सीआईएसएफ ने
गोल्डन जुबली में मनाया स्थापना दिवस
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
केंद्रीय
औद्योगिक सुरक्षा बल ने अपने 50वें स्थापना दिवस को गोल्डन जुबली के रूप में
मनाया, जिसमें शामिल हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीआईएसएफ के इस सफर की सराहना
करते हुए कहा कि देश के महत्वपूर्ण संस्थानों की हिफाजत और सुरक्षा में सीआईएसएफ की
महत्वपूर्ण भूमिका है।
राष्ट्रीय
राजधानी दिल्ली के निकट गाजियाबाद के इंदिरापुरम स्थित केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा
बल (सीआईएसएफ) के कैंप में स्वर्ण जयंती के रूप में मनाए गये 50वें संस्थापना दिवस
समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने परेड की सलामी ली और सीआईएसएफ के शहीदों
को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि इस नए भारत
के लिए निर्मित आधुनिक अवसंरचना की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसएफ के सुरक्षित हाथों
में है। देश के अहम बुनियादी ढांचे की सुरक्षा में सीआईएसएफ की भूमिका की प्रशंसा करते
हुए उन्होंने कहा कि यह बल आपदा अनुक्रिया, महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने एवं
कई अन्य प्रकार के कार्यकलापों में भी संलग्न है। मोदी ने कहा कि सीआईएसएफ की भूमिका
आतंकवाद द्वारा उत्पन्न चुनौतियों के साथ बढ़
गई है। प्रधानमंत्री ने केरल में आई बाढ़ एवं नेपाल तथा हैती भूकंपों के दौरान सीआईएसएफ
के आपदा राहत अभियानों की भी चर्चा की। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने सुरक्षा बलों को
आधुनिक बनाने तथा उनके कल्याण के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का भी जिक्र
किया।
आतंकवाद सुरक्षा की बड़ी
चुनौती
समारोह
में बोलते हुए प्रधानमंत्री नर्रेन्द्र मोदी ने पडोसी देश द्वारा पोषित आतंकवाद की
भारत के खिलाफ षडयंत्र का जिक्र करते हुए कहा कि आतंक के इस घिनौने रूप के बीच देश
की और देश के संसाधनों की सुरक्षा एक चुनौती है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार आतंकवाद
के उन्मूलन की दिशा में प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय पुलिस स्मारक
पुलिस एवं अर्द्धसैनिक बलों द्वारा प्रदर्शित बहादुरी एवं उनके बलिदानों को समर्पित
है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय युद्ध स्मारक एवं राष्ट्रीय पुलिस स्मारक जैसे स्मारक
चिन्ह नागरिकों में सुरक्षा बलों के योगदान के संबंध में जागरुकता उत्पन्न करेंगे।
उन्होंने अपने बल में कई महिला सैनिकों को शामिल करने के सीआईएसएफ के प्रयासों की सराहना
की।
जागरूकता का आव्हान
नागरिकों
को जागरूक करने की दिशा में हवाई अड्डों एवं मेट्रो में डिजिटल संग्रहालय आरंभ करने
का आव्हान किया, ताकि आम नागरिक सीआईएसएफ की भूमिका एवं कार्यों को लेकर सीआईएसएफ के
कार्यों को प्रदर्शित किया जाए। इससे वीआईपी संस्कृति सुरक्षा ढ़ांचे में आ रही बाधा
को दूर करने में मदद मिलेगी और आम नागरिक में सुरक्षा जवानों के साथ सहयोग करने की
भावना जागृत होगी।
11Mar-2019
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