
में किया जा सकता है जहां राज्य ने सुविधाओं को समाप्त कर दिया है और दोनों संदिग्ध
और पुष्टि किए गए कोरोना मामलों
के अलगाव के लिए क्षमताओं को बढ़ाने की आवश्यकता है।
यूपी में 372 कोच तैनात
रेलवे के अनुसार तेलंगाना के सिकंदराबाद, काचेगौड़ा और आदिलाबाद तथा
आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में ऐसे 20-20 कोच लगाए गए हैं। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में पांच कोच लगाए गए हैं। अधिकारियों
की ओर से दिए गए डेटा के मुताबिक उत्तर प्रदेश ने 243 कोच की मांग की थी, उसे 372 कोच दिए गए। झांसी स्टेशन की रेलवे कार्यशाला में 52 कोच दिए गए, लखनऊ को
37 कोच, मऊ और भटनी को 24-24 कोच, कानपुर को 22 कोच, आगरा को 20 कोच तथा
झांसी को 15 कोच दिए गए हैं। रेलवे ने बताया कि इन कोचों को पृथक-वास में
बदलने के लिए प्रत्येक कोच पर दो लाख रूपये का खर्च आया है। ये एयर कंडिशन रहित कोच
हैं इसलिए इनका तापमान कम रखने की भी व्यवस्था की गई है।
18June-2020
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