सोमवार, 29 जून 2020

राज्यसभा में राजग की बढ़ी ताकत, भाजपा सबसे बड़ा दल


सरकार की बहुमत की कमी को दूर करेंगे बीजद, एडीएमके व वाईएसआर कांग्रेस
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
संसद के उच्च सदन राज्यसभा में केंद्र की राजग सरकार की ताकत बढ़ाने के लिए ताजा चुनाव में 24 में से 11 सीटे जीतकर भाजपा सबसे बड़ा दल बन गया है। अब राज्यसभा में राजग के 101 सदस्य हो गये हैं, लेकिन बहुमत के आंकड़े 123 से भले ही राजग अभी 22 कदम दूर है, जिस आंकड़े की कमी को सदन में बीजद, एडीएमके और वाईएसआर कांग्रेस व अन्य दल पूरा करके मददगार बन सकते हैं।
राज्यसभा की आठ राज्यों में 19 सीटों के लिए ताजा चुनाव परिणामों के बाद भाजपानीत सत्तारूढ़ गठबंधन राजग ने सदन में शतक लगाने में कामयाबी हासिल कर ली है। मसलन उच्च सदन में अब भाजपा के 86 सदस्यों समेत राजग की ताकत 101 सदस्यों के साथ मजबूत हुई है। जबकि कांग्रेसनीत यूपीए 65 सदस्यों तक पहुंच पाया है, जिसमें कांग्रेस के 44 सदस्य हैं। 245 सदस्यों वाली राज्यसभा में बहुमत के लिए सरकार को 123 सदस्यों की जरुरत है, जिसके लिए राजग को 22 सदस्यों की जरुरत है। लेकिन पिछले संसद सत्रों के दौरान सरकार का गठबंधन से बाहर रहते हुए बीजद(9), एडीएमके(9), वाईएसआर कांग्रेस(6) के अलावा अन्य छोटे दलों ने जिस प्रकार से सहयोग करते देखे गये हैं, उसी प्रकार इस बहुमत के आंकड़े की इस कमी को दूर करने 24 सदस्यों के साथ ये तीन दल सरकार की मदद करेंगे? हालांकि लगातार घटती यूपीए ने ताजा चुनाव में चार सीटे जीतकर वापसी करते हुए अपनी संख्या 65 तक कर ली है। बहरहाल उच्च सदन में भाजपा 86 सांसदों के साथ सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है। उच्च सदन में बढ़ी राजग की ताकत विधायी कार्यो में विपक्ष की अड़चनों को दूर करने में कारगर साबित हो सकेगी।
भाजपा के दांव में चित्त कांग्रेस
दरअसल देश में कोरोना संकट के कारण 26 मार्च को होने वाले स्थगित किये राज्यसभा की 55 सीटों में से 18 सीटों और जून-जुलाई में रिक्त होने वाली छह सीटों समेत 24 सीटों के लिए चुनाव एक दिन पहले 19 जून को कराए गये। इन 24 सीटों में कर्नाटक की चार और अरुणाचल की एक सीट पर सभी प्रत्याशियों को निर्विरोध निर्वाचित कर दिया गया था, जिसके कारण केवल 19 सीटों के लिए हुए मतदान में भाजपा को आठ, कांग्रेस को चार सीटों का फायदा हुआ। इस चुनाव में खासतौर से गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान व झारखंड में भाजपा व कांग्रेस ने अपनी-अपनी राजनीतिक गोटियां फिट करके जिस प्रकार की रणनीति बनाई थी, उसमें भाजपा के दांव के आगे कांग्रेस कहीं तक नहीं टिक सकी। हैं। जिन 18 सीटों के लिए चुनाव परिणाम आए हैं उनमें भाजपा व कांग्रेस के अलावा झारखंड में झामुमो को एक, आंध्र प्रदेश की चारों सीटे वाईएसआर कांग्रेस, पूर्वोत्तर के मिजोरम की सीट पर मिजो नेशनल फ्रंट, एमडीए के खाते में गई है।
भाजपा को दो सीटों का फायदा
इन चुनाव में दिलचस्प पहलू तो ये है कि गुजरात की चार सीटों के चुनाव में भाजपा ने वर्ष 2017 के चुनाव में कांग्रेस के दांवपेंच को पलटते हुए अपना बदला चुकता किया, जहां इन चार में से भाजपा व कांग्रेस को दो-दो सीटें मिलनी थी, लेकिन आठ कांग्रेसी विधायकों के इस्तीफे देने से कांग्रेस को केवल एक सीट पर ही संतोष करना पड़ा। इसी प्रकार मणिपुर की एक मात्र सीट पर भाजपा ने अप्रत्याशित जीत दर्ज करके सियासी रणनीति को सफल बनाया। भाजपा के इसी दांव के कारण 19 में से जहां भाजपा को छह सीटे मिलती दिख रही थी, वहीं आठ सीटे जीती हैं।
21 June-2020

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