मंगलवार, 30 जून 2020

दिल्ली के छतरपुर में शुरू हुआ सबसे बड़े कोरोना अस्पताल


गृहमंत्री अमित शाह ने सीएम केजरीवाल संग लिया तैयारियों का जायजा
हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बेकाबू कोराना महामारी पर अंकुश लगाने के लिए दिल्ली के छतरपुर के राधा स्वामी सत्संग ब्यास में बनाए गए 10 हजार बिस्तरों वाले सरदार पटेल कोरोना देखभाल केंद्र और अस्पताल ने काम शुरू कर दिया है। दुनिया के सबसे बड़े कोविड अस्पताल का दौरा करके केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरंविद केजवारी के साथ अस्पताल में चल रही तैयारियों, व्यवस्थाओं और अन्य इंतजामों का जायजा लिया।
गृह मंत्रालय के अनुसार शनिवार को इस कोरोना अस्पताल के संचालन का जिम्मा केंद्रीय पुलिस बल आईटीबीपी को सौंपा गया है, जिसकी निगरानी में दुनिया के सबसे बड़े दस हजार बिस्तर वाले इस करोना देखभाल केंद्र में आईटीबीपी के चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी तैनात किये गये हैं। गृह मंत्रालय के निर्देश पर आईटीबीपी ने इस अस्पताल का जिम्मा बुधवार को ही संभाल लिया था, जहां कोरोना मरीजों के लिए 2000 बेड संभी संसाधनों के साथ तैयार किये जा चुके हैं और यहां मरीजों का इलाज का काम भी शुरू हो चुका है। शनिवार को इस अस्पताल का जायजा लेने पहुंचे गृहमंत्री अमित शाह और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरंविद केजवाल ने तैयार हो चुके दो हजार बिस्तरों का जायजा लेते हुए वहां भर्ती हो चुके मरीजों से बातचीत भी की। इस दौरान अस्पताल के संचालन में जुट आईटीबीपी के अधिकारियों और चिकित्सकों ने चर्चा के दौरान मरीजों के लिए किये गये इंतजामों और उनकी स्थिति की भी जानकारी दी। आईटीबीपी के अधिकारियों ने गृहमंत्री को जानकारी दी कि अब दस हजार बेड वाला यह अस्पताल पूरी तरह से तैयार है। दिल्ली सरकार को कोरोना मदद के तहत कोरोना ट्रेनों में भारतीय रेलवे ने भी 30 हजार बेडशीट और तकिये प्रदान किये हैं। गौरतलब है कि दिल्ली सरकार के अनुरोध पर इस कोरोना देखभाल केंद्र को डॉक्टरों तथा अन्य पेशेवरों की टीम मुहैया कराने वाली नोडल एजेंसी के तौर पर आईटीबीपी को नामित किया था। इससे पहले शुक्रवार को भारत तिब्बत सीमा पुलिस यानि आईटीबीपी के महानिदेशक एस.एस. देसवाल ने भी इस कोरोना देखभाल केंद्र का दौरा कर इंतजामों का जायजा लिया था। गृह मंत्रालय के अनुसार छतरपुर स्थित राधा स्वामी सत्संग व्यास के परिसर में बनाए गए इस कोरोना देखभाल केन्द्र को दो हिस्सों में बांटा गया है। जिसमें एक हिस्से में ऐसे रोगियों का इलाज किया जाएगा, जिनमें लक्षण नहीं होंगे, जबकि दूसरे हिस्से में कोविड देखभाल केन्द्र होगा। 
28June-2020

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