बुधवार, 4 जनवरी 2017

‘मोटरसाइकिल’ की जुगत में अखिलेश यादव?

चुनाव आयोग के पाले में सपा की ‘साइकिल’
ओ.पी. पाल
. नई दिल्ली।
उत्तर प्रदेश चुनाव में प्रत्याशियों के टिकटों को लेकर जारी सपा कुनबे की जंग में जारी प्रयासों के बावजूद यदि कोई सुलह न हो पाई तो मुलायम गुट पर भारी पड़ते नजर आ रहे अखिलेश गुट ‘मोटरसाइकिल’ के चुनाव चिन्ह लेने का प्रयास करेंगे। इसकी योजना अखिलेश गुट ने इस आशंका से तैयार की है कि सपा और उसके चुनाव चिन्ह ‘साइकिल’ पर केंद्रीय चुनाव आयोग में दोनों गुटों द्वारा पेश किये गये दावों की सुनवाई और उसके फैसले में लंबा समय लगना तय है और चुनाव आयोग चुनाव चिन्ह ‘साइकिल’ पर फिलहाल रोक लगा सकता है।
चुनाव आयोग में पहुंचे सपा के दोनों गुटों के दावों पर फैसला करने वाले चुनाव आयोग द्वारा सपा के चुनाव चिन्ह ‘साइकिल’ पर रोक लगाने की संभावनाएं अधिक हैं, जिसके लिए चुनाव आयोग पहले ही कह चुका है कि इसके निपटारे की प्रक्रिया कई माह तक चल सकती है। जबकि यूपी में विधानसभा चुनाव सिर पर हैं और एक-दो दिन में ही चुनाव का ऐलान होने वाला है तो ऐसे में अखिलेश गुट ने जो योजना तैयार की है उसकी अटकलों के तहत अखिलेश गुट ‘साइकिल’ न मिलने की स्थिति में चुनाव आयोग से ‘मोटरसाइकिल’ चुनाव चिन्ह के तौर पर हासिल करने की मांग कर सकता है, जिसके लिए अखिलेश गुट द्वारा योजना बनाने की खबर है। सूत्रों के अनुसार सपा के इस दंगल में अखिलेश खेमा मुलायम सिंह यादव गुट पर भारी पड़ रहे हैं, हालांकि अखिलेश मुलायम के प्रति सम्मान की दुहाई देने से भी नहीं थक रहे हैं। वहीं विपक्षी दलों का दावा है कि यह परिवारिक विवाद अखिलेश को सिरमौर बनाने के लिए एक नाटक खेला जा रहा है, क्योंकि मुलामय सिंह के सभी आदेशों पर फर्जी हस्ताक्षर होने की खबर भी सुर्खियों में हैं।
चुनाव आयोग में ऐसे शुरू होगी सुनवाई
चुनाव आयोग के सूत्रों की माने तो वह सपा व उसके चुनाव चिन्ह का निपटारा करने के लिए दोनों पक्षों की दलील सुनी जाएगी, जिसके पास एक राजनीतिक दल की मान्यता के अनुरूप सबूत होंगे और बहुमत होगा, सपा और उसका चुनाव चिन्ह उसी को दिया जाएगा। यह भी दिगर है कि इस मामले की सुनवाई आयोग का कोई सदस्य नहीं बल्कि पूरा आयोग करेगा, लेकिन इसमें कुछ महीनों का समय लग सकता है। सूत्रों के मुताबिक इस तरह के मामलों में फैसला सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों के अनुसार किया जाएगा, जिसमें सभी पहलुओं को परखा जाएगा। चुनापव आयोग के अनुसार इस विवाद का फैसला आने तक सपा के चुनाव चिन्ह ‘साइकिल’ पर रोक रहेगी। मसलन यूपी में होने वाले चुनाव में सपा का कोई भी गुट ‘साइकिल’ चुनाव चिन्ह पर चुनाव नहीं लड़ पाएगा। मसलन सपा के दोनों गुट वैकल्पिक रूप से अलग-अलग चुनाव चिन्ह चुन सकते हैं। ऐसे में सपा के दोनों गुटों के लिए ही बड़ा झटका लगने की संभावना है।
04Jan-2017

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