शनिवार, 16 मार्च 2019

सड़क संपर्क मार्ग से जुड़े पूर्वोत्तर के तीन राज्य


दो अंतर्राज्यीय सड़क परियोजनाएं हुई जनता को समर्पित
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
पिछले पांच साल में मोदी सरकार की देश के बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने के लिए पटरी पर उतारी गई परियोजनाओं के तहत पूर्वोत्तर के विकास को भी गति दी गई है। ऐसी ही पूरी की गई दो सड़क परियोजनाएं जनता को समर्पित की गई। इन दोनों परियोजनाओं से पूर्वोत्तर के चार राज्य आपस में सड़क संपर्क मार्ग से जुड़ गये हैं।
लोकसभा चुनाव के ऐलान से पहले पिछले पांच साल में देश के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने वाली उन सभी परियोजनाओं को जनता को समर्पित करने में जुटी हैं, जो पूरी हो चुकी हैं। वहीं केंद्र सरकार द्वारा मंजूर की गई परियोजनाओं को भी शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है। शनिवार को यहां नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रीय राजमार्ग और आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड द्वारा पूरी कराई गई दो अंतर्राज्यीय सड़क परियोजनाओं का केन्‍द्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (डोनर) राज्य मंत्री डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन किया। इस मौके पर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय और एनएचआईडीसीएल के अधिकारी भी मौजूद रहे। इन दोनों परियोजनाओं के जरिए अब असम राज्य अरुणाचल और मेघालय के बीच सड़क संपर्क मार्ग से जुड़ गया है। दोनों ही सड़कों को 10 एमएसए (मिलियन स्टैंडर्ड एक्सल) के ट्रैफिक भार को पूरा करने के लिए दो लेन के मार्ग के रूप में तैयार किया गया है।
असम से अरुणाचल संपर्क
मंत्रालय के अनुसार इन परियोजनाओं के तहत 17.47 किलोमीटर लंबी डोईमुख-हरमुती सड़क असम और अरुणाचल प्रदेश को जोड़ती है। 58.25 करोड़ रुपए की लागत से दोईमुख-हरमुती अंतर-राज्यीय सड़क का निर्माण नॉर्थ ईस्ट रोड सेक्टर डेवलपमेंट स्कीम (एनईआरएसडीएस) के तहत किया गया है। असम में इस सड़क की लंबाई 7.87 किलोमीटर है अरुणाचल प्रदेश में 9.60 किलोमीटर है। सड़क का निर्माण सितंबर 2017 में शुरू किया गया था और जनवरी 2019 में पूरा किया गया। यह सड़क परियोजना भारत सरकार के पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय के तहत पूर्वोत्तर परिषद (एनईसी) द्वारा वित्त पोषित की गई थी।
असम-मेघालय संपर्क मार्ग
शनिवार को समर्पित की गई असम और मेघालय आपस में सड़क संपर्क मार्ग को जोड़ने वाली 1.66 किलोमीटर लंबी तुरा-मनकाचर सड़क पहली ऐसी सड़क परियोजना है, जिसे एनईआरडीएस के तहत पूरा किया गया है। इस सड़क को एनईसी ने 4.71 करोड़ रुपये की लागत से वित्त पोषित किया है। सड़क तुरा को एक वैकल्पिक संपर्क प्रदान करती है और इससे मेघालय के वेस्ट गारो हिल्स जिले में रहने वाले लोगों को अत्यधिक लाभ मिलेगा। इस सड़क का निर्माण सितंबर 2017 में शुरू किया गया था और जून 2018 में इसे पूरा कर लिया गया। 
रेल व हवाई सुविधाएं भी मिली
पूर्वोत्तर के दो राज्यों अरुणाचल प्रदेश और मेघालय को रेल मानचित्र पर लाया गया है। वहीं असम में ब्रह्मपुत्र नदी पर निर्मित सबसे लंबे रेल-सह-सड़क बोगीबील सेतु और सिक्किम में 553.5 करोड़ रुपये की लागत से बनाए गये पहले हवाई अड्डे पाक्योंग (गंगटोक) में नए ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे का उद्घाटन किया पीएम मोदी द्वारा पिछले साल किया जा चुका है।
क्या है परियोजनाएं
शनिवार को पूर्वोत्तर को समर्पित की गई इन दोनों सड़कों का निर्माण कार्य राष्ट्रीय राजमार्ग और आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड द्वारा किया गया है। 58.25 करोड़ रुपए की लागत से दोईमुख-हरमुती अंतर-राज्यीय सड़क का निर्माण नॉर्थ ईस्ट रोड सेक्टर डेवलपमेंट स्कीम (एनईआरएसडीएस) के तहत किया गया है। असम में इस सड़क की लंबाई 7.87 किलोमीटर है अरुणाचल प्रदेश में 9.60 किलोमीटर है। सड़क का निर्माण सितंबर 2017 में शुरू किया गया था और जनवरी 2019 में पूरा किया गया। सड़क को भारत सरकार के पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय के तहत पूर्वोत्तर परिषद (एनईसी) द्वारा वित्त पोषित किया गया था। यह सड़क ईटानगर के लिए एक वैकल्पिक संपर्क प्रदान करेगी और इससे अरुणाचल प्रदेश के पापुम पारे जिले और विशेष रूप से राजधानी के लोगों को बेहद लाभ मिलेगा।
10Mar-2019

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