पूर्वोत्तर
राज्यों में बुनियादी विकास की बढ़ी रफ्तार
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
देश के
बुनियादी ढांचें को मजबूत बनाने की दिशा में सड़क, रेल, जलमार्ग और व्यापार की
दिशा में केंद्र सरकार ने पूर्वोत्तर के विकास को प्रमुखता देते हुए कई योजनाएं
पटरी पर उतारी हैं। सरकार ने असम के छोटे शहर जोजिगहोपा को देश का सबसे बड़ा ऑटो
हब बनाने की परियोजना शुरू की है, जहां जल्द ही एक मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क को
स्थापित किया जाएगा।
केंद्रीय
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के एक अधिकारी ने हरिभूमि को पूर्वोत्तर में
चलाई जा रही परियोजनाओं के बारे में बताया कि पूर्वोत्तर में पिछले चार सालों में
बुनियादी ढांचे और विकास संबन्धी परियोजनाओं में तेजी आई है। इसी के तहत मंत्रालय
ने असम के जोजिगहोपा शहर को साउथ-एशिया के नक्शे पर लाने की दिशा में हाल ही में
एक मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क स्थापित करने की करीब 272 करोड़ रुपये की
परियोजना को मंजूरी दी है, जिसके तहत यह छोटा शहर देश का सबसे बड़ा ऑटो हब के रूप
में पहचाना जाएगा। मसलन इस शहर में बनने वाले वाहनों की आपूर्ति देश के अलावा कई
देशों तक होगी। मंत्रालय के अनुसार भले ही
पूर्वोत्तर में असम का यह शहर छोटा होगा, लेकिन यहां से होने वाले व्यापार की धूम
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होगी, जिसमें उनका मंत्रालय इस शहर की कनेक्टिविटी में
सड़क, जलमार्ग और वायु परिवहन जैसी सभी सुविधाओं को पुख्ता करने में जुटा है। मसलन
जोजिगहोपा में रेलवे सिडिंग्स, कंटेनर टर्मिनल्स, वेयरहाउसिंग, नॉन कार्गो प्रोसेसिंग,
ट्रक टर्मिनल के साथ सभी मूलभूत और आवश्यक सुविधाएं मौजूद रहेंगी। मंत्रालय के
सूत्रों ने बताया कि देश में प्रस्तावित 35 मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्को की
स्थापना के प्रस्ताव में जोजिगहोपा की इस परियोजना को खुद केंद्रीय सड़क परिवहन
मंत्री नितिन गडकरी ने पूर्वोत्तर के विकास के रूप में सर्वोच्च प्राथमिकता में
शामिल किया है।
दो चरणों में पूरी होगी परियोजना
मंत्रालय
के सूत्रों ने बताया कि इसके लिए बनाई गई मेगा परियोजना को बुनियादी ढांचा और संसाधनों
की हर जरूरत को पूरा करने की दिशा में अत्याधुनिक तकनीक के इस्तेमाल के साथ आधुनिकता
के माहौल के तहत पूरा किया जाएगा। इस परियोजना को एशियन डेवलपमेंट बैंक द्वारा विकसित
कराया जा रहा है, जहां विशेष बहुउद्देय वाहनों की उपलब्धता होगी। इस परियोजना को
दो चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में इस परियोजना पर 155.46 करोड़ रुपए खर्च
तथा दूसरे चरण में 115.88 करोड़ रुपए खर्च करने बजट तय किया गया है। गया है। इससे
पहले मंत्रालय ने इस परियोजना का अध्ययन कराने के बाद डीपीआर को अंतिम रूप देकर इस
परियोजना को जल्द शुरू करने का फैसला किया है।
भारत-बांग्लादेश से होगा करार
मंत्रालय
के अधिकारी का कहना है कि इस परियोजना का मकसद पूर्वोत्तर आर्थिक गलियारे की तर्ज
पर किया जा रहा है, जिसकी अंतर्राष्ट्रीय
कॉरिडोर के साथ कनेक्टिविटी होगी। मंत्रालय की पहले से ही मंजूर महत्वपूर्ण
परियोजना ‘भारतमाला’ में भी इस परियोजना की अहम भूमिका होगी। सड़क परिवहन मंत्रालय
जल्द ही इस संबन्ध में भारत और बांग्लादेश के बीच प्रस्तावित एक समझौता ज्ञापन पर
हस्ताक्षर करेगा, जिसके तहत डालू-तुरा-गोलपारा-गुलेपू मल्टी मोडल संपर्क मार्ग को जल्द
तैयार किया जा सकेगा, जो इस परियोजना के लिए जोजिगहोपा रूट के रूप में मददगार
साबित होगा।
04Mar-2018
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें