मंगलवार, 31 जनवरी 2017

गरीबों व वंचितों का विकास सरकार का लक्ष्य: प्रणब

राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ शुरू हुआ बजट सत्र
ओ.पी. पाल.
नई दिल्ली।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के संयुक्त सदन में अभिभाषण के साथ संसद का बजट सत्र शुरू हो गया है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि ‘सबका साथ-सबका विकास’ में सरकार का मुख्य लक्ष्य गरीबों, पीड़ितों, दलितों और वंचितों का मुख्य विकास करना है। वहीं उन्होंने मोदी सरकार के विमुद्रीकरण(नोटबंदी) के फैसले को कालाधन, भ्रष्टाचार, जाली मुद्रा और आतंकवादियों के फंडिंग के खिलाफ साहसिक कदम करार दिया।
संसद के मंगलवार को शुरू हुए बजट सत्र की शुरूआत केंद्रीय कक्ष में संयुक्त सदन की बैठक में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के अभिभाषण से हुई। अभिभाषण के दौरान मुखर्जी ने कहा कि सरकार के सबका साथ-सबका विकास के लक्ष्य में देश के गरीबों और दबे कुचलों का विकास करना है, जिसके लिए केंद्र सरकार ने अनेक ऐतिहासिक और साहसिक निर्णय लिये हैं। उन्होेंने कहा कि सरकार के आव्हान पर 2.2 करोड़ लोगों के गैस सब्सिडी छोड़ने से भी गरीबों का विकास होगा। उन्होंने कहा कि मुद्रा योजना के जरिए लोगों को लोन मिले और 26 करोड़ जनधन अकाउंट खोले गए। एक लाख बैंक मित्रों की नियुक्ति की गई। गरीबों के लिए पीएम आवास योजना चलाई। 13 करोड़ गरीब सामाजिक सुरक्षा योजना से जुड़े। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने का काम देश की अर्थव्यवस्था का हिस्सा है और सरकार जल्द ही देशभर में आधार पेमेंट सिस्टम शुरू करेगी।
नोटबंदी साहसिक निर्णय
उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा कालेधन, भ्रष्टाचार, जाली मुद्रा और आतंकवादियों के लिए धन मुहैया कराने की बुराईयों पर अंकुश लगाने के लिए नोटबंदी के फैसलें को भी खासकर गरीबों के हित में साहसिक निर्णय का जिक्र किया। कालेधन के खिलाफ सरकार द्वारा एसआईटी का गठन करने, कालाधन(अज्ञात विदेश आय तथा परिसंपत्ति) तथा कर अधिनियम-2015 का अधिरोपण तथा बेनामी संव्यवहार प्रतिषेध संशोधन अधिनियम-2016 पारित कराने के लिए सिंगापुर, साइप्रस और मॉरिशस के साथ संधियों में संशोधन करने का मकसद भी यही बताया और कहा कि ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना’ के लिए कराधान संशोधन अधिनियम पारित करने से कालेधन के खिलाफ एक नितिगत बड़ी पहल की गई है।
देश बदलने वाले निर्णय
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण के दौरान सांसदों को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार द्वारा उठाए गये कदमों का जिक्र करते हुए कहा कि स्वच्छ भारत मिशन जनआंदोलन बनाना, हर बेघर को घर देने का संकल्प, 2022 तक सभी को पक्के आवास देने का लक्ष्य,उज्ज्वला योजना में 37 प्रतिशत अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग को लाभ देना, सरकारी योजनाओं से किसानों को फायदा देना, पीएम फसल बीमा से किसानों को लाभ देना, सातवें वेतन आयोग से 50 लाख कर्मचारियों को फायदा देना, पहली बार 3 लड़ाकू महिला पायलट बनने का मौका देना, रोजगार बढ़ाने के लिए 6000 करोड़ का बजट उपलब्ध कराना, पूर्वोत्तर की सभी छोटी रेल लाइनों को बड़ी लाइनों में बदलने की योजना के अलावा सभी गांवों को सड़कों से जोड़ने के लक्ष्य में गांवों में अब तक 73 हजार किलोमीटर सड़कें बनाने का स्वागत किया। उन्होंने सरकार द्वारा कई देशों के साथ रिश्ते सुधारने की नीति को भी देशहित में बताया।

नारी शक्ति की ताकत बढ़ी
राष्ट्रपति ने नारी शक्ति को केंद्र सरकार के लिए नारी शक्ति विकास यात्रा का आतंरिक हिस्सा करार दिया, जिसमें उन्होंने पीवी सिंधू, साक्षी मलिक और दीपा करमाकर के खेलों में प्रदर्शन को नारी की शक्ति का प्रमाण बताया। वहीं ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ योजना समेत कामकाजी महिलाओं को मातृत्व अवकाश जैसे कदमों को भी नारी शक्ति की विकास यात्रा का हिस्सा करार दिया। सरकार की स्टैंड-अप पहल के जरिए सरकार की योजना ढाई लाख एससी, एसटी और महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने के अलावा पहली बार 3 लड़ाकू महिला पायलट बनने का मौका देना नारी शक्ति को प्रोत्साहन देने का कदम है।
विभिन्न क्षेत्रों को प्रोत्साहन
उन्होेंने कहा कि सरकार द्वारा दीन दयाल अंत्योदय योजना के अंतर्गत 16 हजार करोड़ को एसएचजी की सुविधा दी गई है। किसानों के लिए सरकार ने 5.6 करोड़ लोन के माध्यम से प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत 2 लाख करोड़ दिए गए। किसानों का जीवन स्तर सुधारने के लिए सरकार के विभिन्न कदम उठाए हैं। दालों की बढ़ती कीमत चिंता का विषय थी जिसके बाद सरकार ने उचित कदम उठाते हुए इसे नियंत्रण में लिया। इंद्रधनुष योजना के अंतर्गत बच्चों को बीमारियों से बचाने के लिए टीके लगाए जा रहे हैं। दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के अंतर्गत 11000 से भी ज्यादा गांवों में बिजली पहुंचाई गई। पीएम फसल बीमा से किसानों को लाभ पहुंचा है। खरीफ की फसल में 6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। सरकार द्वारा वंचित 11 हजार गांवों में बिजली पहुंचाई गई है। राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि देशभर में 3 करोड़ शौचालय का निर्माण किया गया। दिव्यांगो के लिए आरक्षण बढ़ाकर 4 फीसद किया गया। 6 लाख दिव्यांगों को नौकरी देने का सरकार का लक्ष्य है। राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि देशभर में 3 करोड़ शौचालय का निर्माण किया गया। दिव्यांगो के लिए आरक्षण बढ़ाकर 4 फीसद किया गया। 6 लाख दिव्यांगों को नौकरी देने का सरकार का लक्ष्य है।
युवाओं का कौशल विकास
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा कि सरकार द्वारा एक लाख बैंक मित्रों की नियुक्ति की गई। 11 हजार गांवों में बिजली पहुंचाई गई। सरकार 4 साल में एक करोड़ युवाओं को कौशल विकास से जोड़ा जाएगा। स्किल डेवलपमेंट के लिए कई योजनाएं चल रही हैं। युवाओं के कौशल के लिए 24 हजार करोड़ खर्च किए गए। सीनियर सिटिजंस के लिए 8 फीसद ब्याज दर तय की गई है। नौकरीपेशा लोगों के लिए यूएएन नंबर खोला। 55 लाख लोगों को ये नंबर दिया गया। संसद और विधानसभा के चुनाव एकसाथ कराने के लिए रचनात्मक बहस चलाएंगे।
सर्जिकल स्ट्राईक बड़ा कदम
प्रणब मुखर्जी ने कहा कि आतंक के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक से आतंकी अड्डे तबाह किए गए। जम्मू कश्मीर प्रायोजित आतंक का शिकार है। राष्ट्रपति ने सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने इस सफल तरीके से निभाया। उन्होंने कहा कि देश पिछले 40 साल से आतंकबाद से जूझ रहा है। राष्ट्रपति ने कहा कि आतंक को हराने के लिए हम दुनिया के साथ हैं। उन्होंने कामयाब सर्जिकल स्ट्राइक पर सेना की तारीफ की।
01Feb-2017

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें