मंगलवार, 31 मई 2016

सड़क व रेल क्षेत्र के बुनियादी ढांचे से संतुष्ट मोदी

प्रधानमंत्री ने की बुनियादी ढांचा प्रगति की समीक्षा
हरिभूमि ब्यूरो.
नई दिल्ली।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में विकास के एजेंडे को पूरा करने के लिए बुनियादी ढांचों को मजबूत करने के लिए ताबड़तोड़ चलाई जा रही सड़क और रेल परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। इन दोनों क्षेत्रों की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए मोदी ने इसकी रफ़्तार को तेज करने पर बल दिया।
सूत्रों के अनुसार देश में सड़कों के निर्माण की परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए प्रधानमंत्री ने सड़क क्षेत्र की प्रगति में पाया कि 2015-16 के दौरान 6000 किलोमीटर से भी अधिक राजमार्गों के कार्य को पूरा किया गया और इसी अवधि के दौरान 10,098 किलोमीटर के निर्माण के लिए ठेके दिए गए। प्रधानमंत्री ने पूरे देश में सड़क विकास के विभिन्न मॉडलों का अध्ययन करने और सर्वोत्तम प्रक्रियाओं को अपनाने की जरूरत पर जोर दिया, ताकि राजमार्ग निर्माण क्षेत्र में अधिक से अधिक निवेश लाया जा सके। उन्होंने महत्वपूर्ण हिस्सों में भीड़ कम करने और टोल वसूली के लिए नवीनतम प्रौद्योगिकियों को अपनाने की जरूरत पर भी बल दिया। खासकर सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए सरकार की सुरक्षा प्राथमिकता के आधार पर तकनीक का प्रयोग करने पर भी बल दिया।
रेलवे में 65 फीसदी बढ़ा निवेश
सूत्रों के अनुसार रेलवे क्षेत्र की चलाई गई परियोजनओं में प्रगति की समीक्षा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने पाया कि इस क्षेत्र में 2015-16 के दौरान 93,000 करोड़ रुपये से अधिक का पूंजी निवेश हुआ है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 65 प्रतिशत की भारी वृद्धि दर्ज की गई है। इस बात से संतुष्टि जताई कि यह आज तक का सबसे अधिक पूंजी निवेश है। इसी प्रकार 2015-16 के दौरान 1780 किलोमीटर लाइनें शुरू हुईं और 1730 किलोमीटर का विद्युतीकरण हुआ, जो रेलवे के इतिहास में इन क्षेत्रों में हुए सबसे अच्छे प्रदर्शन को दशार्ता है। प्रधानमंत्री ने रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की गति बढ़ाए जाने की जरूरत पर जोर दिया और उन्होंने रेलवे से इस संबंध में अपनी महत्वाकांक्षा के स्तर को बहुत ऊंचा उठाने के लिए आग्रह किया। उन्होने रेलवे के उन्नयन और उसके बुनियादी ढांचे के उपयोग में विविधता लाने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में रेलवे के बुनियादी ढांचा का कौशल विकास जैसी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है और इससे रेवले के गैर-किराया राजस्व में वृद्धि हो सकती है।
31May-016

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