टिकट लेने के लिए काउंटर तक जाने से मिलेगी राहत
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
भारतीय
रेलवे ने दिव्यांगजनों के लिए एक नई सेवा की शुरूआत की है, जिसमें दिव्यांगों को
रेलवे टिकट खरीदने के लिए काउंटर तक नहीं जाना पड़ेगा।
रेल
मंत्रालय के अनुसार उत्तर रेलवे के दिल्ली मंडल ने इस सेवा को पायलट योजना के रूप
में शुरू किया है, जिसके सफल होने पर इसे स्थायी रूप से लागू किया जा सकता है।
इसके लिए उत्तर रेलवे के दिल्ली मंडल ने दिव्यांगों की सुविधा के लिए विशेष पोर्टल
divyangjan-rail.in लॉन्च किया है। इस पोर्टल के माध्यम
से किसी भी दिव्यांगजन को अब अपना रियायती टिकट
बुक करने के लिए टिकट काउंटर
तक
जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मसलन इस पोर्टल के जरिये वे अपने दस्तावेज ऑनलाइन
जमा कर सकेंगे। यह उन लोगों के लिए अधिक सुविधाजनक होगा जो रेल
टिकट बुक करने के लिए काउंटर पर पहुंचने में कठिनाई का सामना करते हैं।
उत्तर रेलवे के दिल्ली मंडल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अजय माइकल ने बताया कि दिव्यांगों को रेलवे सफर में कई तरह की सहूलियतें देता आ रहा है, लेकिन दिव्यांगों
को फोटो पहचान पत्र हासिल करने में बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है और उन्हें
लंबी दूरी तय करके सर्टिफिकेट हासिल करना पड़ता है। इस परेशानी को दूर करने
के लिए भारतीय रेलवे के निर्णय के तहत दिव्यांगों
को राहत देने के मकसद से यह नई सेवा की शुरूआत की है। रेलवे के इस आदेश के बाद दिव्यांगजनों को बार-बार मुख्य रेल मंडल के मुख्य कार्यालय
के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
यह
पोर्टल लाखों दिव्यांग यात्रियों के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा और उन्हें अब मंडल
कार्यालय में काउंटर्स पर खुद नहीं आना पड़ेगा। यह प्रणाली ई-टिकटिंग, आई-डी कार्ड जारी करने के लिए दिव्यांगजन यात्रियों
द्वारा आवेदन जमा करने की सम्पूर्ण प्रक्रिया का डिजिटलाइजेशन करने में मददगार साबित
होगी।
02Mar-2020
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