
चर्चा के दौरान सरकार ने कांग्रेस को किया बेनकाब
भ्रष्टाचार से किसे हुआ फायदा, यही देश की पुकार: पर्रिकर
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
राज्यसभा
में अगस्ता वेस्टेलैंड डील के मुद्दे पर गरमा-गरम बहस हुई, जिसमें सरकार
की ओर से कांग्रेस को बेनकाब करने का प्रयास किया गया। रक्षा मंत्री मनोहर
पार्रिकर ने कहा कि हेलीकॉप्टरों डील में घूसखोरी को किस-किसको फायदा हुआ,
यह देश जानना चाहता है।
राज्यसभा में बुधवार को इस मुद्दे पर हुई
गरमा-गरम चर्चा का जवाब देते हुए रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर ने कहा कि
हेलीकाप्टरों की डील कांग्रेस के बचाव में आए बयानों खासकर अभिषेक मनु
सिंघवी पर पलटवार करते हुए कहा कि बिना पुख्ता जानकारी के एक वकील केस नहीं
जीत सकता है। पर्रिकर ने कहा कि उनके पास जानकारी का अभाव है, लेकिन वे
वकील अच्छे हैं। रक्षामंत्री पर्रिकर ने कहा कि मार्च 2005 के बाद से एक ही
कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए सौदे की शर्तें बदली गईं। उन्होंने कहा कि
2012 में पहली रिपोर्ट में डील पर सवाल उठे और 2014 में सरकार ने कंपनी पर
कदम उठाना शुरू किया। पर्रिकर ने कहा कि सारे तथ्य कैग रिपोर्ट पर आधारित
है। रक्षा मंत्री ने कहा कि यह सही है कि मार्च 2003 में पीएमओ ने बदलाव
किया, क्योंकि सिर्फ एक ही कंपनी रेस में हो गई थी। उन्होंने कहा कि सौदे
में भ्रष्टाचार हुआ है और इससे किसका फायदा हुआ यह पता लगाया जाना चाहिए,
क्योंकि यह देश की जनता को जानने का अधिकार है। पर्रिकर ने यूपीए सरकार
द्वारा कंपनी को कई और शर्तों में दी गई ढील और भ्रष्टाचार के कई तथ्यों को
उजागर करते हुए कांग्रेस को बेनकाब करने का भी प्रयास किया। इससे पहले दो
बजे उच्च सदन में भाजपा सांसद भूपेन्द्र यादव ने चर्चा की शुरूआत की। इस
मुद्दे पर चर्चा के लिए भाजपा सांसद भूपेन्द्र यादव, प्रभात झा, मेघराज
जैन,सुब्रमण्यम स्वामी आदि ने सदन में संक्षिप्त अवधि की चर्चा के लिए
नोटिस दिया है।
बचाव में उतरे एंटनी
चर्चा के
दौरान अगस्तावेस्टलैंड मामले में राज्यसभा में पूर्व रक्षामंत्री एके एंटनी
ने कहा कि यूपीए सरकार पहले दिन से डिफेंस में किसी प्रकार का भ्रष्टाचार
को रोकने के लिए सजग थी। उन्होंने कहा कि यूपीए-1 सरकार प्री कान्ट्रैक्ट
इंटीग्रिटी पैक्ट लेकर आई, जिसमें वह गोपनीय रिकार्ड का जिक्र नहीं कर
सकते। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने पहली छह बड़ी अंतरराष्ट्रीय कंपनियों
को ब्लैकलिस्ट करने का काम किया। एंटनी ने इस मुद्दे में कांग्रेस को बचाने
के प्रयास में पर्वू की एनडीए कार्यकाल के निर्णय पर दोष मंढा। एंटनी ने
कहा कि वे इस मुद्दे पर जेपीसी के लिए भी तैयार है।
भावुक हुए अहमद पटेल
कांग्रेस
अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार और राज्यसभा सांसद अहमद पटेल ने
अपने ऊपर लग रहे आरोपों का राज्यसभा में जवाब देते हुए भावुक हो गए।
उन्होंने कहा कि इटली कोर्ट के आदेश में चार बार मेरा नाम आया है। आदेश में
मेरे खिलाफ या हमारे किसी लीडर के खिलाफ कोई आरोप नहीं लगे हैं। कहीं पर
भी यह नहीं कहा गया कि इन लोगों ने घूस ली है। कांग्रेस की ओर से
अगस्तावेस्टलैंड मुद्दे पर भाजपा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी के हमले का
जवाब देते हुए कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि सदन में जो हो रहा है
पिछले कुछ दिनों से वह मिथ्या प्रचार हो रहा है जो केवल राजनैतिक प्रतिशोध
नहीं है, बल्कि लोगों को गुमराह करने का काम है।
स्वामी ने पढ़ी बिचौलिए की चिठ्ठी
राज्यसभा
में भाजपा सांसद स्वामी ने कहा कि सीबीआई को उन लोगों से पूछताछ करना
चाहिए जिन लोगों का घोटाले में नाम है। राज्यसभा में स्वामी ने कहा कि एक
पत्र का जिक्र जब वह करते हैं तो उसे कार्यवाही से हटा दिया जाता है।
राज्यसभा में स्वामी ने बिचैलिए की चिट्ठी पढ़ी। इस दौरान राज्यसभा में
हंगामा हो गया इस बीच कांग्रेस ने जब उनसे इटली कोर्ट के फैसले की सत्यापित
कॉपी पेश करने को कहा तो स्वामी ने आक्रमकता के साथ तपाक से कहा कि पहले
सिंघवी सत्यापित कॉपी दें फिर वह रखेंगे।
ऐसे बौखलाई कांग्रेस
अगस्ता
वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर डील में कथित रिश्वतखोरी के मामले में
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने रक्षा सौदों पर बोलने खड़े हुए तो कांग्रेस
सदस्य बौखला गये ओर सदन में हंगामा करना शुरू कर दिया, जिसके बाद चर्चा की
शुरूआत करके भाजपा सांसद भूपेन्द्र यादव ने मामला संभाला और इस मुद्दे पर
चर्चा की शुरूआत की।
आंधियों से कह दो अपनी औकत में रहें
इसके
बाद कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने शायरी के रूप में सत्ता पक्ष को
कांग्रेस के इरादे बता दिए। उन्होंने कहा कि शाखों से टूट जाए वो पत्ते
नहीं हैं हम, आंधियों से कह दो अपनी औकत में रहें।
पहले जांच करवानी जरूरी: मायावती
चर्चा
में हिस्सा लेते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि जब इस मामले में जांच
करवाई जाती और जांच में जो तथ्य सामने आते, उसके बाद होती चर्चा तो ज्यादा
उचित होता।
तिल का ताड़ न बनाएं: रामगोपाल
सपा
सांसद रामगोपाल यादव ने कहा कि कारगिल की लड़ाई में वही बोफोर्स ही काम आया
था। अगस्तावेस्टलैंड में जैसे जानकारी सामने आई थी सौदा रद्द कर दिया गया
था। उन्होंने अपील की है कि तिल का ताड़ बनाने की आवश्यकता नहीं है।
मामले में दम नहीं: शरद
जदयू
सांसद शरद यादव ने कहा कि जो बात अभिषेक मनु सिंघवी ने कही है उसे वह
दोहरायेंगे नहीं, लेकिन सरकार के पास फोर्स, सीबीआई, ईडी जैसे सब तंत्र हैं
जांच करवा लेनी चाहिए। इस मामले में उन्हें कोई दम नहीं लगता। सरकार जब बन
जाए तो आपका काम है एक्ट करना।
05May-2016
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