मंगलवार, 31 मार्च 2020

देश के गरीबों की मदद को 1.70 लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान


मोदी सरकार अब तीन माह तक 80 करोड लोगों को देगी फ्री राशन
कोरोना महामारी से निपटने में जुटे योद्धाओं को 50 लाख का बीमा
हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।
देश में कोरोना वायरस के कारण प्रभावित अर्थव्यवस्था और गरीबों की मदद के मकसद से केंद्र सरकार ने 1.70 लाख करोड़ रुपये के पैकेज का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के इस ऐलान में देश के 80 करोड़ लोगों को तीन माह तक मुफ्त गेंहू, चावल व दाल मुहैया कराना भी शामिल है। वहीं तीन महीने के लिए कोरोना महामारी से निपटने में जुटे प्रत्येक स्वास्थ्य एवं अन्‍य कर्मचारियोंको 50 लाख रुपये का चिकित्सा बीमा दिया जाएगा।
केद्रीयवित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने गुरुवार को कारोना वायरस महामारी और उसके आर्थिक प्रभाव से निपटने को लेकर प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 1.70 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत गरीबों, दिहाड़ी मजदूरों को इससे राहत के साथ इस योजना के तहत गरीबों और मजदूरों को डायरेक्ट कैश ट्रांसफर होगा और लोगों को खाद्य सुरक्षा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इस राहत पैकेज में सभी श्रेणी के लोगों की सहायता को ध्यान में रखकर कदम उठाया गया है, जिसमें कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिये जुटे डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्‍य स्वास्थ्य कर्मियों के लिये 50 लाख रुपये के बीमा कवर की घोषणा भी शामिल है। वहीं देश के राशन की दुकानों से उन 80 करोड़ परिवारों को 5 किलो गेहूं या चावल के साथ एक किलो दाल तीन महीने के लिये मुफ्त दी जायेगी। इससे एक दिन पहले गेहूं 2 रुपये व चावल तीन रुपये किलों देने का फैसला लिया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार प्रधानमंत्री किसान योजना के तहत 8.69 करोड़ किसानों को अप्रैल के पहले सप्ताह में दो-दो हजार रुपये का अग्रिम भुगतान करेगी। वहीं मनरेगा के तहत दैनिक मजदूरी 182 रुपये से बढ़ाकर 202 रुपये की गई है, इससे पांच करोड़ परिवारों को लाभ होगा। सीतारमण ने तीन करोड़ गरीब वृद्धों, गरीब विधवाओं तथा गरीब दिव्यांगों को एक-एक हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा भी की है। इस योजना के तहत जनधन खाताधारी महिलाओं, उज्ज्वला योजना की लाभार्थी महिलाएं, स्वंय सेवा समूहों की महिलाओं और संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों, कंस्ट्रक्शन से जुड़े मजदूरों को मदद देने का ऐलान किया गया है।
गरीब कल्याण अन्न योजना
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि किसी गरीब को भूखा नहीं रहने दिया जाएगा, इसी मकसद से अभी 80 करोड़ लाभार्थियों को हर महीने 5 किलो गेहूं या चावल प्रति व्यक्ति मिलता है, जिसे अगले तीन महीने तक दोगुना कर इन्हें अतिरिक्त 5 किलो प्रति व्यक्ति गेहूं या चावल मुफ्त दिया जाएगा। प्रति परिवार एक किलो दाल भी मुफ्त दी जाएगी। इससे पहले कल केंद्र सरकार ने गेहूं 2 रुपये व चावल तीन रुपये किलों की दर से हरेक व्‍यक्ति को 7 किलो राशन देने का ऐलान किया गया था।
किसानों को अप्रैल में पहली किस्त
केंद्र सरकार के इस राहत पैकेज में किसानों को सालाना 6 हजार रुपये पीएम किसान सम्मान निधि के तहत पहली किस्त अप्रैल के पहले हफ्ते किसानों को देंगे। इसका 8.69 करोड़ किसानों को इसका फायदा मिलेगा। वहीं मनरेगा की मजदूरी में बढ़ोतरी करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि जो लोग ग्रामीण इलाकों में मनरेगा के तहत मजदूरी करते हैं, इनकी दिहाड़ी 182 रुपये से बढ़ाकर 202 रुपये कर दी गई है। प्रति मजदूर को करीब दो हजार रुपये की अतिरिक्त कमाई के साथ इसका फायदा 5 करोड़ मजदूरों को मिलेगा।
विधवाओं व दिव्यांगों को एक-एक हजार
वित्त मंत्री के ऐलान के अनुसार देश के गरीब बुजुर्गों, गरीब विधवा और गरीब दिव्यांगों को दो किस्तों में अतिरिक्त एक हजार रुपये दिए जाएंगे, अगले तीन महीनों में। इससे 3 करोड़ बुजुर्गों, विधवा महिलाओं और दिव्यांगों को फायदा होगा। यह डीबीटी के जरिए उनके खातों में जाएगा। जबकि देश में 20 करोड़ जनधन खाताधारक महिलाओं को 500 रुपये प्रति महीने अगले तीन महीनों तक मिलते रहेंगे। तीन महीने में इन्हें कुल 15 सौ रुपये की मदद मिलेगी। इसी प्रकार उज्ज्वला योजना के तहत 8 करोड गरीब महिलाओं को सिलेंडर दिए गए हैं, जिन्‍हें इस मुश्किल घड़ी में उनके लिए तीन महीने तक मुफ्त सिलेंडर दिया जाएगा।
ईपीएफ कर्मचारियों की मदद
सरकार ने संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों की मदद के लिए भी घोषणा की है। ईपीएफ की 24 फीसदी रकम अगले 3 महीने तक सरकार ही देगी। यह 15 हजार प्रतिमाह आमदनी वाले 90 फीसदी कर्मचारियों के लिए होगी। इससे 80 लाख कर्मचारियों और 4 लाख कंपनियों को इसका फायदा होगा। वहीं पीएफ रेग्युलेशन में संशोधन करने का ऐलान किया गया, ताकि इस मुश्किल घड़ी में कर्मचारी आकस्मिक निधि से 75 फीसदी तक फंड या तीन महीने के वेतन के बराबर कर्मचारी रकम निकाल सकें। इससे ईपीएफओ से जुडे 4.8 करोड़ कर्मचारियों को फायदा होगा। 
27Mar-2020

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