पुलवामा
आतंकी हमले पर सर्वदलीय बैठक
पीएम
मोदी राष्ट्रीय व क्षेत्रीय दलों के अध्यक्षों से करेंगे बात
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
पुलवामा
आंतकी हमले को लेकर देशभर में आक्रोश के साथ केंद्र सरकार आंतकवाद के खिलाफ एक्शन
मोड़ में है, जिसके लिए उसके तमाम विपक्षी दलों का भी समर्थन मिला है। आतंकवाद खात्मे
के लिए विपक्षी दलों के अनुरोध पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जल्द ही देशभर के
राष्ट्रीय दलों के साथ तमाम क्षेत्रीय दलों के नेताओं के साथ विचार विमर्श कर सकते
हैं।
संसदीय
पुस्तकालय के सभागार में शनिवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई
सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए लोकसभा और राज्यसभा में तमाम विपक्षी दलों के नेताओं
को सरकार की ओर से पुलवामा के आंतकी हमले की जानकारी दी। सभी दलों ने इस आतंकी
हमले में शहीद सुरक्षा बलो के जवानों को श्रद्धांजलि दी। इस बैठक में जहां गृहमंत्री
राजनाथ सिंह ने कहा कि आतंकवाद की यह हरकत कायराना है और जम्मू कश्मीर से आतंक खत्म
करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार पुलवामा में हुए आतंकी हमले
को भूलने वाली नहीं है और इसको लेकर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सिंह ने कहा कि कश्मीर
की जनता अमन चाहती है और वह हमारे साथ खड़ी है। वहीं बैठक में शामिल हुए तमाम
विपक्षी दलों के नेताओं ने एक स्वर में आतंकवाद के खात्मे के लिए सरकार को भरोसा
दिया कि वे देश और सरकार के साथ खड़े रहेंगे। इस बैठक में आतंकवाद के मुद्दे पर
सर्वसम्मिति से प्रस्ताव भी पारित किया गया।
सर्वसम्मिति से पारित प्रस्ताव
सर्वदलीय
बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री
राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक में सर्वसम्मिति से पारित
प्रस्ताव में जहां 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले की निंदा की गई और कहा
गया कि इस दुख की घड़ी में हम सब देशवासियों और शहीदों के परिवारों के साथ खड़े हैं।
प्रस्ताव में यह भी कहा गया कि हम सीमा पार से समर्थन मिल रहे आतंकवाद के हर स्वरूप
की निंदा करते हैं। इसके अलावा पारित प्रस्ताव में कहा गया कि भारत पिछले 3 दशकों से
सीमा पार आतंकवाद का सामना कर रहा है, जिसे सीमा पार से प्रोत्साहन मिल रहा है। भारत
इन चुनौतियों का मिलकर मुकाबला कर रहा है और आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में पूरा देश
एकसाथ है। हम आतंकवाद से लड़ाई में अपने सुरक्षा बलों के साथ पूरी मजबूती से खड़े हैं।
बैठक में ये रहे शामिल
सर्वदलीय
बैठक में गृहमंत्री राजनाथ सिंह व संसदीय कार्यमंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के साथ गृह
सचिव राजीव गौबा व सीआरपीएफ के महानिदेशक के अलावा लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान, कांग्रेस
के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा व ज्योतिरादित्य सिंधिया, तृणमल के डेरेक
ओ ब्रायन व सुदीप बंधोपाध्याय, राकांपा के शरद पवार, बसपा के सतीश चंद्र मिश्रा, राजद
के जेपी यादव, शिवसेना के संजय राउत, अकाली दल के नरेश गुजराल, आप के संजय सिंह,
आरएलएसपी के उपेंद्र कुशवाहा, सीपीएम के टीके रंगराजन, टीआरएस के जितेंद्र रेड्डी,
नेंका के फारुख अब्दुल्ला, अन्नाद्रमुक नेता के. गोपाल, तेदपा राम मोहन नायडू के
अलावा अन्य सभी दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया।
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पीएम जल्द कर सकते हैं तमाम
दलों से चर्चा
कांग्रेस
के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद द्वारा सर्वदलीय बैठक में गृहमंत्री राजनाथ से आग्रह
किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस मुद्दे पर सभी राष्ट्रीय दलों और क्षेत्रीय
दलों के अध्यक्ष व प्रमुख नेताओं की बैठक बुलाकर उनसे विचार विमर्श करना चाहिए।
सरकार की ओर से मिले संकेत के अनुसार पीएम मोदी जल्द ही इस बैठक को बुलाकर चर्चा
कर सकते हैं।
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आतंकवाद के खिलाफ सरकार के साथ विपक्ष: आजाद
सर्वदलीय
बैठक के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कांग्रेस समेत सारा
विपक्ष सरकार के साथ खड़ा है और सरकार इस हमले का बदला जरूर लेगी। उन्होंने यह स्पष्ट
कर दिया कि देश की सुरक्षा और सुरक्षाबलों की रक्षा के लिए कांग्रेस व तमाम
विपक्षी दल सरकार के साथ एकजुटता के खड़े रहेंगे और आतंकवाद के खात्मे के लिए हर
सख्त कार्यवाई पर पूरा समर्थन रहेगा। कश्मीर हो या हिन्दुस्तान का कोई भी हिस्सा हो
आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के लिए कांग्रेस सरकार के साथ होगी।
17Feb-2019
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