कोरोना
वायरस की रोकथाम की दिशा में पूरा देश सरकार के साथ
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
देश
में कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए हालांकि भारतीय रेलवे पहले ही सैकड़ो
ट्रेनों को रद्द कर चुका है, लेकिन केंद्र सरकार के आव्हान पर कल रविवार को 'जनता कर्फ्यू' के दौरान देशभर में साढ़े तीन हजार से भी
ज्यादा ट्रेनों के पहिये थमे रहेंगे, जिनमें मेल, एक्सप्रेस और पेसैंजर ट्रेनों भी
शामिल हैं।
रेल
मंत्रालय के प्रवक्ता ने शनिवार को भारतीय रेल की 'जनता कर्फ्यू' के दिन बनाई गई योजना के बारे में बताया कि
देशभर के सभी रेलवे जोनों को आदेश जारी करते हुए महाप्रबंधकों को इस बात की इजाजत
दी है कि कौन-कौन सी ट्रेनें चलाई जानी हैं और कौन-कौन सी ज्यादातर निरस्त की
जाएंगी, इसका फैसला वह खुद करेंगे। रेलवे का यह आदेश 21/22 मार्च की अर्धरात्रि
यानि 12 बजे से ही लागू हो जाएगा और रविवार रात्रि दस बजे तक किसी भी रेलवे स्टेशन
से कोई भी एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन शुरू नहीं होगा। मसलन यात्रियों को इस दिन
भीड़ के साथ सफर करने से रोकने की दिशा में रेलवे बोर्ड ने इस दौरान करीब 3700 ट्रेनों को निरस्त रखने का फैसला किया है, जिनमें खासकर
लंबी दूरी वाली मेल और एक्सप्रेस के अलावा उपनगरीय पैसेंजर रेलगाड़ियां
भी शामिल हैं। रेलवे के अनुसार दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई जैसे
महानगरों में उपनगरीय रेलवे यात्रा में भी अधिकांश कटौती
करने के आदेश दिये गये हैं, ताकि अति आवश्यकता के दौरान ही रेल यात्रा की सुविधा
दी जाएगी। रेल मंत्रालय के अनुसार कोरोना वायरस के प्रभाव के कारण पिछले सप्ताह से रेलवे टिकट की बुकिंग में
बेहद कमी देखी गई है। भारतीय रेलवे कोरोना वायरस के चलते पहले ही गैर-जरूरी
यात्रा पर रोक लगाने की दिशा में अब तक करीब 250 ट्रेनें रद्द
कर चुका है। जनता
कर्फ्यू के दिन जरुरत के हिसाब से जो ट्रेनें चलाई जाएंगी उनमें से ज्यादातर
ट्रेनों पेन्ट्री बदं रखने के फैसले के कारण खान-पान भी बंद रहेगा और
आईआरसीटीसी ने स्टेशन पर फूड प्लाजा,
रिफ्रेशमेंट
रूम, जन आहार एंड सेल अगले आदेश
तक बंद कर दिए हैं। रेलवे के अनुसार यदि आवश्यकता पड़ी तो और ट्रेनों खासकर लोकल पैसेंजर
ट्रेनों को भी निरस्त किया जा सकता है,क्योंकि इन ट्रेनों में उपनगरीय क्षेत्रों
में कहीं ज्यादा लोग सफर करते हैं।
22Mar-2020
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें