बुधवार, 6 जुलाई 2016

अनुभव, युवा जोश और टैलेंट का सम्मान

बारहवीं पास से कैंसर स्पेशलिस्ट तक बने मोदी के मंत्री
मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट का विस्तार किया गया जिसमें 19 नए राज्य मंत्रियों को शपथ दिलवाई गई। मोदी सरकार के 20 महीने बाद मंगलवार को हुए दूसरे कैबिनेट का विस्तार करते समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनकी प्रतिभा और शिक्षा को ध्यान में रखा है। नए शामिल किए गए मंत्रियों में कई अलग-अलग विषयों में एक्सपर्ट हैं। इनमें एक कैंसर सर्जन, एक संविधान विशेषज्ञ, एक एग्रीकल्चर एक्सपर्ट, एक पूर्व कुलपति, और एक पूर्व आईएएस को शामिल हैं। मोदी ने कास्ट और रिलीजन पर ज्यादा फोकस करने के बजाए काम और टैलेंट पर ज्यादा ध्यान दिया। इनमें 12वीं पास से लेकर कैंसर स्पेशलिस्ट तक शामिल हैं। जो राज्य मंत्री बनाए गए हैं उनमें से कोई पत्रकार रहा है तो किसी ने सरकारी नौकरी छोड़कर राजनीति में कदम रखा है। कोई कैंसर स्पेशलिस्ट है तो कोई कलेक्टर रह चुका है। नए चेहरों के चयन में शिक्षा को महत्व दिया गया है।
नए मंत्रिमंडल में ये हैं एक्सपर्ट
एग्रीकल्चर: गुजरात से मनसुख मंडाविया मंत्री बने हैं। वे एग्रीकल्चर मामलों के एक्सपर्ट माने जाते हैं।
प्रशासन: अर्जुनराम मेघवाल आईएएस रहे हैं।
एजुकेशन एवं प्रशासन: सांसद सीआर चौधरी मंत्री बने हैं। वे बमिर्ंघम यूनिवर्सिटी के पासआउट हैं। मेवाड़ यूनिवर्सिटी के वीसी रहे हैं। वे आरएएस के ऑफिसर रहे हैं।
साइकोलॉजी: अनुप्रिया पटेल ने दिल्ली के र्शीराम कॉलेज से साइकोलॉजी में डिग्री ली है। अनुप्रिया ने एमबीए भी किया है।
एनवायरमेंट:अनिल माधव दवे राइटर और एनवायरमेंट मामलों के एक्सपर्ट हैं।
मेडिकल: सुभाष राम राव भामरे जानेमाने कैंसर सर्जन हैं। टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल में लंबे वक्त तक रहे। बाद में सांसद बने।
पॉलिसी: पॉलिटिकल एक्सपर्ट: एमजे. अकबर र्जनलिस्ट हैं। उन्हें फॉरेन पॉलिसी का जानकार माना जाता है। वे पॉलिटिकल एनालिस्ट भी हैं।
संविधान: पीपी. चौधरी मंत्री बनाए गए हैं। वे कॉन्सटीट्यूशन एक्सपर्ट भी हैं।
75 प्लस कोई नहीं
मोदी सरकार में उम्र भी एक बड़ा फैक्टर था। मोदी ने 75 साल से ऊपर के किसी नेता को मंत्री नहीं बनाया। हालांकि, नजमा हेपतुल्ला और कलराज मिर्श को 75 प्लस होने के बावजूद कैबिनेट में बरकरार रखा है। सूत्रों के मुताबिक, मोदी ने पहले ही साफ कर दिया था कि जो मंत्री हैं उन्हें परफॉर्म करना ही होगा। बताया जाता है कि किसको क्या काम दिया जाएगा, ये पहले ही तय किया जा चुका है। मंत्रियों के लिए साफ संदेश है कि वे गांव, गरीब और किसान को ध्यान में रखकर काम करें। मोदी साफ कर चुके हैं कि बजट की घोषणाओं को पूरा करने पर फोकस रखना होगा।
06July-2016

 
 

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