नया मोटर कानून लागू होने के बाद राज्यसभा में बोली सरकार
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
केंद्र
सरकार ने माना है कि गत सितंबर में नया मोटर वाहन अधिनियम लागू होने के बाद भी
सड़क हादसों में मौतों का आंकड़ा कम नहीं हुआ है।
जबकि सड़क दुर्घटनाओं में कमी देखी गई है।
राज्यसभा में सोमवार को प्रश्नकाल के दौरान सपा सांसद रेवती
रमन द्वारा पूछे गये सवाल के जवाब में 26 राज्यों और पांच संघशासित प्रदेशों में
सड़क सुरक्षा पर उच्चतम न्यायालय समिति से मिले आंकड़ो का हवाला देते हुए केंद्रीय
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सितंबर में देशभर में सख्त
प्रावधान वाले नया मोटर वाहन कानून को लागू किया गया है, लेकिन समिति से मिले
आंकड़ो के अनुसार वर्ष 2018 में जनवरी से सितंबर यानि नौ माह की तुलना में वर्ष
2019 के जनवरी से सितंबर तक देश में सड़क हादसों में 2.2 फीसदी की कमी आई है,
लेकिन सड़क हादसों में हुई मौतों की संख्या 0.2 फीसदी बढ़ी है। मसलन जनवरी-सितंबर
2018 के दौरान 3.46 लाख 806 सड़क दुर्घटनाएं हुई जिनमें 1.12 लाख 469 लोगों की मौत
हुई और 3.55 लाख 042 घायल हुए। इसकी तुलना में वर्ष 2019 में जनवरी से सितंबर तक
3.39 लाख सड़क हादसे हुए, जिनमें 1.12 लाख 735 मौतें और 3.45 लाख 067 लोग घायल हुए
हैं। यानि 7671 सड़क दुर्घनाएं कम हुई, जबकि 266 लोगों की अधिक मौत सामने आई है,
जबकि घायलों की संख्या में भी 9975 की कमी दर्ज की गई है।
छत्तीसगढ में दुघर्टनाओं से ज्यादा हुई मौतें
केंद्रीय सड़क मंत्रालय के इन आंकड़ो के मुताबिक जनवरी-सितंबर
2018 के मुकाबले जनवरी-सितंबर 2019 के दौरान छत्तीसगढ़ राज्य में सड़क हादसों में
2.0 फीसदी तथा मौतों की संख्या में 12.8 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया है। मसलन
छत्तीसगढ़ में पिछले साल के नौ माह में 10525 सड़क हादसों में 3337 लोगों की मौत
और 9534 लोग घायल हुए थे, जबकि इस अवधिक में इस साल के पहले नौ माह में 10731 सड़क
हादसों में 3764 लोगों की मौतें हुई और 10411 लोग घायल हुए। जबकि मध्य प्रदेश में
सड़क दुर्घटनाओं में 1.6 फीसदी की कमी आई, लेकिन मौतों की सख्यां में 1.8 फीसदी
इजाफा हुआ है, जबकि घायलों की संख्या में 213 की कमी दर्ज की गई है। इसी प्रकार
हरियाणा में इस पिछले साल के तुलनात्मक सड़क हादसों में 4.5 फीसदी और हादसों में
हुई मौतों में 3.6 फीसदी की कमी आई है, वहीं घायलों की संख्या में 425 की कमी
सामने आई है।
सड़कों के डिजाइन बदलने की योजना
इस दौरान गडकरी ने पूरक सवालों के जवाब में इसका प्रमुख
कारण सड़क इंजीनियरिंग संबंधी खामियों को दूर करने के लिए
किये जा रहे कार्यो की जानकारी दी। उन्होंने सदन को बताया कि सड़क इंजीनियरिंग
में सुधार और सड़क हादसों वाले ब्लैक स्पॉट की पहचान कर एनएचएआई इन्हें
दुरस्त करने की दिशा में 7-7 हजार करोड़ रुपये की परियोजनायें विश्व
बैंक और एशिया विकास बैंक (एडीबी) को सौंपी है।
03Dec-2019
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें