मंगलवार, 31 मार्च 2020

कोरोना: गैस की आपूर्ति में जुटे कर्मचारियों की मृत्यु पर पांच लाख देने का ऐलान

तेल कंपनियों के इस निर्णय को केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने किया स्वागत
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
देश में कोरोना वायरस के संकट के बावजूद रसोई गैस की निर्बाध जारी आपूर्ति कर रही सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों ने इस कार्य में लगे अपने कर्मचारियों के लिए महत्वपूर्ण ऐलान किया है। तीनों तेल कंपनियों इंडियन ऑयल, भारत और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कंपनियों ने इस ऐलान में कहा है कि यदि कोरोना वायरस के संक्रमण से शो-रूम स्टाफ, गोदाम कीपर्स, मैकेनिक्स और गैस सिलेंडरों को घर-घर तक पहुंचा रहे किसी कर्मचारी की मृत्यु होती है तो उसके आश्रितों को पांच लाख रुपये की राशि दी जाएगी।
तेल कंपिनयों के इस फैसे का स्वागत करते हुए केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि इंडियन ऑयल, बीपीसीएल और एचपीसीएल द्वारा लिया गया यह फैसला मानवीय निर्णय निर्णय के साथ सद्भावना का संकेत है, जो इन प्रयासों में हमारे कर्मियों द्वारा प्रदान की गई सेवाओं की पहचान है। उन्होंने कहा कि सरकार का भी ऐसे कार्यकर्ताओं का कल्याण सर्वोपरि है, यह करुणामयी कदम हमारे कार्यबल के सुरक्षा जाल को मजबूत करेगा जिससे भारत की कोरोना के खिलाफ लड़ाई का समर्थन होगा। गौरतलब है कि तेल कंपनियों ने देशभर में लॉकडाउन के बावजूद गैस उपभोक्ताओं की रसोई को बहाल रखने के लिए अपनी डयूटी कर रहे गैस कर्मियों द्वारा लगातार रसोई गैस सिलेंडरों की आपूर्ति को निर्बाध रूप से जारी रखा हुआ है। ऐसे में तेल कंपनियों ने सोमवार को ऐलान किया है कि यदि गैस आपूर्ति में जुटे स्टाफ में किसी कर्मचारी की कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण मौत होती है तो निधन के ऐसे दुर्भाग्यपूर्ण मामले में प्रत्येक के लिए 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी और यह निर्णय रसोई गैस डिलीवरी बॉय के लिए भी लागू होगा।
15 दिन के अंतर पर होगी गैस बुकिंग
कोरोना वायरस के कारण जारी लॉकडाउन के दौरान रसोई गैस की मांग तेजी के साथ बढ़ी है। इस मांग को सीमित करने की दिशा में तेल कंपनियों ने फैसला किया है कि किसी भी रसोई गैस उपभोक्ता की गैस सिलेंडर की बुकिंग 15 दिन से पहले नहीं की जाएगी। तेल कंपनियों ने यह भी भरोसा दिया है कि देश में रसोई गैस समेत किसी भी पेट्रोलियम उत्पादों की कोई कमी नहीं है और पूरे देश में पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति निर्बाध रूप से की जा रही है। इसलिए उपभोक्ताओं से भी अपील की गई है कि वे कम से कम 15 दिन के अंतर से पहले ग्राहक रिफिल बुकिंग न कराएं।
31Mar-2020

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