गुरुवार, 15 मार्च 2018

जल्द शुरू होगा द्वारका एक्सप्रेस-वे का निर्माण

दिल्ली-गुरुग्राम की1047 करोड़ से आसान होगी आवाजाही  
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
केंद्र सरकार ने भारतमाला परियोजना के तहत दिल्ली और गुरुग्राम के बीच वयस्तम यातायात की आसान और सुरक्षित आवाजाही कायम करने की दिशा में द्वारका एक्सप्रेस-वे निर्माण का प्रस्ताव किया था। इस परियोजना के तहत एनएचएआई ने हरियाणा में द्वारका एक्सप्रेस-वे के निर्माण के ठेके हेतु अनुबंध जारी कर दिया है।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार मंगलवार को भारतीय राष्‍ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने भारतमाला परियोजना के अंतर्गत ईपीसी मोड पर हरियाणा राज्य में बसाई आरओबी से लेकर एनएच-8–एसपीआर चौराहे तक द्वारका एक्‍सप्रेसवे के पैकेज-4 के लिए मेसर्स लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड ठेका दे दिया है।  मसलन एनएचएआई ने इस निर्माण कंपनी के साथ हुए अनुबंध पत्र (एलओए) को जारी कर दिया है। इस अनुबंध के तहत दिल्ली और गुरुग्राम के बीच आठ लेन वाले इस एक्सप्रेसवे (एनएच-248 बीबी) के निर्माण को 1047.007 करोड़ रुपये की लागत से ईपीसी मोड पर तैयार किया जाएगा। मंत्रालय के अनुसार सड़क के 8.77 किलोमीटर लंबे खंड का निर्माण की परियोजना में द्वारका एक्‍सप्रेसवे के मुख्य मार्ग (कैरेजवे) के लिए आठ लेन वाला एलि‍वेटेड ढांचा, मानेसर रोड के लिए ट्रम्पेट इंटरचेंज और एनएच 8–एसपीआर चौराहे से जुड़ा क्लोवरलीफ इंटरचेंज शामिल हैं। इस परियोजना को पूरा करने के लिए दो साल का समय का लक्ष्य तय किया गया है। जबकि इसके रख-रखाव अ‍वधि चार साल होगी है। इस परियोजना के तहत एक छोटे पुल को चौड़ा किया जाएगा, अतिरिक्त आरओबी, पांच वीयूपी एवं  बस स्‍टैंड के साथ छह बस डिपो का निर्माण किया जाएगा और चार जंक्‍शनों को बेहतर किया जाएगा।
आसान होगा सफर
मंत्रालय द्वारा वर्ष 2017 के अंत में स्वीकृत की गई 11 सड़क परियोजनाओं द्वारका एक्सप्रेसवे परियोयजना भी शामिल थी, जिसके लिए एनएचएआई को जनवरी से मार्च के बीच इस खासकर द्वारका एक्सप्रेसवे परियोजना के लिए चरणबद्ध निर्माण सबसे पहले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के द्वारका एक्सप्रेस-वे कार्य जल्द शुरू करने हेतु टेंडर की प्रक्रियाओं को पूरा करने के भी निर्देश दिये थे। इस परियोजना का मकसद दिल्ली से वाया गुरुग्राम जयपुर हाईवे पर वाहनों की व्यस्तम आवाजाही और यातायात की समस्या को दूर करना है। द्वारका एक्‍सप्रेसवे के इस खंड के विकसित होने के बाद दिल्‍ली एवं गुरुग्राम के बीच यातायात की निर्बाध एवं सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित हो सकेगी और वहीं मौजूदा दिल्‍ली-गुरुग्राम एक्‍सप्रेसवे में भीड़-भाड़ कम करने में मदद मिलेगी। सरकार का दावा है कि इससे न सिर्फ वाहन चालकों को सहूलियत मिलेगी, बल्कि इस आठ लेन एक्सप्रेस के किनारे बन रहे अपार्टमेंट व कमर्शियल कांप्लेक्स को भी फायदा पहुंचेगा।

ऐसे पूरी की जाएगी परियोजना
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय के अनुसार द्वारका एक्सप्रेसवे की परियोजना को पांच चरणों में कार्यान्वित किया जाएगा। इस परियोजना के तहत पहले चरण में 5.3 किलोमीटर सड़क का निर्माण शिव मूर्ति से लेकर आरयूबी के अलावा दूसरे चरण में 4.2 किलोमीटर सड़क निर्माण का काम आरयूबी से लेकर हरियाणा बॉर्डर तक होगा। जबकि तीसरे चरण में हरियाणा बोर्डर से बसाई आरओबी तक 10.2 किलोमीटर सड़क का निर्माण शामिल है। इस चौथे चरण में बसाई आरओबी से लेकर एनएच-8 पर एसपीआर चौराहे तक 8.77 किलोमीटर की आठ लेन की सड़क का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा पांचवे चरण में 5 किलोमीटर के निर्माण के तहत सुरंग के जरिए द्वारका एक्‍सप्रेसवे की कनेक्टिविटी वेस्‍टर्न एयरपोर्ट तक सुनिश्चित की जाएगी। दरअसल सरकार के सामने भूमि अधिग्रहण की बाधा को दूर करने के बाद एनएच-8 पर वाहनों का दबाव कम करने के मकसद पहले द्वारका एक्सप्रेस-वे के निर्माण की प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्णय लिया है।         
14Mar-2018

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