सोमवार, 29 जून 2020

दिल्ली में कोरोना महामारी की जंग में सख्त हुआ केंद्र


कंटेनमेंट जोनों का नए सिरे से होगा परिसीमन, जोनों के अंदर और बाहर सख्त होगी निगरानी
हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।
राष्ट्रीय राजधानी में बेकाबू होती कोरोना महामारी के खिलाफ जंग को मजबूत बनाने के लिए केंद्र सरकार ने पॉल समिति की रिपोर्ट के आधार पर सख्ती से  निगरानी और नियंत्रण की रणनीति को लागू करने का फैसला किया है। दिल्ली में कोरोना वायरस को नियंत्रण करने के लिए समिति की रिपोर्ट के आधार पर दिल्ली में कंटेनमेंट जोनों का नए सिरे से परिसीमन होगा, जिनके अंदर और सीमा से बाहर कड़ी निगरानी करने के निर्देश दिये गये हैं।
गृह मंत्रालय के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना के खिलाफ जंग को मजबूत बनाने की दिशा में निति आयोग के डा. विनोद पॉल की अध्यक्षता वाली समिति की रिपोर्ट के आधार पर कंटेनमेंट रणनीति को लागू करने के निर्देश जारी किये हैं। समिति ने दिल्ली में कोरोना महामारी के आकलन और कंटेनमेंट रणनीति पर यह रिपोर्ट सौंप दी है। इस समिति का गठन गत 14 जून को दिल्ली सरकार के साथ हुई बैठक के दौरान किया गया था। समिति की रिपोर्ट के आधार पर गृह मंत्रालय ने सभी कंटेनमेंट जोनों का नए सिरे से परिसीमन करने और इनके अंदर और सीमा तथा उससे बाहर सख्ती से निगरानी करके हालातों को नियंत्रण करने के निर्देश दिये हैं। गौरतलब है कि गृह मंत्रालय के निर्देश पर डॉ. विनोद पॉल की अध्‍यक्षता में गठित एक समिति ने एक दिन पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई कोरोना महामारी के हालातों और उससे निपटने की तैयारियों की समीक्षा बैठक में दिल्‍ली में कोरोना की कंटेनमेंट रणनीति अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। देगी। इस बैठक में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षर्धन, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीती सूदन, उप राज्यपाल अनिल बैजल, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्‍यमंत्री मनीष सिसौदिया, दिल्ली के मुख्य सचिव व स्‍वास्‍थ्‍य सचिव के साथ नीति आयोग के डॉ. पॉल आदि अधिकारियों ने भी कोरोना पर काबू पाने की रणनीतियों पर चर्चा की।
सिरोलोजिकल सर्वे: 20 हजार की होगी जांच 
गृह मंत्रालय के अनुसार दिल्ली के कंटेनमेंट जोनों के बाहर भी प्रत्येक घर का सूचीकरण और निगरानी करने की दिशा में संपूर्ण दिल्ली में 27 जून से 10 जुलाई तक एक सिरोलोजिकल सर्वे कराया जाएगा, जिसमें 20 हजार लोगों के नमूनों का परीक्षण होगा। गृह मंत्रालय ने यह निर्देश समिति की रिपोर्ट में उन तथ्यों के आधार पर दिये हैं कि सीरोलॉजिकल सर्वे के बीच होने वाले नमूनों के परीक्षण से दिल्‍ली में संक्रमण के फैलाव का समग्र आंकलन हो सकेगा और एक व्‍यापक रणनीति निर्धारित करके इस जंग को मजबूत बनाया जा सकेगा।
क्या हैं समिति की रिपोर्ट
गृह मंत्रालय को सौंपी गई डॉ. विनोद पॉल की कंटेनमेंट रणनीति रिपोर्ट में कंटेनमेंट जोनों का नए सिरे से परिसीमन और इनकी सीमा व इनके अंदर की गतिविधियों पर सख्‍ती से निगरानी और नियंत्रण को सख्त बनाने की सिफारिश की गई। सभी संक्रमित व्‍यक्तियों की संपर्क ट्रेसिंग और संपर्क में आए लोगों क्वारंटिंग करने पर बल दिया, जिसमें आरोग्य सेतु और इतिहास एप को शामिल किया जाने का सुझाव दिया। दिल्‍ली की समग्र सूचना मिलती रहे, इसके लिए कंटेनमेंट जोन के बाहर भी प्रत्‍येक घर का सूचीकरण और निगरानी करने की सलाह दी गई। कोरोना संक्रमण मामलों को अस्‍पताल, कोरोना देखभाल केंद्र या होम आईसोलेशन में रखने की सिफारिश की गई। समिति ने कोरोना देखभाल केंद्रों को सही रूप से संचालन करने के लिए स्‍वयंसेवी संस्‍थाओं और गैर-सरकारी संगठनों की मदद लेने को कहा है। डॉ. पॉल द्वारा प्रस्‍तावित योजना के तहत दिल्‍ली के प्रत्‍येक जिले को एक बड़े अस्‍पताल के साथ संबंद्ध किया जाएगा, जो उपयुक्‍त सहायता प्रदान करेंगे।
समितियां करेंगी परिसीमन     
पॉल समिति की प्रस्‍तावित रिपोर्ट में कोरोना के खिलाफ रणनीति की इन गतिविधियों की एक समय-सारणी बनाई गई है, जिसमें दिल्‍ली सरकार मंगलवार 22 जून तक एक योजना निर्धारित करके 23 जून तक जिला स्‍तरीय टीमों का गठन करेगी। ये समितिया 26 जून तक दिल्ली के सभी कंटेनमेंट जोनों का संसोधित परिसीमन करेगी। रिपोर्ट के अनुसार ये समितियां 30 जून तक कंटेनमेंट जोनों का शत-प्रतिशत सर्वेक्षण करने के बाद छह जून तक बाकी दिल्‍ली का भी वृहद पैमाने पर सर्वेक्षण भी रेंगी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली सरकार को संसोधित परिसीमन हेतु तकनीकी सहायता लेने की सलाह दी है।
हर रिपोर्ट केंद्र को मिले: शाह
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने यह भी निर्देश दिये हैं कि दिल्‍ली सरकार हर मृतक के संबंध में इस प्रकार का आकलन करे, वह कितने दिन पहले अस्‍पताल पहुँचा और उसको कहॉं से लाया गया। यदि वह होम आईसोलेशन में था, तो उसे सही समय पर लाया गया या नहीं जैसे पहलुओं पर विशेष ध्‍यान दिया जाना चाहिए। वहीं मंत्रालय ने दिल्ली सरकार से कोरोना से होने वाली प्रत्‍येक मौत के अलावा कितने लोग होम आईसोलेट हैं या रखा जा सकता है जैसी हर जानकारी केंद्र सरकार को देनी होगी। गृह मंत्री शाह ने समिति की इस रणनीति को कार्यान्वित करने की सलाह दी है।
23June-2020

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