बुधवार, 4 मई 2016

तृणमूल कांग्रेस ने ऐसे उठाए व्यवस्था पर सवाल!

नाराजगी जाहिर कर किया राज्यसभा से वाकआउट
हंगामा करने वाले कांग्रेस सदस्यों पर नहीं हुई कार्रवाई
सुखेंदु राय को एक दिन के लिए किया था निलंबित
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
राज्यसभा में अगस्ता वेस्टर्लैंड मुद्दा उठाने पर तृणमूल कांग्रेस ने अपनी पार्टी के सांसद सुखेंदु शेखर राय को सदन की कार्यवाही से निलंबित करने पर नाराजगी जताई और सदन को बाधित करने में शामिल कांग्रेस के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई न करने पर सवाल खड़े किये। इसी कारण तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने सदन की कार्यवाही का बहिष्कार करके वाकआउट किया।
मंगलवार को उच्च सदन की कार्यवाही शुरू होते ही तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि सोमवार को सभापति हामिद अंसारी ने उनके पार्टी सहयोगी राय के विरूद्ध नियम 255 लागू करते हुए उनसे पूरे दिन के लिए सदन से बाहर जाने को कहा था। उन्होंने कहा कि राय ने जो भी मुद्दा उठाया, वह अपनी सीट से ही उठाया और वह एक बार भी अपने स्थान से अन्यत्र नहीं गए। जबकि डेरेक ने इस कार्यवाही पर सवाल उठाने के साथ व्यवस्था देने की मांग करते हुए कहा कि राज्यसभा के बुलेटिन में राज्यसभा के नियमों का घोर उल्लंघन करने और सदन में अव्यवस्था उत्पन्न करने के लिए कांग्रेस के 33 सदस्यों के नाम सूचीबद्ध हैं, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई। इस व्यवस्था पर डेरेक ने सदन में कहा कि हम बेहद दुखी हैं और राज्यसभा से वाकआउट कर रहे हैं। हालांकि इस पर उप सभापति पीजे कुरियन ने कहा कि सोमवार को सभापति ने व्यवस्था दी थी और वह इस पर कुछ नहीं कह सकते। उन्होंने कहा कि सभापति की व्यवस्था पर न तो सवाल उठाया जा सकता है और न ही उस पर चर्चा की जा सकती है।
व्यवस्था पर खड़े सवाल
उन्होंने कहा कि क्या यह संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन नहीं है। संविधान का अनुच्छेद 14 सबको कानून के समक्ष समानता का अधिकार देता है। टीएमसी के डेरेक ने कहा कि जब 33 सदस्य आसन के समक्ष थे, तो अपनी सीट से अपनी बात कहने वाले राय के खिलाफ कार्रवाई करना व्यवस्था का प्रश्न खड़ा कर रहा है। गौरतलब है कि कांग्रेस सदस्यों ने सोमवार को गुजरात सरकार की कंपनी जीएसपीसी द्वारा केजी बेसिन गैस परियोजना में संसाधनों का कथित दुरूपयोग किए जाने पर चर्चा की मांग करते हुए सदन में नारेबाजी की थी। सुखेन्दु शेखर राय सोमवार को जब सदन में अगस्ता वेस्टलैंड सौदे से जुड़ा मुद्दा उठा रहे थे तभी सभापति ने उनके खिलाफ नियम 255 लागू करते हुए उन्हें पूरे दिन के लिए सदन से बाहर जाने का आदेश जारी कर दिया गया था।
ये कांग्रेसी सदस्य भी थे दायरे में
राज्यसभा को सोमवार को हंगामा करके सदन की कार्यवाही को बाधित करने वालों में टीएमसी के सुखेंदु शेखर राय के अलावा कांग्रेस के जिन 33 सदस्यों को सूचीबद्ध किया गया है उनमें मधुसूदन मिस्त्री, वी हनुमंत राव, रानी नाराह, रजनी पाटिल, पी भट्टाचार्य, महेंद्र सिंह माहरा, एस कुजूर, प्रमोद तिवारी, मोहम्मद अली खान, अश्क अली टाक, रिपुन बोरा, भुवनेश्वर कलीता, विप्लव ठाकुर,विजय लक्ष्मी साधो, राज बब्बर, रेणुका चौधरी, प्रवीण राष्ट्रपाल, संजय सिंह, परवेज हाशमी, पीजी रेड्डी, शांताराम नाइक, वानसुक सियाम, पीएल पुनिया, नरेंद्र बुढ़ानिया, जेसुदासु सीलम, रंजीब बिस्वाल, रोनाल्ड सापा तलाउ, आॅस्कर फर्नाडिज, सत्यव्रत चतुवेर्दी,केवीपी रामचंद्र राव, शमशेर सिंह दुल्लो, ईएम सुदर्शन नचिअप्पन और हुसैन दलवई शामिल हैं। बुलेटिन में कहा गया है कि ये सदस्य आसन के समक्ष आकर नारेबाजी करने लगे और जानबूझकर सदन की कार्यवाही बार बार बाधित की, जिसके कारण आसन को बैठक बार बार स्थगित करना पड़ा।
04May-2016



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