शनिवार, 10 मार्च 2018

संसद: हंगामे की भेंट चढ़ी पूरे सप्ताह की कार्यवाही


दोनों सदनों में नहीं हो सके प्रश्नकाल व शून्यकाल
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में पहले सप्ताह की कार्यवाही दोनों सदनों में पीएएनबी घोटाले समेत विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गई। लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में ही प्रश्नकाल व शून्यकाल तक नहीं हो सके। वहीं लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने उम्मीद जताई कि सरकार और विपक्ष के बीच जारी तकरार को दूर करने के प्रयास भी किये जा रहे हैं।
संसद के बजट सत्र में दूसरे चरण के तहत लोकसभा में शुक्रवार को लगातार पांचवें दिन भी बिना किसी कामकाज और विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गया। लोकसभा में सुबह कार्यवाही शुरू होते ही तमिलनाडु में पेरियार की प्रतिमा के साथ कथित छेड़छाड़ किए जाने, आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जे की मांग और पीएनबी धोखाधड़ी मामले सहित विभिन्न मुद्दों पर अन्नाद्रमुक, तेदेपा, कांग्रेस और टीमएसी के सदस्यों ने आसन के करीब आकर हंगामा शुरू कर दिया, वहीं एआईएडीएमके पार्टी के सांसदों ने कावेरी नदी विवाद को लेकर बोर्ड के गठन की मांग को लेकर हंगामा किया। इस हंगामे के कारण लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही को पहले 12 बजे तक और फिर यही स्थिति रहने पर पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया। 
राज्यसभा में भी बरपा हंगामा
उच्च सदन में शुक्रवार को सुबह कार्यवाही शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू की अनुमति से आवश्यक दस्तावेज सदन पटल पर रखे गये। इसके बाद उन्होंने जैसे ही शून्यकाल शुरू करने का ऐलान किया, तो सदन में विपक्षी दलों ने अपने-अपने मुद्दो को लेकर हंगामा शुरू हो गया। इस हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही को दोपहर ढाई बजे तक स्थगित कर दी गई। दो बजे फिर सदन की बैठक शुरू होने पर कांग्रेस, तेदेपा और अन्नाद्रमुक के सदस्यों ने आसन के समीप आकर नारेबाजी शुरू कर दी। इस बीच कांग्रेस के प्रमोद तिवारी ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुये उपसभापति से पीएनबी घोटाला मामले पर चर्चा की मांग की। इस पर कुरियन ने तिवारी से कहा कि वह नारेबाजी कर रहे अपनी पार्टी के सदस्यों को उनके स्थान पर लौटने के लिये कहें, तब उन्हें बोलने की अनुमति दी जायेगी। कुरियन ने नारेबाजी कर रहे सदस्यों से सदन की कार्यवाही होने देने का अनुरोध करते हुए कहा कि सदस्यों द्वारा उठाये जा रहे सभी मुद्दों पर चर्चा कराने को तैयार हैं, बशर्ते सदन की कार्यवाही सुचारू होने दी जाए। नारेबाजी बंद नहीं होने पर कुरियन द्वारा सदन की कार्यवाही सोमवार को 11 बजे तक के लिये स्थगित कर दिया गया। उच्च सदन में शुक्रवार को भी शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो सका। इस पहले सप्ताह में केवल महिला दिवस पर एक घंटा की चर्चा जरूर हुई, लेकिन अन्य कोई कामकाज नहीं हो पाया है।
संसद में गतिरोध का हल निकालेंगे: सुमित्रा
संसद सत्र के दौरान पूरे सप्ताह कार्यवाही हंगामे की भेंट चढ़ने के बीच लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि संसद चर्चा के लिये है और शोर शराबे से किसी मुद्दे का हल नहीं निकल सकता। उन्होंने उम्मीद जताई कि सभी दल इस बारे में बैठक कर जल्द ही कोई समाधान निकाल लेंगे। सुमित्रा महाजन ने यहां संवाददाताओं से कहा कि संसद चर्चा के लिये है। अगर वह कोई विषय नहीं उठाने दें, तब कोई सवाल उठ सकता है। लेकिन वह तो लगातार सदन में चर्चा के लिये कह रही हैं। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने एक बार सभी दलों के साथ बैठक भी की और उनसे कहा कि आप भी चाहते हैं कि हल निकले लेकिन वह हल शोर शराबे से नहीं निकल सकता। इस बारे में बैठकर ही हल निकाला जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोई सदस्य जिस नियम के तहत बात रखना चाहे, जरूरी नहीं है कि वह उन्हें उसी रूप में अनुमति दे दें। इस बारे में सभी पक्षों का ध्यान रखना जरूरी है।
10Mar-2018


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