कोरोना वायरस: रेलवे ने तेज की चिकित्सा सहायता मुहैया
कराने की तैयारी
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
कोविड-19
को रोकने के लिए भारतीय रेल जहां आवश्यक सामानों को गंतव्य तक पहुंचाने और रेलवे
स्टेशनों पर लोगों को भोजन कराने, रेलवे अस्पतालों में आईसोलेशन वार्ड स्थापित
करने के अलावा रेलगाड़ियों के कोचों को आईसोलेशन वार्ड में तब्दील करने में जुटा
है, जिसके लिए पांच हजार ट्रेनों के कोचों को अस्पताल बनाने की योजना तैयार की है।
रेल
मंत्रालय के प्रवक्ता ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि देश में कोरोना
वायरस को रोकने के लिए भारतीय रेलवे ने संक्रमित लोगों के इलाज के लिए यात्री
ट्रेनों के कोचों को आईसोलेशन वार्ड में तब्दील करना शुरू कर दिया है। रेलवे बोर्ड
ने सोमवार को इस बारे में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा करने के बाद फैसला किया
है कि देशभर में चलते फिरते अस्ताल के रूप में ट्रेनों के पांच हजार कोचों को
चरणबद्ध तरीके से आईसोलशन वार्ड के रूप में बदला जाएगा। भारतीय रेलवे केंद्र सरकार
द्वारा आवश्यकता पड़ने पर कोरोना रोगियों को आईसोलेशन
वार्ड में रखने के मद्देनजर ट्रेनों के पांच
हजार यात्री कोचों चिकित्सा सहायता मुहैया कराने की योजना बना रहा है। रेलवे इन
कोचों में चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराने के लिए चिकित्सा
विशेषज्ञों के दिशानिर्देशों के अनुसार चिकित्सीय और आवश्यक बुनियादी सुविधाओं से लैस करते हुए बदलाव कर रहा है। रेलवे
ने ऐसे कोचों को बदलने की प्रक्रिया में उन्हें मच्छरदानी से लैस करते
हुए उनमें मोबाइल और लैपटॉप के लिए चार्जिंग पॉइंट, पैरामेडिक्स जैसी सुविधाओं को जोन
वार तैयारी की जा रही है।
रेलवे
अस्पतालों में 6500 बेड की व्यवस्था
रेल
मंत्रालय के अनुसार देश में रेलवे के 125 अस्पतालों में से 70 से अधिक अस्पतालों को किसी भी आकस्मिक स्थिति के लिए तैयार रखने की योजना बनाई जा रही है,
जहां कोरोना से संक्रमित
रोगियों के लिए पहले ही आईसोलेशन वार्ड बनाए गये हैं, लेकिन रेलवे के इन अस्पतालों
में ऐसे मरीजों की संभावित जरूरतों को पूरा करने के लिए लगभग 6500 अस्पताल के बिस्तर तैयार किए जा रहे हैं। इस दिशा में भारतीय
रेलवे कोविड-19 से मुकाबला करने
हेतु जरूरतों को पूरा करने के लिए मौजूदा रेलवे अस्पताल तैयार हैं, जहां आकस्मिकताओं को पूरा करने के लिए अस्पतालों में बेड की
व्यवस्था के साथ अतरिक्त चिकित्सकों और पैरामेडिकल कर्मचारियां की भर्ती पर फोकस
किया जा रहा है, वहीं रेलवे के चिकित्सा सहायता की दिशा में सेवानिवृत्त
चिकित्सकों की मदद लेने की भी पूरी तैयारी कर ली गई है।
31Mar-2020
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